इंडिया संवाद ब्यूरो
नई दिल्ली : पूरी दुनिया में महिलाओं को सम्मान की नजर से देखा जाता हैं. यहां तक कि बच्ची का जन्म होते ही उसे देवी के रुप में पूजा जाता हैं. वहीं एक दुसरी काली सच यह भी कि महिलाओं को हमेशा अपने आप को साबित करना पड़ता हैं . जाने अनजाने हर मोड़ में उन्हे अपनी कौमार्यता साबित करनी पड़ती हैं.
यही कारण है कि इन दिनो अपनी वर्जिनिटी साबीत करने के लिए जर्मनी में मुस्लिम महिलओ फेक हाइमन का सहारा लेने पड़ रहा हैं.
क्या हैं फेक हाइमन
ऐसा माना जाता हैं कि कोई महिला अगर वर्जिन होती हैं तो वेडिंग नाइट में जब पती के साध रिलेशन बनाती है तो उस दौरान महिलाओं को थोडा रक्ततऔर उसे दर्द होता है और अगर ऐसा नहीं होता तो माना जाता है कि वो महिला या लड़की वर्जिन नहीं है. लेकिन फेक हाइमन बड़ी आसानी महिलाएं अपने निचले हिस्से में लगा सकती हैं और जब उसमे दवाब पड़ता है कि इसमें नेचुरल प्रक्रिया की तरह से ब्लड निकलता है. इस हाइमन की कीमत 3580 है जो कि ऑप्रेशन के मुकाबले काफी सस्ती है।
डिजिटल युग में भी नहीं बदल रही लोगो की सोच
जर्मनी के अखबार की माने तो मुल्सिम समाज की महिलांए इस भय से ग्रसित हैं और इस कारण वो फेक हाइमन की तरफ झुक रही है। इन्हें बनाने वाली कंपनियां का दावा है कि यह बिल्कुल नेचुरल है और इसे यूज करने में कोई तकलीफ नहीं होती है.