जब हम खो जायेंगे तुझसे दूर हो जायेंगें ।
जब हम मजबूर हो जाएंगे ।
दूर चले गए हो तुम मुझसे
रूठ गई हूं मैं तुमसे
याद बहुत आई
मगर याद को दिल से आज तक नहीं लगाई।
दुनियां ने हमारे प्यार को गुन्हा समझकर जो आग लगाई।
आज तक मैं उसे नहीं बुझा पाई।
लेखक शबनम अंसारी ✍️