गतांक से आगे:-कालू को खंजर हाथ मे लेकर कबीले से बाहर जाते सरदार ने देख लिया था उसका मन कांप गया ।उसे ये तो था कि कालू जल्दी से राजकुमार सूरज पर हाथ तो नही डाल सकता क्योंकि वो कोई साधारण मनुष्य नही है
हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष जगन्नाथ यात्रा आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से शुरू होकर आषाढ़ शुक्ल की दशमी तक चलती है। इस रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ विराजमान होते हैं और इनके सा
जगन्नाथ मंदिर ओडिशा के पुरी शहर में स्थित है. पूरे साल भगवान की पूजा इस मंदिर में होती है लेकिन आषाढ़ माह में तीन किलोमीटर की रथ यात्रा निकाली जाती है. ।हर साल 'जगन्नाथ रथ यात्रा' धूमधाम से निकाली जात