हमारा देश भारत त्योहारों का देश है I यहाँ होली, दीपावली, दशहरा, पोंगल, महाशिवरात्रि, क्रिसमस, ईद इत्यादि अनेक त्योहार पूरे देश में अत्यंत हर्षोल्लास से मनाए जाते हैं I हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह त्योहार प्रतिवर्ष फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी को अर्थात अमावस्या से एक दिन पहले वाली रात्रि को मनाया जाता है। इस वर्ष महाशिवरात्रि 7 मार्च को पड़ रही है I
ऐसा माना जाता है कि सृष्टि के प्रारम्भ में इसी दिन मध्यरात्रि को भगवान शंकर रूद्र के रूप में प्रजापिता ब्रह्मा के शरीर से प्रकट हुए थे I कई स्थानों पर यह भी माना जाता है कि इसी दिन भगवान शिव का विवाह हुआ था I इस प्रकार महाशिवरात्रि का यह पर्व अति महत्त्वपूर्ण माना जाता है I
महाशिवरात्रि से जुड़ी कई पौराणिक कथाएँ भी हैं जो बहुत प्रेरणादाई हैं I ऐसी ही एक कथा में चित्रभानु नामक एक शिकारी का उल्लेख मिलता है I चित्रभानु को महाशिवरात्रि के व्रत का कोई ज्ञान नहीं था I वह जंगल के जानवरों को मारकर अपना जीवन यापन करता था I एक बार महाशिवरात्रि के दिन अनजाने में उसे शिवकथा सुनने का अवसर प्राप्त हुआ I शिवकथा सुनने के बाद वह शिकार की खोज में जंगल गया I वहाँ शिकार की प्रतीक्षा करते-करते वह अनजाने में बेल के पत्ते तोड़कर घास के ढेर के नीचे ढँके हुए शिवलिंग पर फेंकता गया I उसके इस कर्म से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उसका ह्रदय निर्मल बना दिया I उसके मन से हिंसा के विचार नष्ट हो गए I वह जंगल शिकार करने गया था किंतु वह एक के बाद एक कई हिरणों को जीवनदान देता गया I इतना ही नहीं, उस दिन के बाद से चित्रभानु ने शिकारी का जीवन त्याग दिया I
आकाशवाणी के कानपुर केंद्र पर वर्ष १९९३ से उद्घोषक के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहा हूँ. रेडियो के दैनिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त अब तक कई रेडियो नाटक एवं कार्यक्रम श्रृंखला लिखने का अवसर प्राप्त हो चुका है. D