अर्जिता जो अब तक सोच रही थी कि वह माहिरा को कैसे बताएगी ये सब । फीर अपने आप को मजबूत करते बोली -कैसे भी हो माहि मैं तुम्हें और अंधेरे में नहीं रख सकती हूँ ।
अब आगे ......
मैं मजिद तुमसे यह बात नहीं छुपा सकती । और वह माहिरा के पास जाने लगी अर्जिता क्लास में जाकर माहिरा से बोली माही ..मुझे तुमसे कुछ जरूरी बात करनी है । चलो मेरे साथ ।
माहि -अभी !
अर्जिता - हाँ ! और वो माहि को लेकर गार्डन एरिया के तरफ चली जाती है ।
वहा पहुँच कर माहि बोली - बोलो ! क्या बात करनी है मेरे से जो तुने मुझे यहाँ अर्जेंटली बुला लायी क्लास रूम से ?
अर्जिता एक लम्बी साँस लेकर बोली - चलो पहले यहां बैठो ! फीर बताती हूँ तुम्हें । जैसे ही अर्जिता बात शुरू करने जाती है तभी उसके फोन पर किसी का कॉल आ जाती है । अर्जिता अपना फोन देख कर बोली - माहि मैं अभी ये कॉल ले कर आती हूँ ।ये एक अर्जेंट कॉल है और वो वहां से थोड़ी दूरी पर जाकर कॉल रिसिव करती है । कॉल किये इंसान की बात सुनकर तो अर्जिता के होश ही उड़ गया । उसके हाथ से फोन गिरते - गिरते बचा। फीर खुद को सम्भाल कर अर्जिता ने पूछा - क्या तुम इस बात को पूरा कन्फर्म हो ? इस बारे में तुम श्योर हो ?
उधर से आवाज़ आयी - जी छोटी मालकिन ! मैं पूरा श्योर हूं । ये पक्की खबर है ।
अर्जिता - अभी कहाँ हो ?
अज्ञात इंसान - S.S . होस्पीटल (काल्पनिक नाम )
अर्जिता -ठीक है मैं अभी आ रही वहाँ हूँ । तब तक तुम सारे सबुत इक्ट्ठा करो । और हां मुझे यहां से लेने के लिए किसी को भेजो | मैं स्कूल के बाहर वेट करूंगी ।
अज्ञात इंसान - जी छोटी मालकिन ! और कॉल डिस्कनेक्ट हो जाता है ।अर्जिता थके कदमों से माहिरा के पास जा रही थी और मन ही मन सोच रही थी । कितना नीच इंसान से प्यार कर बैठी है मेरी माहिरा । तभी अर्जिता को देख माहिरा बोली - क्या हुआ अरु ? तुम इतनी टेंस्ड क्यों हो ?कुछ हुआ है ?
अर्जित उससे नजर चुराते हुए बोली - नहीं कुछ नहीं हुआ है । फिर अर्जिता बोली - माही मैं किसी काम के हवाले से बाहर जा रही हूं । मैं थोड़ी देर में आ जाऊंगी । अगर टिचर मेरे बारे में पूछे तो तुम कुछ बहाने बना देना ।
माहिरा - मगर अरु ! तुम तो कुछ बताने वाली थी ना ।
अर्जिता - हाँ ! पर यह काम उससे भी ज्यादा जरूरी है । फिर कभी बताऊंगी और सबसे छुपते हुए बाउंड्री पर चढ़कर बाहर कूद जाती है ।अर्जिता वहां खड़ी कार में बैठ जाती है और उसके बैठते ही कार अपनी मंजिल की तरफ दौड़ लगा देती है । कुछ ही मिनटों में (एस एस हॉस्पिटल ) पहुंच जाती है । वहाँ खड़ा सोफर लगभग दौड़ते हुए आया है और कार डोर ओपन करता है । अर्जिता कार से बाहर निकलकर सिधा हॉस्पिटल के अंदर दाखिल हुई और अपनी नजर इधर उधर दौड़ाने लगी । तभी उसे रिसेप्शन के पास वो अज्ञात इंसान दिखा । जिसके हाथ में कुछ पेपर्स थे । वह भागते हुए उस इंसान के पास गई और उसके हाथ से पेपर्स ले ली । और उलट पलट कर देखते हुए बोली - और भी कुछ ठोस सबूत चाहिये होगा हमें । अज्ञात इंसान जी छोटी मालकिन ! अपना फोन देते हुए बोला -ये लिजिए । उसने एक विडियो चला कर दिया । उन पेपर्स और विडियो को देखने के बाद सम्राट के लिए अर्जिता की फेस पर घिन्न और नफरत सा फैल गया । वह गुस्से में बोली कातिल इंसान ! तुझे कोई हक नहीं किसी के जज्बात के साथ खेलने का । अब देख तुझे तेरी असली जगह में कैसे दिखाती हूं और वह विडियो अपने फोन में सेंड कर पेपर्स लेकर वापस से स्कूल आ जाती है । आते ही माहिरा से पूछी मेरे जाने के बाद टीचर आई थी क्या ?
माहिरा - हाँ आयी तो थी पर शुक्र मनाओ कि तुम्हारा नहीं पूछी । मेरा तो जान ही अटक गया था ।अगर टिचर मुझसे तुम्हारा पूछी तो मैं क्या बताऊंगी टीचर को ।
अर्जिता स्माइल करते हुए बोली - कुछ भी बता देती कौन सा पहली दफा था ।
हुह ! माहिरा अपना हाथ बंधे हुए बोली जितनी भी दफा बहाना बनाई हूं ,तुम्हारे लिए ही बनाई हूँ भगेडू लड़की। बड़ी आयी मुझे कहने । (माहिरा अपना मुह बिडाड़कर अर्जित को चिढ़ाते हुए बोली - कुछ भी बता दी थी कौन सी पहली दफा था । )
अर्जिता माहि की एक्टींग पर हंसने लगी लग जाती है । तभी माहि बोली -जिस काम के लिए तुम गई थी ।वह काम हुआ ?
अर्जिता -हां हो गया ।
माहि -अच्छा आज ड्राइंग करें !क्या ख्याल है तुम्हारा ! अर्जिता को तो जैसे सांस में सांस आ गई हो । यह जानकर कि माहि सुबह वाली बात को भूल गई है । उसे डर था कि अगर वह पूछेगी तो कैसे बताएगी ।
माहि -यार अरु ! कहां खो गई हो तुम । ड्राइंग करनी भी है या नहीं ?
अर्जिता एकदम जल्दी से बोली - हाँ - हाँ करनी है मुझे । ड्राइंग !और मैं ना करूं , यह हो ही नहीं सकता ।
माहिरा - तो चलो ! देर किस बात की है । और दोनों ड्राईंग करने लग जाती है ।
इधर सम्राट माहिरा से छुप - छुप कर मिलता रहा । सम्राट ने अपने चाल चल दी थी । उसने माहि को बताया था कि अर्जिता नहीं चाहती है कि हमदोनों एक साथ रहे । उसने मुझसे कहा था कि वो मुझे पसंद करती है । शायद इसलिए नहीं चाहती कि मैं तुम्हारे साथ रहूं ।
माहिरा - नही ! ऐसा नहीं कर सकती है अरु । मेरी अरु ऐसी नहीं है !
क्रमशः .....