बिटिया चली जाती है पिया के देश,
प्यारी सी यादें देकर अपनी आंखों में कुछ सपने लेकर
पायल चूड़ी कंगना रूठा रूठा हो जाता मां का अंगना
खेले कूदे यहां बचपन से जो आज वह बेटी हमारे संग ना
तेरे जाने से बिटिया सूना हो गया शेष
चंदन जैसे तेरी बातें महका देती थी परिवेश
बेटी खुशी की पाती है यही जीवन का संदेश बिटिया चली जाती है पिया के देश
बिटिया पिया के रंग में रंग जाना
सखी सजनी का होती बिटिया समावेश
बिटिया चली जाती है पिया के देश।
-सीमा गुप्ता