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आरकच्छित वर्ग को झटका

20 सितम्बर 2015

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featured imageगुजरात हाईकोर्ट का आरक्षण पर दिया गया फैसला स्वागतयोग्य .......            गुज़रात हाईकोर्ट द्वारा आरक्षण पर दिया गया निर्णय स्वागतयोग्य है, क्योंकि अभी तक आरक्षित वर्ग दोहरा लाभ प्राप्त कर रहे थे। एक तरफ तो वह आरक्षण का लाभ ले रहे थे वही दूसरी तरफ सामान्य वर्ग की सीटो का भी बटवारा कर रहे थे। मा। गुजरात उच्च न्यायालय के निर्णय नुसार अब वह सिर्फ आरक्षित वर्ग से ही चयनित हो पायेगे | सामान्य वर्ग हेतु निर्धारित सीटो पर आवेदन व चयन का अधिकार उनको न होगा जिसका सीधा सा अर्थ यह है कि आरक्षित वर्ग अब सिर्फ 49.5% तक ही सेवा में सीमित हो गए हैं जबकि इससे पूर्व वह आरक्षित व सामान्य वर्ग की सीटो पर चयनित हो लगभग 62% सेवा में आकर 12.5% ​​सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों का नुकसान कर रहे थे | उक्त फैसले का दूरगामी प्रभाव पड़ेगा तथा अन्य राज्यों में भी उक्त व्यवस्थानुसार याचिकाएँ योजित होगी तथा उस पर निर्णय सामान्य वर्ग के पक्ष में जायेगा मैं          हमें धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए हार्दिक पटेल का जिन्होंने पटेल समाज को पिछड़ा वर्ग में शामिल करने हेतु आंदोलन चलाकर दबाव बनाया जिससे मान। न्यायालय का ध्यान इस बात पर आकर्षित हुवा और सकारात्मक परिणाम सामने आये। कुछ दिनों पूर्व जब मेरे एक मित्र हादिक पटेल के आंदोलन की सराहना कर रहे थे कि हमने उनसे कहा था यह आंदोलन सोची समझी योजना का परिणाम है जो आरक्षित वर्ग का नुकसान करेगा आज वह भविष्यवाणी सही साबित हुई ओर परिणाम सामने है। मैने अपने पूर्व की पोस्ट में भी कहा है और फिर कह रहा हूँ कायस्थों को भी आरक्षण की माँग कर सरकार पर दबाव बनाना चाहिए।

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