बदले का भाव दिल का दुश्मन बना,
दोस्ती की दास्तान लिखा कीजियें
अगर देर आओ दुरूस्त आओं फिर
मेरे यार ये अल्फाज मान लीजियें
सतीश गुप्ता
9 मार्च 2016
बदले का भाव दिल का दुश्मन बना,
दोस्ती की दास्तान लिखा कीजियें
अगर देर आओ दुरूस्त आओं फिर
मेरे यार ये अल्फाज मान लीजियें
सतीश गुप्ता