10 अगस्त 2015
3 फ़ॉलोअर्स
एक साधारण मनुष्य. विज्ञापन क्षेत्र में लेखन और अनुवाद के छोटे-मोटे हुनर से जीविकोपार्जन. गीत-संगीत सुनने और रचने की रुचि. पेशेवर बनने की तड़प क़ायम. D
बहुत सही महोदय.
26 जनवरी 2016
Very good poem! I prefer nuktaa ,shirorekha ,anusvar ,chandrabindu, long U,short i and dandaa/full stop free translatable and transliteratable global Hindi. This type of Hindi is spell checker free , easy to teach ,learn read ,understand and transliterate. Don't this type of Global Hindi maintain all needed sounds in speech? Here is your poem in Global Hindi. मेरी होती सीर्फ ये भाषा तो मै चुप ही रहता खुद मॅ ही सीमीत रहता सबसे मै न कहता सबसे पहले जान लो मैने खुद से ही कहा है तौल लुन् क्या हीन्दी का ह्रदय मॅ प्रतीमान रहा है पाया है स्वर अपना मैने इसी वेग मॅ बहता मेरी होती सीर्फ ये भाषा तो मै चुप ही रहता तुम भी जानो जब अन्तर के भाव उमड है आते नैनॉ का ये नीर भी तुम इस भाषा मॅ ही बहाते दुर देश मॅ रहकर भी भाषा का भाष है रहता मेरी होती सीर्फ ये भाषा तो मै चुप ही रहता अन्ग्रेजी अनीवार्य हुई है समझो इसे तपस्या पर सोचो कब आई तुमको हीन्दी मॅ समस्या है कन्चन नीज भाष मन वीकट तपन को सहता मेरी होती सीर्फ ये भाषा तो मै चुप ही रहता वीश्व तुम्हारा हीतग्राही है चलो क दम मीलाकर कीन्तु भाष मील जाएॅतो रख दो वीश्व हीलाकर पहल मेरी पहचान हमारी खुद से फीर हुन् कहता मेरी होती सीर्फ ये भाषा तो मै चुप ही रहता (मेरी इस कवीता का यह १०वॉ हीन्दी दीवस है, सन्लग्न जेपेग मॅ कैलीग्राफी भी देखॅ Vowels: अ आ इ ई उ ऊ ऍ ए ऐ ऑ ओ औ अं अः અ આ ઇ ઈ ઉ ઊ ઍ એ ઐ ઑ ઓ ઔ અં અઃ a aa/a: i ii/ee u uu/oo ae e ai aw/o: au an/am ah क ख ग घ च छ ज झ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श स ष ह ळ क्ष ज्ञ ક ખ ગ ઘ ચ છ જ ઝ ટ ઠ ડ ઢ ણ ત થ દ ધ ન પ ફ બ ભ મ ય ર લ વ શ સ ષ હ ળ ક્ષ જ્ઞ
4 दिसम्बर 2015
आईटीउत्तम
23 सितम्बर 2015
Dil ko chu gyi. Hindi.parchyie ko chum li जिंदिगी
13 सितम्बर 2015
बहुत सुंदर
11 सितम्बर 2015
अतिसुन्दर महाशय
28 अगस्त 2015