सम्राट माही का हाथ पकड़ कर बोला - यह झूठ है तुम इसके बहकावे में मत आना । यह हम दोनों को अलग करना चाहती है ।
अब आगे ...
माहि अपना हाथ छुड़ाते हुए बोली - एक बार देखने तो दो क्या है इन पेपर्स में और अर्जिता से पेपर्स ले कर देखने लगी । पेपर्स में लिखी बातों को पढ़कर मानो माही के ऊपर बिजली गिर पड़ी हो । वह एकदम से सुन पड़ गई थी । उसे विडियो देखने की हिम्मत जुटाई और कांपते हाथों से विडियो प्ले कर दी । विडियों देखने के बाद माहि पागलों कि तरह कभी अर्जिता को तो कभी सम्राट को देखे जा रही थी । उसे विश्वासनहीं हो रहा था कि जिस इंसान से वह इतना प्यार करती है ।वह इंसान धोखेबाज ही नहीं बल्कि एक कातिल भी है ।माही को अपना सब कुछ लुटा हुआ नजर आ रहा था । वह बूत बनी सोचे जा रही थी कि सम्राट उसे पहले दिन से ही धोखा देते आ रहा है । उसने बस प्यार का दिखावा किया था मेरे साथ । वो खुद से सवाल किये जा रही थी । क्या सम्राट को सिर्फ मेरे पैसो से प्यार था ? क्या सम्राट मुझे कभी भी प्यार नहीं किया ?
उसके वादे उसकी बाते सब एक दिखावा था ? ऐसे ही बहुत से सवाल उसके दिमाग में घुम रहे थे । और माहि खुद पर हसते हुए खुद से बोली - हुह ..😊 मैं उसके झूठे वादे उसकी झूठी बातों पर यकिन कर मैं ना जाने क्या क्या सपने सजाये जा रही थी । अच्छा हुआ जो आज मुझे इसकी सच्चाई का पता चल गया । वरना यह मेरे साथ भी ऐसा ही करता । मेरे पैसे लेकर मुझे भी मार देता कमिना , कातिल इंसान 😡 ।
अर्जिता माही को हिलाते हुए बोली - माही ! तुम ठीक तो हो ना ! माही कुछ तो बोलो ! तब जा कर माही को होश आया ।वह अपने ख्यालों से बाहर आई । हां ! मैं ठीक हूं । और माही सम्राट की ओर देखते हुए बोली - ये है तुम्हारा प्यार । इसे तुम कहते थे सच्चा प्यार । मेरे सच्चे प्यार का ये सिला दिया तूने । यह कहते-कहते माहिरा को गुस्सा आ जाता है और वह एक जोरदार चांटा सम्राट के गाल पर रसिद कर देती है ।माही ने इतना जोरदार चांटा मारा था कि सम्राट अपने जगह से हिल गया । उसने ये उम्मीद भी नहीं किया था कि माहि उसे मारेगी भी ।
सम्राट अपने गाल को सहलाते हुए बोला - बहुत बड़ी गलती कर दी तूने माहि । इसका रिवेंज मैं तुमसे ले कर रहूंगा । तुम्हें बदनाम कर दूंगा। कहीं का नहीं छोडूंगा । समझी । वो आगे कुछ करता ।
तभी अर्जिता स्माईल करते हुए बोली - पहले अपनी जमानत करवाने का सोचो फीर माहि को बदनाम करने का प्लान बनाना🤭 ।
सम्राट नकली हसी हसते हुए बोला - जमानत ! वो किस लिए । और कौन करेगा मेरे खिलाफ़ कम्प्लेन । ये डरपोक माहि । रुको रुको रुको कही तुने तो नहीं की है मेरे खिलाफ़ कम्पलेन माहि की चमची ।🤣 फिर सिरियस होते हुए बोला - अगर तुने मेरी कम्प्लेन की है तो बहुत बुरा किया है तुने । ये तुने अच्छा नहीं किया अर्जिता । इसका अंजाम बहुत बुर होगा ।
तभी पीछे से एक भारी भरखम आवाज आयी - अच्छा ! वैसे कैसा अंजाम होगा तुम्हारा ? मैं भी तो जानू🤔 ।
आवाज सुनकर सम्राट पीछे मुड़ कर देखा और पूछा - वैसे आप कौन हैं ? कहीं इस चमची का बॉयफ्रेंड तो नहीं हो । अच्छा हुआ की तुम भी आ गये । अब सब के सब एक साथ मरोगे मेरे हाथों🤣🤣🤣🤣 क्या गजब का किस्मत पाये हो तुम तीनों ने ।ये कहकर वह जोर-जोर से हंसने लगा ।
यू आर अंडरअरेस्ट मिस्टर सम्राट । तुम्हांरे खिलाफ़ थाने में कम्पलेन दर्ज हुई है ।
सम्राट - हु ..ह .. तुम कोई इंस्पेक्टर हो क्या जो मुझे आरेस्ट करने चले आये ?
हां ! सही पहचाने तुम । मैं इस्पेक्टर ही हूँ ! इस्पेक्टर रणविजय रावत ।
सम्राट - हु .ह . मुझे बुद्धु मत बनाओ ! अगर तुम इन्स्पेक्टर हो तो तुम्हारी यूनिफर्म कहा है ?
इंस्पेक्टर रणविजय ने अपना कार्ड दिखाते हुए बोले - ये देखो ! इतना तो काफी है तुम्हारे लिए । वैसे अर्जिता - तुम तो बहुत सार्प मांइड निकली । तुमने मुझे स्कूल में यूनिफर्म में आने मना कर दिया ताकि किसी को पता ना चले । वेलडन👍 ।
ये जानकर तो सम्राट के होश उड़ गया कि उसके सामने अर्जिता का B F नहीं । खुद इन्स्पेक्टर रणविजय खड़ा है । उसकी नजर से कोई भी कातिल नहीं बच सकता है । ये बात सोच कर ही अंदर से कांप गया ।
इंस्पेक्टर विजय गुस्से में बोला तुम जैसे सड़क छाप लालची आशिको के चलते आज प्यार भी बदनाम हो गया है । लोगों का सच्चे प्यार से भी भरोसा उठता नजर आ रहा है । तुम तोजानते ही होगे एक कातिल की सजा क्या होती है अगर नहीं जानते हो तो बता देता हूं । सजा - ए- मौत ! या उम्रकैद !
इसलिए बदला लेने का इरादा छोड़ दो । और हाँ
एक मसवरा है मेरा तुमसे । तुम अपने लिए कोई अच्छा सा वकिल हायर कर लो । वही पास खड़ा चौकिदार अपने मुंह में डालते हुए बोला - वैसे टुम्हे पटा है कि नहीं की उम्रकैड की सजा किटने साल की होटी है । हुम्म ये भी नहीं पटा इसे सिर्फ कट्ल करने आटा है । हु ..ह .. ढट टेरी की कैछे - कैछे जाहिलों से पल्ला पड़टा है मेरा । खैर छोड़ो बटा ही डेटा हूं टुम्हे । अपने साइड में खड़े इंस्पेक्टर रणविजय की ओर देखकर बोला - क्यू साहब बटा डू ना इसे । फीर हसते हुए बोला - ये लौंडा भी जान जाये की उम्र कैद की सजा क्या होती है । वैसे साहब इसके लिए मौट की सजा कम होगी ।इस जैसे कमीने इंसान के लिए तो उम्र कैद की ही सजा होनी चाहिए । पड़ा रहेगा २० साल तक जेल में अकेले । वही जेल के सलाखों से इश्क़ फरमायेगा हरामी । जेल में ही बुढ़ा हो जायेगा साला हि . हि हि 😁😁😁क्यू साहब सही कहा ना ।
क्रमशः .....
.इंस्पेक्टर रणविजय - हम्म ऐसे कमिनों के लिए उम्रकैद की ही सजा होनी चाहिए । जब घुट घुट कर जियेगा तब पता चलेगा इसे की गुनाह करने की सजा क्या होती है । और जीप में बैठ कर चले जाते हैं ।
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