shabd-logo

यक्ष प्रश्न - 3 : इकॉनॉमी वारियर्स

9 जुलाई 2022

24 बार देखा गया 24
empty-viewयह लेख अभी आपके लिए उपलब्ध नहीं है कृपया इस पुस्तक को खरीदिये ताकि आप यह लेख को पढ़ सकें
43
रचनाएँ
यक्ष प्रश्न 1
0.0
सामाजिक, राजनैतिक , पारिवारिक, वैचारिक, नैतिक, चारित्रिक आदि विभिन्न विषयों पर हास्य व्यंग्य के रूप में 50 कहानियों की यह पुस्तक सतरंगी इंद्रधनुष की तरह है जो आपके अधरों पर मुस्कान लाएगी, दिल को गुदगुदाएगी, कटाक्ष करेगी , कुरीतियों पर चोट करेगी और बात बात में कोई संदेश छोड़ जाएगी । इतनी श्रेष्ठ पुस्तक को छोड़ना नहीं चाहिए । ऐसा अवसर सौभाग्य से ही आता है जब इस प्रकार की पुस्तक हाथ लग जाये । उम्मीद है कि आप इस पुस्तक से निराश नहीं होंगे । इस पुस्तक को पढकर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य प्रदान करें । धन्यवाद ।
1

स्क्रीन की दुनिया

7 जुलाई 2022
2
0
0

सीता कबसे फोन मिला रही थी भारती को लेकिन उसका फोन या तो बिजी आता था या स्विच ऑफ । तीन चार दिन हो गए उसको प्रयास करते करते लेकिन कमबख्त फोन था कि लगने का नाम ही नहीं ले रहा था । कभी कभी तो लगता था कि इ

2

फीकी वर्दी

7 जुलाई 2022
1
0
0

एक कहावत है कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं । हो सकता है कोई जमाने में यह बात सही होगी । शायद वह जमाना सम्राट विक्रमादित्य का रहा हो या हरिश्चंद्र का हो । लेकिन अब सब जानते हैं कि आज के जमाने में इ

3

3. भूख से मौत

8 जुलाई 2022
1
0
0

कलेक्ट्रेट में आज सुबह से ही हड़कंप मचा हुआ था । सुबह से कम से कम दस बार मुख्यमंत्री निवास से फोन आ गया था । स्वयं मुख्यमंत्री जी ने कलेक्टर साहब से बात की थी । कलेक्टर साहब तो इसी बात से धन्य हो गये

4

4. गिद्ध

8 जुलाई 2022
0
0
0

एक समय की बात है जब पूरा विश्व "कोरोना" नामक महामारी की चपेट में आया हुआ था । उसके खौफ के सामने यमराज जी का खौफ धूमिल पड़ गया था । लोग त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहे थे । घोर नास्तिक लोग भी पूजा पाठ करके

5

5. यक्ष प्रश्न - 1

8 जुलाई 2022
1
0
0

यक्ष प्रश्न महाभारत में पांडवों के 12 वर्ष के वनवास के समय एक सरोवर में पानी पीने से पहले यक्ष द्वारा पूछे गए प्रश्न सर्वविदित हैं । ये प्रश्र देश , काल से परे हैं । जीवन मूल्यों से संबंधित प्रश्न

6

यक्ष प्रश्न - 2

8 जुलाई 2022
0
0
0

कोरोना काल का प्रथम लॉकडाउन चल रहा था । उस समय हमारे मौहल्ले के थानेदार जी ने मुझसे कुछ प्रश्न पूछे थे जिनके मैंने अपने ज्ञान के अनुरूप ठीक ठीक उत्तर दिए थे वे मेरी रचना "यक्ष प्रश्न - 1" में मि

7

यक्ष प्रश्न - 3 : इकॉनॉमी वारियर्स

9 जुलाई 2022
1
0
0

यक्ष प्रश्न - 3 इकोनॉमी वारियर्स यह हास्य व्यंग्य कोरोना काल के प्रथम लॉकडाउन के समय का है । इसे उसी परिप्रेक्ष्य में पढें । लॉकडाउन में मैं और श्रीमती जी । एक दूसरे को देखते , बतियाते ,

8

यक्ष प्रश्न - 4 : अजब सवाल गजब जवाब

9 जुलाई 2022
1
0
0

यक्ष प्रश्न - 3 अजब सवालों के गजब जवाब कोरोना ने जन जीवन इतना ठप्प कर दिया था कि पार्क वगैरह सब पर ताला पड़ गया गया था । घर से बाहर निकलने पर पूर्ण पाबंदी थी । पहला लॉकडाउन तो कमाल का था

9

यक्ष प्रश्न 5 : अश्वत्थामा कृपाचार्य और कृतवर्मा का महाभारत युद्ध के बाद क्या हुआ

9 जुलाई 2022
0
0
0

यक्ष प्रश्न - 5 अश्वत्थामा , कृपाचार्य और कृतवर्मा का महाभारत युद्ध के बाद क्या हुआ कोरोना काल भें जब प्रथम लॉकडाउन लगा था तो लोगों के मनोरंजन और हमारे धार्मिक साहित्य को जानने के लिए "रामा

10

11. इंतकाल - 1

9 जुलाई 2022
0
0
0

पंडित रामनाथ मिश्रा । जाने माने पटवारी । सिद्धांत के पक्के । धर्मनिष्ठ व्यक्ति । रोजाना गीता और रामायण का पाठ करते । मंदिर जाकर भजन कीर्तन करते । माथे पर बड़ा सा तिलक लगाते । चेहरे पर गजब की चमक थी उन

11

12.इंतकाल - 2

9 जुलाई 2022
0
0
0

इंतकाल - 2 शिवचरण और भौती को बेहोश देखकर उनके बच्चे घबरा गए । उन्होंने जोर जोर से रोना शुरू कर दिया । बच्चों के रोने की आवाज सुनकर उनके आस पड़ोसी दौड़कर आये । गांवों में अभी थोड़ी बहुत संव

12

आरोगो

10 जुलाई 2022
0
0
0

आरोगोराजस्थान में "जीमण" का बड़ा शौक है । इतना कि महसूस होता है जैसे लोग जिंदा ही "जीमण" के लिए हैं । अगर कोई आदमी मर रहा हो और कोई उसे "जीमण" का निमंत्रण दे दे तो वह आदमी "जीमण" के लिए मौत से कुछ इस

13

अबला, सबला और आ बला

10 जुलाई 2022
1
0
0

अबला, सबला और आ बला मैं आज सुबह चाय के साथ अखबार का नाश्ता कर रहा था । सुबह सुबह पेट को भूख नहीं लगती है बल्कि दिमाग को लगती है । होठों को प्यास लगती है । मगर ये प्यास पानी से नहीं मिटती बल्कि गरमागर

14

15 साधना

10 जुलाई 2022
0
0
0

इंद्र का दरबार सजा हुआ था । सभी देवता सभा में बैठे हुए थे । मेनका , उर्वशी अपने सौंदर्य मिश्रित कला की प्रस्तुति दे रही थीं । अप्सराएं देवताओं को अद्भुत "पेय" पिला रहीं थीं । हास परिहास से सभा भवन चहक

15

16. मैं नशे में हूं

11 जुलाई 2022
0
0
0

मैं नशे में हूं बात उन दिनों की है जब पूरा देश प्रथम लॉकडाउन में "बंद" था । हम घर में पड़े पड़े "मुटिया" रहे थे और श्रीमती पर काम की दोहरी मार पड़ रही थी । ऐसे में उन्होंने हमें भी "मजदूरी" पर लगा

16

17. मौसम का मिजाज

11 जुलाई 2022
0
0
0

आज सुबह जगा तो देखा कि आसमान पर काली काली घटाएं छा रहीं हैं । रिमझिम रिमझिम फुहारें पड़ रहीं हैं । हवा भी बड़ी तेज चल रही है । रह रहकर बिजली कड़क रही है । पेड़ पौधे सब मौसम की सुर-ताल के साथ लय बद्ध त

17

18. कॉफी के प्याले में तूफान

11 जुलाई 2022
2
0
0

आज सुबह जगा तो देखा कि आसमान पर काली काली घटाएं छा रहीं हैं । रिमझिम रिमझिम फुहारें पड़ रहीं हैं । हवा भी बड़ी तेज चल रही है । रह रहकर बिजली कड़क रही है । पेड़ पौधे सब मौसम की सुर-ताल के साथ लय बद्ध त

18

19. सासू भक्ति

12 जुलाई 2022
0
0
0

रिशा लंच करके अपना पसंदीदा सीरियल "तू तू मैं मैं" देखने बैठी ही थी कि उसकी पड़ोसन रिद्धिमा आ गई । दोनों औरतें पड़ोसन होने के साथ साथ अच्छी सहेलियां भी हैं । दोनों में पटती भी खूब है । बुराई भलाई करने

19

20. गोधूलि बेला

12 जुलाई 2022
0
0
0

आज गोधूलि और बेला फिर से लड़ पड़ीं । वैसे उन दोनों में लड़ाई होना नित्य कर्म के जैसा है । बल्कि यह कह सकते हैं कि यह उनका अनवरत क्रम है । ऐसी कौन सी बात है जिस पर लड़ाई नहीं होती है उनमें । घर में सब्जी क

20

21. सच्चा दोस्त

12 जुलाई 2022
0
0
0

दुनिया में अगर कोई रिश्ता सबसे प्यारा है तो वह है दोस्ती का रिश्ता । यह एक ऐसा रिश्ता है जिसका वर्णन करना बहुत कठिन है । दिल की बात बिना कुछ कहे जान लेने वाला व्यक्ति एक सच्चा दोस्त कहलाता है । आंखों

21

नथली और मूंछें

12 जुलाई 2022
0
0
0

गजब की लड़ाई हो रही थी । पूरा मजमा लग रहा था । दुनिया भर की भीड़ इकठ्ठी हो गई थी । सब लोग तमाशा देख रहे थे । इस देश के लोग इतने "फ्री" हैं कि अगर किसी मकान पर बुलडोजर चलने लगे तो वे शुरु से आखिर तक दे

22

बंद दरवाजे

13 जुलाई 2022
0
0
0

बंद दरवाजे दिलों की तरह होते हैं दरवाजे । कुछ खुले तो कुछ बंद । जैसे साफ दिल और घाघ दिल । वैसे ही खुले दरवाजे और बंद दरवाजे । जो लोग स्पष्टवादी , निर्मल हृदय और सरल होते हैं वे खुले दरवाजे की तरह

23

सबसे बड़ा साधक

13 जुलाई 2022
0
0
0

सबसे बड़ा साधक जीवन में अनेक प्रश्न ऐसे आते हैं जिनका उत्तर कहीं नहीं मिलता है । जैसे सबसे बड़ी साधना क्या है ? सबसे बड़ा साधक कौन है ? ऐसे प्रश्नों के उत्तर किताबों में नहीं मिलते हैं , किस्से कहानि

24

कामवाली बाई

13 जुलाई 2022
1
0
0

कामवाली बाई आज बॉस के साथ मेरी कहा सुनी हो गयी थी । इस कहा सुनी में कहते तो बॉस ही हैं मैं तो बस सुनता हूँ । बस, बीच बीच में मुस्कुरा भर देता हूँ । इस मुस्कान से बॉस इतना चिढ़ जाते हैं कि वे दां

25

बड़े साहब

13 जुलाई 2022
0
0
0

बड़े साहब आज सुबह-सुबह "बड़े साहब" मिल गए । वो भी पार्क में टहलने आते हैं और हम भी । बस, वहीं मुलाकात हो गई । खुशी के मारे उनके चेहरे से नूर टपक रहा था । दो दिन पहले जब मिले थे तो उनका चेहरा एक पके ह

26

कोरेन्टाइन यानि एकांत वास

13 जुलाई 2022
0
0
0

कोरेन्टाइन यानि एकांत वास एक दिन मैं ऑफिस में काम कर रहा था कि मेरे साथ काम करने वाले एक साथी सुनील का फोन आया " मैं कोरोना पोजिटिव निकला हूं " यह सुनकर मैं धक्क से रह गया । धक्का इस बात का नही

27

लड़का होना गुनाह हो गया है आजकल

13 जुलाई 2022
0
0
0

लड़का होना गुनाह हो गया है आजकल जमाना कितना बदल गया है आजकल । एक जमाना था जब लड़की होना गुनाह था । अब जमाने ने पलटी मारी है और अब लडका होना गुनाह हो गया है । एक वाकया सुनाता हूं । लखनऊ की व्

28

कंजूस मल

13 जुलाई 2022
0
0
0

कंजूस मल एक गांव में एक सेठ रहता था । नाम था धनीराम । कंजूस इतना कि चाहे चमड़ी चली जाए मगर दमड़ी ना जाए । इसलिए लोगों ने उसका नाम कंजूस मल रख दिया था । एक दिन सेठानी ने कहा कि आपने लोभ लालच

29

नहले पर दहला

13 जुलाई 2022
0
0
0

आज मैं अवकाश पर था । मैं यूं ही अवकाश पर नहीं रहता पर गोवर्धन जी की परिक्रमा करने के बाद पैर चलने से बिल्कुल मना कर देते हैं । इसलिए अवकाश लेकर गोवर्धन परिक्रमा की थकान उतार रहा था । दिन भर आराम किया

30

सास, जेठानी और छोटी बहू

13 जुलाई 2022
0
0
0

सास , जेठानी और छोटी बहू मैं आज सुबह सुबह अपने मोबाइल में आने वाले मैसेज देख रहा था कि अचानक मेरी नज़र एक मैसेज पर पड़ी । यह मैसेज तो कुछ जाना पहचाना सा लगा । तुरंत ध्यान आया कि यह तो मेरा ही एक

31

ब्रेड एण्ड बटर

13 जुलाई 2022
0
0
0

ब्रेड एण्ड बटर आज सुबह जब मैं पार्क में घूमने के लिए जा रहा था तो अचानक किसी के रोने की आवाज सुनकर ठिठक गया । जनानी आवाज लग रही थी । मुझे आश्चर्य हुआ कि सुबह सुबह कौन रो रही है ? क्या समस्या आन पड़ी

32

कोरोना पास

15 जुलाई 2022
0
0
0

कोरोना पास हमारे मौहल्ले में घसीटा राम जी रहते हैं ‌। जलदाय विभाग में हैंडपंप मिस्त्री हैं । आजकल हैंडपंप तो रहे नहीं । हैंडपंप रहे नहीं का मतलब यह नहीं है कि जो पहले के हैंडपंप लगे हुए थे उनको क

33

लाइफलाइन

15 जुलाई 2022
0
0
0

लाइफलाइन कहावत है "बिन गृहणी घर भूतों का डेरा" । इस पर आज सुबह सुबह बहस हो गई । श्रीमती जी बोलीं "अगर मैं नहीं रहूं तो यह घर भूतों का डेरा बन जाएगा । आपने कभी मेरी वैल्यू नहीं समझी मगर आपको पता च

34

ज्ञान का गुरुकुल - 2

15 जुलाई 2022
0
0
0

ज्ञान का गुरुकुल - 2 हमारे घुटन्ना मित्र हंसमुख लाल जी ने हमें एक ज्ञान का गुरुकुल खोलने का सुझाव दिया था । मैं माथापच्ची कर रहा था कि उस गुरुकुल का नाम क्या रखूं ? हंसमुख लाल जी ने कहा " ह

35

ज्ञान का गुरुकुल - 3

15 जुलाई 2022
0
0
0

ज्ञान का गुरुकुल - 3 आज सुबह सुबह मेरे मित्र हंसमुख लाल जी किसी नौजवान के साथ आये और कहने लगे : भाईसाहब , अपने " ज्ञान के गुरुकुल" की ख्याति दूर दूर तक फैल चुकी है । बड़ी संख्या में लोग इसम

36

लाइफलाइन

15 जुलाई 2022
0
0
0

डायरी सखि, आज तो बहुत दिनों के बाद तुमसे मुलाकात हो रही है सखि । इतने विलंब से मिलने का कारण वही है सखि जो मैंने तुम्हें पहले बताया था । मैं अपनी दूसरी पुस्तक "यक्ष प्रश्न" के लिये रचनाओं की प्रू

37

लाइफलाइन

15 जुलाई 2022
0
0
0

लाइफलाइन कहावत है "बिन गृहणी घर भूतों का डेरा" । इस पर आज सुबह सुबह बहस हो गई । श्रीमती जी बोलीं "अगर मैं नहीं रहूं तो यह घर भूतों का डेरा बन जाएगा । आपने कभी मेरी वैल्यू नहीं समझी मगर आपको पता च

38

ज्ञान का गुरुकुल - 1

17 जुलाई 2022
0
0
0

ज्ञान का गुरुकुल - 1 आज सुबह सुबह श्रीमती जी से बहस हो गई । अजी , बहस करने की हिम्मत कहां है हमारी । यों कहो कि कहा सुनी हो गई । कहा सुनी का मतलब तो आप सभी ज्ञानी लोग जानते ही हैं कि कहने व

39

ज्ञान का गुरुकुल - 2

18 जुलाई 2022
0
0
0

ज्ञान का गुरुकुल - 2 हमारे घुटन्ना मित्र हंसमुख लाल जी ने हमें एक ज्ञान का गुरुकुल खोलने का सुझाव दिया था । मैं माथापच्ची कर रहा था कि उस गुरुकुल का नाम क्या रखूं ? हंसमुख लाल जी ने कहा " ह

40

ज्ञान का गुरुकुल - 3

19 जुलाई 2022
0
0
0

ज्ञान का गुरुकुल - 3 आज सुबह सुबह मेरे मित्र हंसमुख लाल जी किसी नौजवान के साथ आये और कहने लगे : भाईसाहब , अपने " ज्ञान के गुरुकुल" की ख्याति दूर दूर तक फैल चुकी है । बड़ी संख्या में लोग इसम

41

आषाढ का महीना

19 जुलाई 2022
0
0
0

आषाढ का महीना आषाढ़ का महीना अपने अंतिम दिन गिन रहा था । अब कुछ दिनों का ही मेहमान था वह । जिस तरह जब किसी व्यक्ति के "अंतिम दिन" आते हैं तो उससे मिलने नाते रिश्तेदार , अड़ोसी पड़ोसी , यार दोस्त

42

बफर सिस्टम - 1

20 जुलाई 2022
0
0
0

बफर सिस्टम - 1मैं अपना नित्य कर्म करके श्रीमती जी के समक्ष इस आशा से उपस्थित हुआ कि उनकी कृपा हो जाये तो उनके मखमली हाथों से एक प्याला गरम गरम ग्रीन टी मिल जाए । आप ग़लत समझ रहे हैं जनाब । मैं क

43

सुंदर कांड

21 जुलाई 2022
0
0
0

सुंदर कांड आज सुबह सुबह सुंदर लाल जी हमारे मकान पर पधारे । कोरोना की घटना के बाद लोग दूसरे के घरों में जाने से ऐसे ही कतराने लगे थे जैसे सरकारी कर्मचारी ऑफिस जाने से , अध्यापक कक्षा में जाने से ,

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए