... कुछ ऐसी लिस्ट भी सामने आयी है, जिसका इस्तेमाल आईएसआई अपने नापाक इरादों को पूरा करने के लिए कर रही है. इनमें Top Gun (गेमिंग एप), Mpjunkie (म्यूजिक एप), VD Junky (ऑडियो एप), Talking frog (एंटरटेनमेंट एप) शामिल हैं, जो किसी भी स्मार्टफोन में इनस्टॉल होते हैं और उसकी जानकारी को पूरी तरह से उस एप्प के एडमिन को शेयर करने लगते हैं, जो सुरक्षा के लिए सोचनीय स्थिति पैदा करती है. आश्चर्य तो यह है कि जब आप एप्प इंस्टॉल करते हैं तो आपकी मर्जी से यह सारी परमिशन लेती है, मसलन आपके कांटेक्ट, मेमोरी और दूसरी इनफार्मेशन के एक्सेस का, जिसका इस्तेमाल यथा रूप में देश के शत्रुओं द्वारा करने की सम्भावना बलवती हो जाती है. हाल ही में पठानकोट हमले के पीछे भी सोशल नेटवर्किंग की मदद से ख़ुफ़िया सूचनाएं निकालने की बात सामने आयी थी. इसी कड़ी में, हनी ट्रैप हुए एयरफोर्स के जवान रंजीत केके की बड़ी चर्चा हो चुकी है. इसके साथ यह बात भी ध्यान देने वाली है कि आईएसआई बड़ी चालाकी से सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ युवा वैज्ञानिकों को उनकी डिटेल की खंगाल करके फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहे हैं तो बड़ी योजना के साथ उन पर नज़र भी रखी जा रही है. ह्यूमन नेचर की ...
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