भर ले तू ऊँची उड़ान
नहीं ख़्वाबों पर कोई बंदिशें,न वक़्त के साथ कोई बढ़ती रंजिशेंदे होसलों को नई पहचान,भर ले तू ऊँची उड़ान.कुछ नए ख़्वाब इन आँखों में बसा ले,जरा उम्मीदों वाला सुरमा लगा लेकसकर ज़िंदगी की कमानभर ले तू ऊँची उड़ान.आकाश है खुला पड़ा,समंदर तेरे क़दमों में पड़ापक्के इरादों से हासिल कर नए