यूपी का सीएम बनने के लिए बेचैन चाचा शिवपाल करा रहे है तंत्र-मन्त्र और यज्ञ
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव सीएम बनने के लिए बेचैन है. जिला पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी को मिली भारी जीत ने उनकी इस बेचैनी को और बढ़ा दिया है. बताया जाता है कि यूपी में इस ऐतिहासिक जीत के बाद से सीएम के चाचा का कद और भी पार्टी में मजबूत हो गया है. जिसके चलते शिवपाल सिंह यादव अब यूपी के सीएम बनने की जोड़तोड़ बैठाने में जुटे हुए है. यूपी का सीएम बनाने की सिफारिश सूत्रों के मुताबिक चुनाव लड़ाने में माहिर सीएम अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने जिला पंचायत चुनाव में 74 सीटों में से 60 पर सपा को कब्ज़ा दिलाकर पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव को यकीन दिल दिया है कि अगर उत्तर प्रदेश का उन्हें छह महीने के लिए मुख्यमंत्री बना दिया जाये तो वह सूबे में सपा की सरकार फिर से बना सकते है. बताया जाता है कि इस बात की पैरवी शिवपाल के समर्थक भी सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से करने में लगे हुए है. यहां तक कई बड़े कबीना मंत्रियों ने भी नेताजी यानि मुलायम सिंह को विश्वास में लेकर शिवपाल को मुख्यमंत्री बनाये जाने की सिफारिश की है. पर यह सभी सिफारिशी शिवपाल खेमे के बताये जाते है. शिवपाल लगा रहे है गुरुओं के चक्कर सूत्रों के मुताबिक पिछले छह महीनों से यूपी के सीएम बनने के लिए शिवपाल यादव राजनीति के हर मोहरे को बड़ी सूझबूझ के साथ चल रहे है. यहां तककि उन्होंने हर जोड़तोड़ के बाद भी जब बात नहीं बनी, तो उन्होंने यूपी की सत्ता हासिल करने के लिए पंडितों और पहुंचे हुए तांत्रिकों का सहारा लिया. बताया जाता है कि पिछले दिनों अपने एक करीबी के कहने पर शिवपाल मुरादाबाद जिले के एक पहुंचे हुए गुरु धर्माचार्य प्रमोद कृष्णनन के आश्रम भी पहुंचे थे. यहां गुरूजी के पैर छूकर सीएम बनने का आशीर्वाद ही नहीं बल्कि बाकायदा एक यज्ञ भी यूपी का सीएम बनने के लिए लिया. इससे पहले यूपी का सीएम बनने के लिए शिवपाल मध्य प्रदेश के दतिया में पंडोखर सरकार के आश्रम में जाकर उनसे आशीर्वाद लेते रहें है. काम न बनने के बाद इस बार नए गुरूजी की शरण में वह गए है. सूत्रों के मुताबिक इधर सीएम अखिलेश ने सूबे में विकास की गंगा बहाकर पिछले एक साल में पार्टी की छवि को लोगों की नजरों में बेहतर बनाने में कामयाबी हासिल की है. बताया जाता है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट मेट्रो है. इसके आलावा उन्होंने प्रदेश की जनता को कम समय में अधिक दूरी तय करने के लिए ऐसे राजमार्गों का निर्माण कराया है, जिससे सूबे की जनता को काफी सुविधाएँ मिलेंगी. इसको लेकर वह भी अपने पिता मुलायम सिंह की सीएम बनने कसौटी पर खरे उतरे है. इतना ही नहीं अखिलेश सपा मुखिया मुलायम सिंह को 2019 में पीएम की कुर्सी पर बैठाने के लिए भी आस्वश्त कर चुके है, और तो और सरकार के मंत्रियों और अफसरों से काम कराने में भी अब यूपी के सीएम अखिलेश पीछे नहीं दिखाई दे रहे है. बताया जाता है कि नेताजी भी अखिलेश के कामों को लेकर संतुष्ट दिखाई दे रहे है. संकट में पड़े मुलायम इसके बावजूद शिवपाल खेमे के लोग मुलायम सिंह को इस बात का विश्वास दिलाने में लगे है कि यदि यूपी में दोबारा सरकार बनानी है तो वह अपने छोटे भाई शिवपाल को विधानसभा चुनाव से पहले यूपी का सीएम बना दें. भले ही छह महीने के लिए. बताया जाता है कि शिवपाल को मुख्यमंत्री बनाने कि सिफारिश करने वालों ने तो नेताजी से यह तक कह डाला है कि बेटे को तो सीएम बनने के बाद सुऱक्षा मिल गई है. अब भाई को भी सीएम बनाकर वह सुऱक्षा दिल दें. फ़िलहाल सपा मुखिया ने अभी कोई निर्णय इस बाबत नहीं लिया है. बताया जाता है कि अगर वह बेटे को बिना वजह सीएम की कुर्सी से हटाते है तो वह उनका विरोधी हो जायेगा और अगर भाई शिवपाल को सीएम नहीं बनाते है तो वह उनके खिलाफ हो जायेंगे. बहरहाल संकट में पड़े मुलायम अब इस पर विचार करने में जुटे हुए है.
अखिलेश के कामों से संतुष्ट मुलायम