सवाल यह हैं की जो चीज जैसी हैं उसे वैसे ही पेश क्यू ना किया जाये मैं तो बस अपनी कहानियों को एक आईना समझता हूँ जिसमें समाज अपने आपको देख सके.. अगर आप मेरी कहानियों को बर्दास्त नहीं कर सकते तो इसका मतलब यह हैं की ये ज़माना ही नक़ाबिल-ए-बर्दास्त हैं|
सआदत हसन मंटो (11 मई 1912 – 18 जनवरी 1955) उर्दू लेखक थे, जो अपनी लघु कथाओं, बू, खोल दो, ठंडा गोश्त और चर्चित टोबा टेकसिंह के लिए प्रसिद्ध हुए। कहानीकार होने के साथ-साथ वे फिल्म और रेडिया पटकथा लेखक और पत्रकार भी थे।
अरेंज मैरिज एक ऐसी कहानी है, जिसमे कहानी का नायक और नायका के प्रेम की अद्भुत दृश्य को पेश करती है
यह कहानी मर्दों के शिकार पर निकली औरतों पर आधारित है। इसमें बंबई और लाहौर की उन औरतों के क़िस्से बयान किए गए हैं, जो बिना किसी वजह के राह चलते मर्दों के साथ हो लेती हैं। ये औरतें उन मर्दों के साथ अपना समय बिताती हैं, या फिर उनसे पैसे ऐंठती हैं।
मंटो ने लम्बे समय तक एक बेहतर दुनिया की ओर ले जाने वाली रचनाएँ लिखीं। आज भी बहुत से लोग लघु कथाएँ लिख रहे हैं। जहाँ कुछ-कुछ या सब कुछ लघु कथा से जुड़ रहा है। पाठक पर बहुत ज़्यादा ज़ोर दिये बिना सच्ची और अच्छी कहानियों को बयाँ किया जा रहा है।
सआदत हसन मंटो की बदनाम कहानियाँ है कि मंटो की यथार्थ और घनीभूत पीड़ा के ताने-बानो से बुनी गयी हैं। 'बू', 'खुदा की कसम', 'बांझा' काली सलवार, समेत कई ढ़ेर सारी कहानियां हैं। इनमें कई कहानियां विवादित रही। 'बू' ने तो उन्हें अदालत तक घसीट लिया था।
मंटो की लोकप्रिय कहानियाँ उतनी महत्वपूर्ण है कि मंटो ने इतने बरस पहले जो कुछ लिखा उसमें आज की हकीकत सिमटी नजर आती है मंटो की लोकप्रिय कहानियाँ उतनी महत्वपूर्ण है कि मंटो ने इतने बरस पहले जो कुछ लिखा उसमें आज की हकीकत सिमटी नजर आती है
मुंबई एस्कॉर्ट्स आज के समय में ऐसा नाम और साधन है जो आपकी सभी शारीरिक और मांसिक जरूरतों को पूरा करती है और आपको एक चरमसुख का अनुभव कराती है अधिक जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट देख सकते हैं . https://www.reharao.com/
इस कहानी का शीर्षक है गुप्त रोग क्या फस गया रणवीर इसमें दर्शाया गया है कि कैसे एक औरत गैर मर्द के साथ नाजायज संबंध बनाती हैं अपने पति के बाहर जाने के बाद अपने आशिक को बुलाना यह कहानी रोमांच से भरी हुई है इसे पढ़कर आपको आनंद जरूर मिलेगा
खुशी ओ खुशी कहा मर गई ।आई मामी एक हाथ मे जल का लोटा लिए दूसरे हाथ मे पूजा की थाली पकड़े भागते हुए आती है । हल्के गुलाबी रंग का सूट उस पर कमर तक लटकती चोटी गुलाब की पंखुड़ी जैसे होठो पर लगी हल्के रंग की लाली उसकी खूबसूरती मे चार चाँद लगा रही है, रंग से
अर्धनारीश्वर के निबंधकार रामधारी सिंह दिनकर है। अर्धनारीश्वर शंकर और पार्वती का कल्पित रूप है , जिसका आधा अंग पुरुष और आधा अंग नारी का होता है | निबंधकार कहते है कि नारी-पुरुष गुणों की दृष्टि से सामान है| एक का गुण दूसरे का दोष नहीं है। प्रत्येक नर क
दो लडके अर्जुन और नकुल अंतरंग दोस्त हैं। अर्जुन बेहद होशियार विध्यार्थी था वहीं नकुल होशियार तो था पर ब्रिलिएंट की श्रेणी में नहीं आता था। अर्जुन आई आई टी में पढ़ाई करने की चाहत रखता था चाहे उसे ब्रांच कोई भी मिले। जबकि नकुल आटोमोबाइल में किसी भ
इस बुक में कुछ ऐसी कहानियों को शामिल किया गया है जो कल्पना और सच्ची घटना दोनो से ओतप्रोत है ।
"यह एक ऐसी कमसिन लड़की की कहानी है जो अपनी उमड़ती हुई जवानी से अंजान थी। उसकी माँ उससे पेशा कराती थी और वो समझती थी कि हर लड़की को यही करना होता है। उसे दुनिया देखने और खुली फ़िज़ाओं में उड़ने का बेहद शौक़ था।
रेड लाइट एक उपन्यास है। यह कहानी रेड लाइट एरिया की पैदाइश है। उपन्यास की नायिका निशा के जीवन का उतार चढ़ाव इस उपन्यास का आकर्षण है।
इस आयाम के अंतर्गत आप काव्य-रसानुभूति कर सकते हैं I
एक वेश्या की प्रेम कहानी और समाजसेविका बनने का सफर
मंटो ने भी चेखव की तरह अपनी कहानियों के दम पर अपनी पहचान बनाई. भीड़, रेप और लूट की आंधी में कपड़े की तरह जिस्म भी फाड़े जाते हैं. हवस और वहश का ऐसा नज़ारा जिसे देखने के बाद खुद दरिन्दे के सनकी हो जाने की कहानी है 'ठंडा गोश्त'. कहते हैं नींद से बड़ा क