राजगढ़ : 13 साल की नौकरी में 25 तबादलों का दर्द झेल चुकी मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की ब्यावरा तहसील में पदस्थ महिला तहसीलदार अमिता सिंह तोमर ने इस बार सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ट्वीट कर न्याय की गुहार लगाई है.
तहसीलदार ने गुरुवार को किए ट्वीट में लिखा- 13 साल की नौकरी के दौरान यह मेरा 25 वां ट्रांसफर है. जब भी मेरा ट्रांसफर किया गया, हर बार 500 किमी दूर ही भेजा गया. क्या ब्यावरा में रसूखदारों का अतिक्रमण हटाना ही इतनी दूर भेजने की वजह है... आखिर मैंने ऐसी क्या गलती कर दी.... मुझ पर मानसिक दबाव है, न्याय की उम्मीद के साथ अपील कर रही हूं.. व्यवस्था में मेरा विश्वास है...
बता दें 12 जुलाई को ब्यावरा तहसीलदार अमिता सिंह तोमर का स्थानांतरण 800 किमी दूर सीधी किया गया है. उन्होंने प्रधानमंत्री को किए टवीट और प्रमुख सचिव को लिखे पत्र में कहा है कि गत वर्ष 19 सितंबर को राजगढ़ आने के बाद सारंगपुर तहसीलदार के रूप में ज्वाइन किया. एक साल बाद 20 सितंबर को नरसिंहगढ़ भेज दिया.
6 अप्रैल को ब्यावरा ट्रांसफर कर दिया. यहां तीन माह हुए और अब सीधे सीधी भेज दिया. उन्होंने स्पष्ट किया कि जुलाई 2003 से जुलाई 2017 के बीच में 13 वर्षों में यह 9वां जिला है और 25 वां तहसील स्तरीय ट्रांसफर. ऐसा कर मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है.
प्रमुख सचिव को लिखे पत्र में कहा
मेरे खिलाफ न कोई शिकायत आई न लेन-देन व भ्रष्टाचार के आरोप लगे. न मेरे कार्यकाल में फाइलें पेंडिंग है, बल्कि राजस्व व बैंक वसूली में राज्य में बेहतर प्रदर्शन रहा. हर वर्ष सीआर बेहतर रहती है. सिंहस्थ में कई प्रमाण-पत्र मिले, सैकड़ों पुरस्कार व मेडल मिले. हाल ही में ब्यावरा में जरूर कुछ रसूखदारों के अतिक्रमण हटाने का काम किया था. क्या यही मुझे इतनी दूर भेजने की वजह है...?
पहले कहते थे KBC वाली मैडम, अब ट्रांसफर वाली मैडम
अमिता सिंह कहती है जब मैंने कौन बनेगा करोड़पति में 50 लाख रू जीते थे, तब से लोग मुझे केबीसी वाली मैडम कहते थे, लेकिन बार-बार हो रहे तबादलों के कारण मुझे ट्रांसफर वाली मैडम कहा जाने लगा. मुझे मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है. अधिकांश तहसीलदारों की पूरी नौकरी 2-4 जिलों में ही पूरी हो जाती है, लेकिन यहां पर मेरा तो 13 साल में 25 तहसीलों में ट्रांसफर कर दिया गया.