31 अक्टूबर 2022
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"मैं वरुण शुक्ला... मूल रूप से आजमगढ़ जिला (उत्तर प्रदेश) से संबंधित हूं व लखनऊ का निवासी हूं। वर्तमान समय में बी. ए. (प्रथम वर्ष) का छात्र हूं। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से अपनी स्नातक की शिक्षा "संस्कृत", "हिंदी" व "राजनीति विज्ञान" आदि विषयों से प्राप्त कर रहा हूं। अल्पायु से ही काव्य की ओर रुचि होने के कारण मैंने कक्षा 9 से काव्य लेखन प्रारंभ कर दिया था। ईश्वर की कृपा से व माता - पिता एवं गुरुजनों के आशीष से मैंने अपने जीवन की प्रथम पुस्तक "परम शिवभक्त रावण", 16 वर्ष की अवस्था में कक्षा 11 में लिख ली थी... जो अब आप सबके समक्ष ईश्वर की अनुकंपा से प्रकाशित हो चुकी है। ये मेरा सौभाग्य रहा हैं कि भगवान भोलेनाथ जी के आशीष से व माता - पिता जी के आशीर्वाद से, समस्त शिक्षकों की अनुकंपा से मुझे उत्तर प्रदेश के यशश्वी मुख्यमंत्री आदरणीय "श्री योगी आदित्यनाथ जी" के कर - कमलों से 17 वर्ष की आयु में सम्मान - पत्र प्राप्त हुआ। इसी प्रकार निरंतर काव्य के क्षेत्र में विभिन्न मंचों पर काव्य - पाठ व लेखन के माध्यम से मां हिन्दी की सेवा में प्रयासरत हूं। वर्तमान समय में " संघ लोक सेवा आयोग " (U.P.S.C.) के लिए अध्ययनरत हूं।D