आर.एस.एस.प्रमुख मोहन भागवत द्वारा संघ के पत्र पर लिखे लेख में आरक्षण की वर्तमान व्यवस्था की समीक्षा करने पर बल दिया गया है, जो एक स्वागत योग्य कदम है, इससे सरकार पर दबाव बनेगा उन्होने अपने वक्तव्य में कहा है कि वर्तमान स्थिती में जब सामान्य वर्ग की जातिया भी आरक्षण की मांग कर रही है I उस समय यह जरूरी हो जाता है कि हम आपनी आरक्षण व्यवस्था का मूल्यांकन करें | उसकी समीक्षा करें।