कब तक मौन रहोगे विदुरों? जब सर ही कट जायेगा तो….!रामधारी सिंह दिनकर ने अपनी डायरी में लिखा है कि मुझे एक शालीन कवि होने के नाते रक्त पीने जैसी बात शायद नहीं लिखनी चाहिए थी पर मैंने इसलिए लिख दी है ताकि आने वाले कल में इतिहास याद रखें कि जब सब सरकारी सरोकारी लोग मौन थे तो इस देश के एक कवि को इतना गुस
ये खामोशियां,ये खामोशियां,बहुत कुछ कह गई ;ये खामोशियां।गुस्से के बाद की खामोशियां ,क्या क्या कहती है;कोई जान ना पाता,क्या कह रही है ये खामोशियां।दो अनजान मिलें तो कुछ कहती है खामोशियां;बहुत कुछ आंखें बयां
गूगल आज के डूडल के साथ लेजेंड ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर सर डोनाल्ड जॉर्ज ब्रैडमैन की 110 वीं जयंती मना रहा है। ऑस्ट्रेलिया के कुतुमंद्रा में 27 अगस्त,1908 को पैदा हुए थे | सर डोनाल्ड, जिसे 'द डॉन' के नाम से