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गुनगुनाती ज़िन्दगी

anal srivastava

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हम अक्सर अपनी ज़िन्दगी के उन पलों को याद रखते हैं जो जीवन को नया मोड़ देते हैं | ऐसे मौके हर दिन नहीं आते हैं , फिर भी ज़िंदगी हमें उन पलों से रूबरू कराती रहती है जो मीठी बूदों की तरह हमारे चेहरे पर आकर गिरते हैं | आजकल की तेज रफ़्तार ज़िंदगी में ये ठहराव के पल कहीं दूर रह जाते हैं और हम उस ठंडक को कहीं और या किसी और में ढूंढते रह जाते हैं | ये किताब प्रयास है कि उन बूंदों का स्पर्श आपको फिर याद आ जाये |  

gungunati jindagi

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