2 जून 2015
ग़म में न थी मेरी ज़िन्दगी.....बहुत खूब लिखा !
3 जून 2015
सपना जी, सुन्दर भावाव्यक्ति...इसी प्रकार नियमित रूप से लिखती रहिये...आप सबकी लगन एवं समर्पण तथा एक दूसरे रचनाकारों का प्रोत्साहन 'शब्दनगरी' पर बहुत अच्छी रचनाएँ लेकर आ रहा है...शालिनी कौशिक जी, शिखा जी, पुष्पा परजिया जी, विजय भाई, मनोज मंडल जी तथा हमारे अन्य कई शब्दनगरी मित्र विशेष रूप से धन्यवाद के पात्र हैं...हम उनके आभारी हैं!
3 जून 2015
sundar bhavabhivyakti .
2 जून 2015
bahut khoob .badhai
2 जून 2015