(1) किसी मजबूर इंसान का मजाक उड़ाने का खयाल आय तो उसके स्थान पर स्वयं रख कर देखे ! (2) प्रभु सुख देना तो बस इटना देना कि अंहकार न अजाय ! और दुख देना तो बस इटाना की आस्था ना चली जाए ! (3)भागवत गीता में लिखा है जिस समय कोई समस्या जन्म लेती है उसके साथ ही उसका समाधान भी जन्म लेता है !(4) संयम मानुष के जीवन में न्यी रोशनी उतपन कर देती है ! (5) अगर आप जिंदगी में कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते तो आपको एक साधारण जिंदगी में ही गुजरा करना होगा (6) अपने ईस्वर को मत बतओ की तुम्हारा तूफान कितान बरा है अपने तूफान को बताव की तुम्हारा ईश्वर कितना बारा है! (7) शहर में छले पर जाते है जिंदगी की पाव में सुकून का जिंदगी बिताना है तो अजव गांव में ! (8) आज के लोग इटने व्यस्त है कि जिंदगी बिताना भूल गए है! (9) किसी भी सच को स्वीकार करने के लिए हमेशा साहस चाहिए होता है! ( 10) अगर आस्था है तो बंद दरवाजे भी खुल जाते है !