पिता ने कहा एक बेटा शहीद हो गया तो क्या, देश सेवा के लिए दूसरा बेटा अभी आर्मी में है
दिल्ली : पठानकोट एयरबेस में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने शनिवार तड़के हमला किया था, लेकिन अभी भी ऑपरेशन जारी है. इसमें सात जवान शहीद हुए हैं. चार आतंकी मारे गए हैं. कैसे शहीद हुए एनएसजी के अफसर निरंजन और एयरफोर्स के कमांडो गुरसेवक गुरसेवक एयरफोर्स की अपनी कमांडो फोर्स गरुड़ के मेंबर थे. जब शनिवार तड़के आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया, तब गुरसेवक एयरबेस के अंदर सेकंड सिक्युरिटी लेयर की कमान संभाल रहे थे. उन्हें शुरुआती फायरिंग में गोलियां लगीं. वे फिर भी लड़ते रहे. बेहद जख्मी हालत के बावजूद उन्होंने मोर्चा संभाले रखा. ज्यादा गोलियां लगने से उनकी जान चली गई. गुरसेवक की डेढ़ महीना पहले ही जसप्रीत कौर से शादी हुई थी. उनके पिता सुच्चा सिंह का कहना है कि एक बेटा देश के लिए शहीद हो गया तो क्या, देश की सेवा के लिए उनका दूसरा बेटा हरदीप सिंह अभी आर्मी में है. वहीं, निरंजन पठानकोट में मारे गए एक आतंकी के शरीर में बंधे एक्सप्लोसिव को डिफ्यूज कर रहे थे. लेकिन आतंकी के शरीर पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस बंधी थी. निरंजन के उसे छूते ही धमाका हो गया. बेहद जख्मी हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें नहीं बचाया जा सका. बेंगलुरु में एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन का शव पहुंचा. उनकी पत्नी डॉ. राधिका और 2 साल की बेटी विस्मया भी पहुंची. सुबह स्कूल के बच्चों ने भी निरंजन को श्रद्धांजलि दी. एनएसजी के निरंजन की शहादत पर बहन ने कहा कि वे निरंजन को अर्जुन के रूप में देखती हैं, जिसने अपनी कर्मभूमि के लिए जान दे दी. तीन साल पहले यहीं उनकी शादी डॉक्टर केजी राधिका से हुई. वह सितंबर में घरवालों से मिलने आए थे. उनकी दो साल की एक बेटी है, जिसका नाम विस्मया है.