आपने पीछले भाग में देखा
अपर्णा - सच में मुझे तो ऐसा नहीं लगता ।
सेजल अपर्णा को मारने के लिए दौड़ आने लगी तो अपर्णा खुद को उसके मार से बचने लिए बोली -हां हां बाबा पता है मुझे तुम दोनों बेस्ट फ्रेंड हो । वो तो मैं बस ऐसे ही तुम दोनों को चिढ़ाया था ।
सेजल किसी टपोरीयो की तरह एक्टींग करते हुए बोली - आ गई ना अपने लाईन पे । भिड़ू मेरे से पंगा नाइच लेने का । क्या ।
अब आगे .....
अपर्णा सेजल और अर्जिता से गेट के तरफ इसारा करते हुए बोली - वो देखो शायद हमारे तीसरे ट्रेनर आ गये । अपर्णा की बात सुन कर वहा के सारे लड़के - लड़कियाँ गेट के तरफ देखने लगे ।
पार्किंग ऐरिया में एक रेड कलर की स्पोट कार रुकी । कालेज के लगभग सारे लड़के - लड़कियों की नजर उस कार पर ही टीकी थी । वो ये जानने के लिए उत्सुक थे कि उनका ट्रेनर लड़का है या लड़की । अगर लड़का है तो हैंडसम है की नहीं और लड़की है तो सुन्दर है की नहीं और मैरिड है या अनमैरिड ।😄
कार का डोर खुला और उसमें से एक लम्बा लड़का निकला । वो लगभग 28 या 29 का होगा । उसकी मस्कूलर बोडी उसके सफेद सर्ट दिख रही थी । वो कार से निकल कर वहा खड़े सारे स्टूडेंट्स को स्माईल करते हुए हेलो ! जल्द ही मुलाकात होगी आप सबसे ।
सेजल नये ट्रेनर को देखकर अपने सिने पर हाथ रखकर - हाय ... क्या बंदा है यार । ये तो मेरा दिल चुरा ले गया । यार तुमसब इस बंदे की स्माईल को देखी कितना कातिल था और स्माइल वक्त इसके गालों पे पड़ती डिम्पल । हाय ... मैं इनकी पूरी - पूरी दिवानी हो गयी । सेजल की बात सुनकर अर्जिता और अपर्णा हसने लगी ।
उस दिन दोनों ने सिर्फ एक ही टिचर को देख पायी ।
अर्जीता हंसते हुए सेजल के सर पर टपली मारकर - अबे भूखी अत्मा कैंटीन नहीं चलना क्या तुझे या कही तुम्हारा इरादा इस हैण्डसम से टिचर को घुर कर ही पेट भरने का तो नहीं है । 😄
सेजल अर्जिता के पेट में कोहनी मारकर - नहीं रे मेरी डबल भूखी आत्मा । चल अब । वैसे तुम्हारा आईडिया बूरा नहीं है । अगर इस हैण्डसम टिचर को घूर कर मेरा पेट भर जाता तो क्या हि कहने होते है । मुझे मेरी वजन की भी टेंशन खत्म हो जाती ये कहकर सेजल अपना आई विंक कर दी । 😜
सेजल की ऐसी हरकते देख कर अर्जिता सेजल का कान पकड़ कर - तू ना कभी नहीं सुधरने वाली । हमेसा यही सब सोचती हो और इन्हीं सब चक्करों में पड़ी रहती हो । चल अब । अर्जिता सेजल का कान पकड़े चलने लगी ।
सेजल अपना कान पकड़ कर धीरे - धीरे आ .. ऊ .. च .. आ .. ऊ .. च .. आई ... छोड़ ना दर्द हो रहा है मुझे । फीर भी अर्जिता सेजल का कान खिंचे चल रही थी । सेजल अरे जल्लादों की महारानी छोड ... ना .. ।
अर्जिता अपना सर ना में हिलाकर - ऊहु .. नहीं चुड़ैलो की महारानी । मैं नही छोड़ने वाली । अगर मैंने छोड़ दिया तो तु फीर से अपनी हैण्डसम पुराण चालू कर कर देगी । तो तु ये कान छोड़ने वाली बात तो अपने दिमाग से निकाल दे और चुप - चाप चल मेरे साथ ।
सेजल अपने कान पर हाथ रखे अपने दोनो साईड में देखी । तो वहा खड़े सारे लड़के - लड़कियाँ उसे ही देख रहे थे । उसकी ऐसी हालत देख कर हस रहे थे ।
सेजल अपना रोंदू सा मूंह बनाकर - अरे मेरी माँ ! छोड़ ना .. देख कैसे सब मुझे देख रहें हैं और मेरा मजाक भी बना रहे हैं ।अर्जिता सेजल की तरफ देखे बिना सामने देखते हुए बाली - तो देखने दे और हंसने दे । तू ये सोच कि तेरी वजह से इनके सड़े हुए चेहरे पर स्माइल तो आई । तू ये सोच कि तूने एक पुण्य का काम किया है । सेजल कैंटीन पहुंचकर राहत की सांस ली । अह ... अब तो छोड़ो मेरा कान या मेरा कान पकड़े ही खाएगी । कम से कम यहां तो मेरी इज्जत रहने दे । जालिम , जल्लादों की महारानी ।
अर्जिता किसी डॉन के माफिक - चल तू इतना गिड़गिड़ा रही है तो छोड़ दे रही हूं । तू भी क्या याद करेगी कि तेरी भी एक रहम दिल दोस्त थी । जो तुझे कितना प्यार करती थी ।
क्रमशः ....