0.0(0)
5 फ़ॉलोअर्स
1 किताब
<div>पता नहीं वो कैसे लोग थे</div><div>किसीने की हुई एक मदद के लिये</div><div>जनमभर क्रुतज्ञ रहते थे
<div>कमी मुझे बस ईतनीसी है</div><div><br></div><div>की मुझमे कोई कमी नहीं है....</div><div><br></div
<div>तेज हवा की सरसराहट से जब</div><div>पेड से पत्ते गिरते है.........</div><div><span style="font-s
<div>यू तो देखा है हर किसी ने पेडों को</div><div><br></div><div> प्यार से सबको अपनी छॉंव
<div>हाथ मे चुभती सुई सिरिंज का </div><div>दर्द जब सेहेन नहीं हुवा</div><div>तब दिल ने कहा