खामोशियां......अल्फाजों की दुनियां..🍁
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लफ्ज़.....🌿जब लफ्ज़.....खामोश हो जाते हैं,तब आँखे बात करती है....🍂पर बड़ा ही मुश्किल हो जाता है उन सवालों के जवाब देना....🍂जब खुद की आँखे.....🍂खुद की आंखो से सवाल करती हैं....!!🥀💔Shikha Cha
किताबो की अहमियत अपनी जगह है,लेकिन सबक वो ही याद रहते जोवक़्त और लोग सिखाते है!🍁ज़िन्दगी का हर एक किस्सा अनजाना है,जो जिस पर बीती है बस उसी ने जाना है,हर दर्द एक सबक देता है,और हर सबक इंसान को बदल देता
किसी अपने से मिले हुए गमों ओर दर्द को सम्भाल पाना आसान नहीं होता है, लेकिन..उन गुजरें हुए हसीन पलों को भी भूला पाना आसान नहीं होता है, दिल में हर किसी को आसानी से बसया नहीं
🌹 ए रूह....ना रास्तों ने साथ दिया ना मंज़िल ने इंतजार किया........हम क्या लिखें..?जिंदगी पर.... इन कोरे कागज के पन्नो पर,हमारे साथ तो हर बार..हमारी उम्मीदों ने भी मजा़क किया........🙃...सफ़र जिंदगी का
❤️ परिवार ❤️💗💗💗ममता मां की,💗💗💗💗💗💗तो फटकार बाबा की।💗💗💗💗💗💗दुलार दादू का,💗💗💗💗💗💗तो सीख दादी की।💗💗💗💗💗💗पकवान चाची के,💗💗💗💗💗💗तो कहानियां चाचू की।💗💗💗💗💗💗किस्सा हो रहा था ज
पूंछ नहीं सकते हो हाल हमारा..!!पर अपना तो बता सकते हो ना.................🌹🌹कर नहीं सकते प्यार का इजहार..!!पर सुन तो सकते हो ना..........................🌹🌹मिल नहीं सकते कभी मुझसे..!!पर नजर तो आ&nbs
जब मुझे सबसे से जायदा.....🥀🥀किसी अपने की जरूरत थी ना अपनो ने साथ दिया.......🥀🥀ना गैरो ने दिया ना उस खुदा ने साथ दिया......🥀🥀जब मुझे इन सब सेकोई सहारा नहीं मिला..........🥀🥀तब बस मेरे
🖤🤍🖤🤍🖤🤍🖤🤍🖤🤍🖤🤍🖤🤍🖤🖤🤍🖤🤍🖤🤍🖤🤍🖤जीवन परिक्षाओं से भरा पड़ापता नहीं किस,परीक्षा में हूँ मैं खड़ी,कभी अपनत्व,निभाने के फेरे मेंधोखा खा जाती हूँ,कभी रिश्ते निभाने के फेरे मेंखुद को भी भूल
🖤🤍🖤🤍🖤🤍🖤क्यों मैं तकदीर को ना कोंशूमैंने पाकर हर चीज़ को खोते देखा है..!!🥀🖤🤍🖤🤍🖤🤍🖤कैसे इन आंखो में एक नया ख्वाब सजाऊंमैने इन आंखों से हर ख्वाब हवा में उड़ते देखा है..!!🥀🖤🤍🖤🤍🖤🤍🖤कैस
कुछ अनजान बने बैठे है कुछ समझ कर भी नादान बने बैठे हैं कुछ आंखो में पानी लिए कुछ लबों पे मुस्कान लिए बैठे हैंकुछ आंसू मुस्कान के साथ छुपाए बैठे हैंकुछ दिल में दर्द छुपाए बैठे हैकुछ राज
खामोश सी जिंदगी..............🖤लोगो को मेरे बारे में पता कुछ भी नहीं हैइल्जाम लगाते हैं हजारोंमगर जुर्म तो कुछ भी नहीं हैमेरे दिल में क्या हैकभी कोई मेरे दिल केराज समझ ना सकेगामेरी भावनाओं कोकभी
ये कैसी है रात आई...................🖤आज फिर आया है मौसम प्यार कान जाने कब होगा दीदार मुझे मेरे चाँद काये कैसी है रात आईमुझे फिर से है तेरी याद आईसनम तेरे आने का बेसब्री से इंतज़ार थाकर के सोलह श्रृंग
खामोश सी जिंदगी...................🖤अपनी जिंदगी से मैंआज रूबरू होने लगी थीटूटती उम्मीदों कोसवारने में जुटी हुई थी रौशनी को भूलअंधेरे को ही अपनी ज़िंदगी समझने लगी थी नाउम्मीदी को ही तकदी
सफर ये आख़िरी है..................🖤परछाई बन कर जिंदगी भरतेरे साथ चलने का इरादा था तोड़ कर दुनिया की सारी रस्में और कसमेंतेरे साथ जीने का वादा था पर अब मेरे मोहब्बत का सफर ये आख़िरी हैढूं
प्रेम ....प्यार.... इश्क़.... कैसा हो जवाब सिर्फ एक ❤️💫बेहद हो.......🌹बेहिसाब हो.......🌹बेसबब हो.....🌹बेवक्त हो...🌹बेवजह हो..🌹बेमतलब हो.......🌹बेपरवाह हो.🌹बेमिसाल हो.🌹बेकरार हो.........🌹&nbs
विश्वाश का फल......................🖤मौसम-ए-मिजाज बदल रहा हैयह वक्त है साहब अब बदल रहा है।।जो तुम अपने रंग दिखाए जा रहे होऊपर वाले को ये सब दिख रहा है।।चेहरे पर मुस्कान मन में मैल भरा हैऊपर से दिखावा
किस रास्तें जाऊँ, मैं किस राह भटकूँ अब!इस जिंदगी ने भी ना जाने किस मोड़ परला कर खड़ा कर दिया है।।शौक़ नहीं कोई मगर क्या करते हम भी।बदल जाना मेरी फ़ितरत मे नहीं था।।मरके भी राख बिखरी है इन फिज़ाओ में ए “R
हम सिमटते गए तुझमें तुम भूलते गए हमेंहम मरते गए तेरी बेरुखी से औरतुम आजमाते गए हमें!सोचा देख मेरी मोहब्बतअपनी बेरुखी पर पछताओगे...पर अंत तक रोते रहे हम औरतुम रुलाते रहे हमें!! &nbs
बेजुबान है दर्द मेरा, तू मेरी खामोशियाँ समझ ले....🥀😔🖤____________🍁_____________🖤कैसे दिलाऊँ एहसास तुझे मैं, तू मेरी आँखों को ही
जिंदगी की पहेली.........🖤पत्थर का शहर ,माटी का इंसान ,अपनो के नाम पर धोखाधोखे के नाम पर अपनेबस इतनी सी है ज़िंदगी की कहानी। और जज़्बात भरा ये दिल.... टूटेगा , तडपेगा , बिखरेगा और एक द
तुम बिन जिया जाए ना..................😔जाने क्यूँ है ये, एहसास तू दूर होकर भी मेरे पास है।🖤🤍🖤🤍🖤जाने क्या थी, तेरी मजबूरीजो लिख दी यह हमारी दूरी🖤🤍🖤🤍🖤क्यूं शिकवा नहीं, तेरे से मुझे क
दर्द इतना है कीहर रोज , हर पलघुट घुट कर अंदर ही अंदर मरते हैं हमऔर समझदारी इतनी कीचाह कर भी...किसी से कुछ कह नहीं पाते हैं हम..!!😔shikha Chaudhary...✍🏻
🖤🤍🖤🤍🖤जो आँख भी मिलने की इजाज़त नहीं देता दिल उसकी नज़रों में बसने पे तुला है.....🌹🌹🖤🤍🖤🤍🖤ये दूरी से भी बहुत प्यार हैं मुझे,तुम मेरे पास हो या ना हो,तुम्हारे एहसास से भी प्यार है मुझे....
वास्तविक सौंदर्य.............🌹🌹नज़ाकत तुम में है,इबादत तुम में है,शरारत तुम में है,कशिश भी तुम में है,मुझ में भी मैं कहां,जो कुछ भी है, सब कुछ सिर्फ तुम में ही तो है।वो वास्तविक सौंदर्य से भी स
रिश्ता हमारा..........................❤️रिश्ता "हमारा" बेशक है..........🥀🥀लेकिन हमारे इस रिश्ते को,सबसे ज्यादा जरुरत है........🌹🌹हमारे साथ की,हमारे समझ की,हमारे वक्त की,हमारे अपनों की.........🍁"औ
क्यूं रूठे है....अब इसका हिसाब जाने दो,🍂तकल्लुफ़ से भरी...हर इक बात जाने दो,🍂दिल दुखा कर पूछते है...किसका है ये काम,🍂जो निभाना नही तुम्हें...तो अब ये लिहाज़ जाने दो,🍂दूरियां जब दिलों की हो...मिटान
ख़ामोश सी जिंदगी..............🖤🖤🤍🖤🤍🖤कैसे भूलें....🥀तुम्हारी बातें हम,🍂इतना आंसां नहीं भुला दें हम...........!!🖤🤍🖤🤍🖤कैसे भूलें....🥀जो दिन साथ में जिए थे हमने,🍂तुम कहो कैसे भूला जाएं हम..
ख़ामोश सी जिंदगी..............🖤मेरी परछाईं मुझसे कहती है,🍂चीख चीख कर मुझसे सवाल करती हैं,🍂तू क्यों ऐसी है..?आखिर तू कुछ कहती क्यों नहीं है...??इतने दर्द मे भी,🍂तू मुस्कुराती कैसे है..?इतने गम में
ख़ामोश सी जिंदगी..............🖤मानो तो सबसे सस्ती है मानो तो सबसे महँगी है जिसे पाने को ज़िंदगी हर इक पल तरसती है कोई ना जाने कहाँ है बिकती ये "हसीं"😊बस इक मुस्कान के लिए&nb
ख़ामोश सी जिंदगी..............🖤जिंदगी जीना तो कब का छोड़ दियाफिर भी..🌿बस जिए जा रहे हैंजिए जा रहे हैं🍂बस बसर किए जा रहे हैंज़िंदगी जी रहे हैंया फ़िर..🌿उम्र पूरी किए जा रहे हैं🍂इक तार टूटा सा है&n
ना मैं तुम्हारी आदत,ना मैं तुम्हारी जरुरत बनना चाहूं,बस जिंदगी की भाग दौड़ में जो कभी याद आ जाऊं तो,बस एक तेरी...🌹मुस्कुराहट..🌹की वजह बनना चाहूं..!!❤️shikha Chaudhary...✍🏻
ज़िन्दगी से हमें कुछशिकायत तो हैं....................🖤ज़िन्दगी से मगर खूबसूरत हैं क्या..?तुमसे शिकायत हैंयह तुम हमें मिलते नहींतुमसे शिकायत तो हैंयह तुम हमें मिलते नहींमरके भी हम जी रहेतुम क्यों हमें स
ख़ामोश सी जिंदगी...............🖤न जाने ये जिन्दगी क्यों हर पलइक नया इम्तिहान लेती है,लूट लेती है हमसे हमारी सारी खुशियाँफिर भी हमे जीने के लिएइक नई उम्मीद की तलाश होती हैं...!🥀🥺shikha Chaudhar
ख़ामोश सी जिंदगी...............🖤ये रातें गुमनाम हैं, ये ख़ामोश सी जिंदगीये तन्हाइयों सा सफ़र..ये लफ्ज़ भी खामोश है, इन आँखों में भी इक सूनापन है, इन आंखो में दर्द तो दिखता हैपर जुंबा त
ख़ामोश सी जिंदगी...............🖤आज फिर से मेरा मन व्याकुल हैं,हां आज फिर से मेरा दिल जख्मी हैं हां आज फिर से मेरा मन उदास है हां आज फिर से तेरे आने की आस हैं हां आज फिर से तुझे देखने क
ख़ामोश सी जिंदगी............🖤ऐ मेरी दोस्त, मेरी तन्हाई, मेरा वफा तुझ सा कोई और नहीं,हर घड़ी साथ मेरे रहती है,तेरे साथ का कोई जवाब नही,मेरी हमराह है तू मेरी हर रात
खामोश सी जिंदगी..............🖤न इस दर्द ने बख्शा हमे,ना किसी खुशी का ठिकाना है न कमबख्त ये हंसी का मुखौटा है किसी से परेकमबख्त ये जीवन ही इक रहस्य है अब हम हैं कहाँ..?बस चेहरे हैं..!हम तो क
ख़ामोश सी जिंदगी..............🖤आइना जब भी देखती हूंखुद को ही ना पहचान पाती हूंखुद को हमेशा खोया हुआ, परउस आइने में खड़ी किसी अनजान लड़की को पाती हूंकोई टूटा ख्वाब, जैसेकिसी आईने का कांच का
गुस्से में लिया गया इक गलत फैसला.....गुस्सा जब आए तो शांत रहा करोदिल घबराने लगे तो रो लिया करोचाहे तो खुद को..खुद ही थपड़ लगा लिया करों पर खुद को चोट मत पहुंचाया करो...गुस्से में कोई ऐसा फ़ैसला म
कितना खूबसूरत लगता है..मेरा नाम तेरे नाम के साथ,जैसे आसमां में,चांद दिखे सितारों के साथ..बातें तो हर कोई समझ लेता हैसाथी ऐसा हो..जो खामोशी भी समझे.. उन आंखो की नमी भी पढ़ ले..अधूरे से रहते हैं "R
इस भीड़ से खुद को अलग करके देखते हैं,चल जिंदग अपनी खराब किस्मत को हीआजमा करके देखते हैं....🍁सुना है खुदा साथ देता है बदकिस्मतो का,चल जिंदगी अपनी बदकिस्मत को हीआजमा करके देखते हैं....🍁जिसे देखो
जिंदगी को जितनी दूर से देखते हैंजिंदगी उतनी ही खूबसूरत लगती हैठीक उसी तरह...जिंदगी को जितनी पास से देखते हैंवो उतनी ही सुंदर भी दिखती है..पर जिंदगी को जीतने अंदर से देखते हैं उसमे उतने ही कांटे द
कोई तो गुनाह करवा दे........🖤मुझसे ए मेरे खुदा,ताकी ये जिंदगी..........🖤थोडी सी कम हो जाए,shikha Chaudhary...✍🏻
कुछ ख़ुशियाँ कुछ आँसू दे गया जीवन का इक और साल गया.... फिर नए साल का इंतज़ार कर रहे हैं हम बीत जायेगा ये साल भी यूं ही तेरे इंतजार में....हॅसते हैं तो भी आँखों में नमी आ ही जाती हैं,ना
तुमसे हमको कहनी है यह बात आखिरी है,पता नहीं फिर कबयह साथ के लम्हे आएंगे,शायद तुम्हारा और हमारायह साथ आखिरी है जिंदगी में तन्हा...रहना तो मुमकिन नहीं,तेरे साथ चलना दुनिया को गवारा भी नहीं,इसल
खामोशियाँ....हमेशा कलम से बयांनहीं होती, अंधेरा अगर जिंदगी में हो तोरौशनी से कोई आशा नहीं होती,लाख दर्द लिख लो अपने अल्फाजों में...लाख कोशिशे कर लोइन लफ्ज़ों में सुकून को ढूंढने की,&nbs
🖤🤍🖤🤍🖤खामोशियां अक्सर.............बहुत कुछ बयां कर जाती हैआंखों के,आंसू के, जरीए बहुत कुछ कह जाती हैं।लब चाहते है बहुत कुछ बोलना परपता नहीं क्यों वो खामोश हो कर रह जाते है..!!💔🖤🤍🖤🤍🖤तड़प
ए मेरे मन चल दुनिया सेअब कहीं दूर चलें... राहों की ऊँगली थामे चल कहीं दूर चलते हैं...जहां ना कोई अपना हो,ना हो कोई पराया...जहां ना हो कोई ख़ुशीऔर ना हो कोई ग़म...चल ढून्ढ ले कोई ऐसी जगह 
तू पास नही है हमारे पर तेरी यादें रहती हैहमेशा, हर वक़्त हमारे पास बस हमारी इक ही दुआ हैतू जहां रहे वहां खुश रहे..हमारा क्या है,हम तो खुश हैं तेरी यादों के साथ ही इतनी यादें है तेरी हमार
बहोत हिम्मत वाली हूँ यारमगर कभी कभी हार जाती हूँ..आखिर हूं तो,मैं भी एक इंसान ही ना मुझे भी हर्ट होता हैं यार मेरा भी दिल दुखता हैमै कहती नहीं हूं तो क्यामुझे कोई फर्क नही पड़तापडता है,,,,&n
ख़ामोश सी जिंदगी............🖤हम किसी के लिए कितना भी कर ले पर हम उनके लिए तब तक हीअच्छे हैं जब तक हम उनकेमन का करते जातें हैं जहाँ हमने अपने मन की तहां हम सबसे बुरे कहलाते हैं थोड