1. धर्म
2.कर्म
3. समय
इन तीनों नामों का संबंध इंसान के अस्तित्व को निखारता है
यदि आप इन तीन नामों से वंचित रह जाते हैं तो समझ लीजिए आपका जीवन व्यर्थ है.
आजकल की युवा जनरेशन ज्यादातर अपने रोजमर्रा की जिंदगी में जीने में व्यस्त हैं ना तो उन्हें धर्म से मतलब है
ना ही कर्म से
और ना ही वह अपने कीमती समय को पहचान पा रहे हैं
सभी युवा पीढ़ियों की सोच अलग-अलग है
कोई अपने आप को बल से बड़ा बता रहा है
कोई अपने आप को धन से बड़ा बता रहा है
और बहुत से लोग अपने आप को भगवान ही समझ कर बैठ गए हैं
ऐसे से महामूर्ख दुनिया में पड़े हैं जो अपने ही अस्तित्व को पहचान नहीं पा रहे हैं
मैं उन सभी लोगों को एक ही बात कहना चाहता हूं धन से कोई बड़ा नहीं होता बल से कोई बड़ा नहीं होता और ना ही अहंकार करने से कोई बड़ा होता है
समय बहुत बड़ा बलवान है समय को पहचानो धर्म को अपनाओ जिस दिन धर्म को अपनाओ लोगे कर्म अपने आप सुधर जाएंगे और जब कर्म आपके सुधर जाएंगे तो अच्छा समय भी आ जाएगा
जो पैदा हुआ है उसे तो एक दिन मरना ही है चाहे वह बलवान हो चाहे धनवान हो और चाहे जितना बड़ा अहंकार ही हो
एक बार शमशान में जाकर देख लो सबकी औकात राख के बराबर होती है इसीलिए कभी भी अपने आप पर अभिमान नहीं करना चाहिए यदि आप जीवित हैं अपने अनमोल समय को पहचानिए उसे व्यर्थ मत गुजारे
धन दौलत माया मोह सब यही धरा का धरा रह जाएगा इसीलिए अभी वक्त है वक्त को पहचान जाओ आने वाला वक्त तुम्हारा ही होगा
*जय श्री राम *