विविध विभावों से संपन्न यह प्रकृति, मानवीय संवेदनाओं को सदैव ही अपनी और आकर्षित करती है। प्रकृति के सूक्ष्म से स्थूल, कल्पना योग्य या कल्पनातीत उपहार हमें इसके प्रति संवेदनशील बनाते हैं। अनंत क्षितिज से घिरी हुई धरती इसकी अद्भुत रचनाओं में से एक है और उससे भी रुचिर है
World Environment Dayविश्व पर्यावरण दिवस आज “विश्व पर्यावरण दिवस” मनाया जा रहा है और सुबह से ही पर्यावरण की सुरक्षा तथा वृक्षारोपण के सम्बन्ध में Forwarded Messages विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साईट्स पर घूम रहे हैं | पर्यावरण की रक्षा के लिए कई
प्रकृति एक भविष्य आशमाँ की छोर में, फैले जैसे आंधी,तूफान मचती जाये, जैसे दीप को बुझाती, पल दो पल में हो रही है ,काफी बर्बादी ,चारो ओर अँधेरा घोर ,फैला ये आबादी,ये मानवो की देन है ,और मानवो का अंत ,भविष्य की तू चिंता कर, क्या लेगा कोई