रघु सेन रिटायर होने के बाद दो कमरों का छोटा मकाँ बना के रहने लगे। वहीं उसका बेटा प्रगति सेन बड़े ताम झाम का पुजारी था। जिसके कारण बाप और बेटा के बीच विवाद की स्थिति भी गाहे ब गाहे निर्मित होने लगी ।
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*समय बड़ा बलवान* (लघु कथा ) स्टील प्लान्ट के एक बड़े पद से रघु सेन को रिटायर हुए कुछ महीने ही हुए हैं । उन्होंने अपनी नौकरी बड़ी ही जिम्मेदारी से पूर्ण किया है । भ्रष्टाचार के दंश से वे बहुत द