दुनिया की सारी चीज़ों पे भारी है मां का प्यार,
जन्नत खुदा ने रखी है कदमों में उसके यार।
कोई न इस जहान में हमको मिला नवाब,
हर हाल में जो करता हो बेइंतेहा ही प्यार।
मां का कर्ज़ चुका नहीं सकता कोई नवाब,
गर करदे पूरा जीवन ही मां पे वह निसार।
इतना किया है मांओं ने बच्चों से अपने प्यार,
मां ने कभी ना टूटने दी ये प्यार रूपी धार।
—समीम नवाब (Nawab Comfort)