shabd-logo

common.aboutWriter

मै सह्ज ,सरल हूँ

no-certificate
common.noAwardFound

common.books_of

common.kelekh

जीवन

22 अगस्त 2016
0
0

शोर नही जीवन ,खामोशी का प्याला है बहम नही जीवन ,मधुशाला सी हाला है सतीश गुप्ता

जीवन

22 अगस्त 2016
0
0

शोर नही जीवन ,खामोशी का प्याला है बहम नही जीवन ,मधुशाला सी हाला है सतीश गुप्ता

कुर्सी

21 अगस्त 2016
0
0

भाव कुभाव की चाह बनी जब, कुर्सी पे बैठ भयों अँधियारो मोल तौल सबही भूल गयो जब, कुर्सी ने दे दौ मोय ठिकानो धन दौलत की आस करूँ जब, ईमान धरम फिर दूर हिरानो यू अंतस भाव जब बिसर गयो तब, घर भी कहे क्यों बौरानो सतीश गुप्ता

कुर्सी

21 अगस्त 2016
0
0

भाव कुभाव की चाह बनी जब

करनी कथनी

8 अप्रैल 2016
7
3

१- चलती चक्की देखकर,चक्की दियो भुलाय .दो पाटन के बीच में ,डी जे दियो चलाय२- करनी कथनी देखकर दिया मुल्क है रोय .स्वारथ ही स्वारथ रहे वचन रहा है खोय३-प्रेम प्रेम कहता फिरे प्रेम न मिलया कोय .स्वारथ स्वारथ साथ हो,प्रेम कहा से होय सतीश गुप्ता

माँ तेरा ही सहारा...

8 अप्रैल 2016
6
1

...नवरात्रि की शुभ कामनायेंध्यान पथ की शुरूआत हैआज शैलपुत्री का भाव है यू कलुष भाव फिर दूर होआज दिल में तेरी आस है©सतीश गुप्ता

जीवन की सच्चाई

7 अप्रैल 2016
7
1

१- चलती चक्की देखकर,चक्की दियो भुलाय .दो पाटन के बीच में ,डी जे दियो चलाय२- करनी कथनी देखकर दिया मुल्क है रोय .स्वारथ ही स्वारथ रहे वचन रहा है खोय३-प्रेम प्रेम कहता फिरे प्रेम न मिलया कोय .स्वारथ स्वारथ साथ हो,प्रेम कहा से होय सतीश गुप्ता

बदला

9 मार्च 2016
2
0

बदले का भाव दिल का दुश्मन बना,दोस्ती की दास्तान लिखा कीजियेंअगर देर आओ दुरूस्त आओं फिरमेरे यार ये अल्फाज मान लीजियें   सतीश गुप्ता 

शांति

4 फरवरी 2016
0
0

संतोष है जहाँ जहाँ शांति है वहाँ वहाँ तृष्णा है जहाँ जहाँ अशांति है वहाँ वहाँ काम क्रोध लोभ मोह जिसने भी परे किया फिर नाथ है वहाँ वहाँ अमन है वहाँ वहाँ स्वरचित©सतीश गुप्त

प्यार

4 फरवरी 2016
2
0

न हार से, न तलवार से जगह बनाओ, प्यार से स्वरचित©सतीशगुप्ता

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए