shabd-logo

भाग- 12

12 दिसम्बर 2021

17 बार देखा गया 17
empty-viewयह लेख अभी आपके लिए उपलब्ध नहीं है कृपया इस पुस्तक को खरीदिये ताकि आप यह लेख को पढ़ सकें
Jyoti

Jyoti

👌

30 दिसम्बर 2021

28 दिसम्बर 2021

Anita Singh

Anita Singh

दुखःद और पीड़ा से भरा भाग।

27 दिसम्बर 2021

15
रचनाएँ
जुनून-ए-इश्क
4.7
समाज में... रिश्तो की पवित्रता को दरकिनार करते रिश्ते.. रिश्ते की पवित्रता को चकनाचूर करते, सिर्फ और सिर्फ स्वार्थ की पराकाष्ठा को प्राप्त करने के लिए तत्पर लोगों की एक ऐसी कहानी जो सोचने पर मजबूर कर दे।
1

भाग-1

21 नवम्बर 2021
14
10
9

<div>क्या बात है रत्ना मौसी, आपने गौर किया! मां आज कितनी परेशान लग रही है, देखा आपने। </div><di

2

भाग- 2

26 नवम्बर 2021
5
2
7

<div>अचानक 5:00 बजे स्वीकृति की नींद खुल गई। नींद खुलते ही वह हडबडाती हुई उठ बैठी। </div><div>अ

3

भाग- 3

28 नवम्बर 2021
6
4
7

<div>मौसी नाश्ता लगा दो बहुत तेज भूख लगी है। तुमने नाश्ता कर लिया क्या? नहीं किया हो तो जल्दी से आ ज

4

भाग- 4

29 नवम्बर 2021
3
3
3

<div>वृंदा और तुलसी दोनों बचपन की सहेलियां थी। एक साथ पली-बड़ी। स्कूल में भी एक ही साथ पढ़ने जाना, ब

5

भाग- 5

1 दिसम्बर 2021
5
4
6

<p>अब तक आपने पढ़ा रत्ना स्वीकृति को प्रांजल के जीवन में आए उथल-पुथल के बारे में बता रही थी। अब आगे-

6

भाग- 6

6 दिसम्बर 2021
3
2
3

इन कठिन परिस्थितियों में भी माॅं प्रांजल को खरी-खोटी सुनाने में कभी पीछे ना रहती। किराए के मकान में

7

भाग-7

6 दिसम्बर 2021
4
3
3

<div>प्रांजल को कभी भी मौका नहीं मिला कि किसी भी तरह उसकी मां की नाराजगी दूर हो जाए। वैसे तो वह सदा

8

भाग- 8

7 दिसम्बर 2021
4
3
3

<div><div>जैसे तैसे हमने माॅं को मना लिया। मुंबई के पॉश इलाके में किराए का मकान भी आसानी से मिल चुका

9

भाग- 9

8 दिसम्बर 2021
4
2
3

<div>माॅं और वृंदा आंटी ने अपनी गर्भावस्था के समय ही एक दूसरे से वादा किया था। वे अपने बंधुत्व को रि

10

भाग- 10

9 दिसम्बर 2021
4
4
5

<div>पिता की मर्जी के आगे प्रांजल ने अपने घुटने टेक दिए। वो कुछ ना बोल पाई। लेकिन यकायक पिता के इस फ

11

भाग- 11

10 दिसम्बर 2021
3
3
3

<div> कुछ दिनों में ही प्रांजल की उच्च माध्यमिक परीक्षा का परिणाम निकल आया

12

भाग- 12

12 दिसम्बर 2021
3
2
3

स्थितियां पटरी पर आने लगी। यह सब देखने भर के लिए था। लेकिन पिताजी शायद लोभ से उबर नहीं पाए थे। उनके

13

भाग- 13

13 दिसम्बर 2021
3
2
3

प्रांजल की हालत मुझसे देखी ना जाती। एक दिन मैंने उससे हाथ जोड़कर क्षमा याचना की। प्रांजल तुम्हारे इन

14

भाग- 14

13 दिसम्बर 2021
5
4
4

इसी बीच वृंदा आंटी की तरफ से प्रस्ताव आया कि आप स्वप्निल और प्रांजल का विवाह करवा दीजिए। हम प्

15

भाग- 15

14 दिसम्बर 2021
5
2
3

<div>कुछ महीनों के अंतराल में प्रांजल की गोद में एक नन्ही सी कली मुस्कुरानें लगी। इस मधुर मुस्कान के

---

किताब पढ़िए