इंडिया संवाद ब्यूरो
इस्लामाबाद : दोस्ती का हाथ बढ़ाकर पाकिस्तान फिर से भारत की पीठ में वार करने की फ़िराक में हैं। इसी के चलते आतंकियों पर पाबंदी के मामले में पाकिस्तान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात उद दावा को पाकिस्तान में बैन नहीं किया है। गौरतलब हैं कि संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने जमात उद दावा को आतंकी संगठन घोषित कर रखा है।
जमात उद दावा का नाम नहीं शामिल
पाक के गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को संसद में यह जानकारी दी। पाक के गृह मंत्रालय ने कहा है कि आतंकी संगठनों की प्रतिबंधित सूची में पाक में संचालित हो रहे 61 आतंकी संगठनों का नाम है, मगर उसमें हाफिज के संगठन जमात उद दावा के नाम को शामिल नहीं किया गया है। हालांकि मंत्रालय ने यह जरूर कहा है कि जमात की गतिविधियों पर अभी निगाह रखी जा रही है। जबकि संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने जमात उद दावा को आतंकी संगठन घोषित कर रखा है। अमेरिका ने हाफिज के सिर पर एक करोड़ का इनाम रखा हुआ है।
61 आतंकी संगठनों की सूची जारी
गृह मंत्रालय में आंतरिक राज्य मंत्री बालीघुर रहमान ने संसद के उच्च सदन सीनेट में 61 आतंकी संगठनों की सूची पेश की। उन्होंने कहा, ‘जमात उद दावा को प्रतिबंधित सूची में नहीं रखा गया है, क्योंकि उस पर अभी निगाह रखी जा रही है।’ प्रतिबंधित सूची में इस्लामिक स्टेट, लश्कर-ए-ताइबा, लश्कर-ए-झांगवी, सिपाह-ए-मुहम्मद पाकिस्तान, जैश-ए-मुहम्मद और सिपाह-ए-साहबा जैसे आतंकी संगठनों समेत बलूच अलगाववादियों बलूचिस्तान रिपब्लिकन आर्मी और लश्कर बलूचिस्तान के नाम हैं हालांकि देश में प्रतिबंधित हथियारों पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है।
मजेदार बात है कि हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से बातचीत शुरू हुई जिसको लेकर विपक्ष ने नरेंद्र मोदी सरकार के काम काज के रवैये पर भी सवाल उठाया था। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दोनों देशों के बातचीत को एक सकारात्मक पहल बताया था।