किसी भी देश की संस्कृति उसकी आत्मा होती है। संस्कृति हमें राह बताती है तो सभ्यता उस राह पर चलाती हैं। सभी जानते हैं कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी हैं और समाज एवं संस्कृति मानवता के विकास के
वेद पुराणों पर आधारित भारतीय संस्कृति अब विलुप्त होती जा रही है आने वाली पीड़ी पर विलायती संस्कृति हावी होती जा रही है जैसे-जैसे वेद पुराणों पर धूल जमती जा रही है टेलिविजनों पर प्रसारित पश्चिमी संस्कृति युवाओं पर हावी हो रही है भारतीय संस्कृति का विलुप्त होने का ही कारण है घरेलु हिंसा !!!