आज किसी देश के बैंक की व्यवस्था उसके और नागरिकों के सहयोग के साथ साथ हमारे नियम और शर्तें पर प्रतिबद्धता पर होती हैं क्योंकि हम बैंक को देश का पूंजी निवेश समझे। आओ हम बैंक की विफलता के साथ पढ़े।
सादर हम नीरज अग्रवाल उत्तर प्रदेश के शहर मुरादाबाद से है
लिखता हूं सच और हकीकत बस आप सभी मित्रों से सहयोग चाहता हूं शब्दों के साथ हम और हमारे जीवन शब्द है। 🚩🙏