हमने खोया सितारों को , वादी ए कश्मीर के प्यारो को, रातों रात भगाया उन बैचारो को जन्नत में एक धर्म भारी पड़ गया । घाटी में पंडितो का परिवार उजड़ गया। चारो और खून खराबे का मंजर था । क्या महिला , क्य
हमने खोया सितारों को , वादी ए कश्मीर के प्यारो को, रातों रात भगाया उन बैचारो को जन्नत में एक धर्म भारी पड़ गया । घाटी में पंडितो का परिवार उजड़ गया। चारो और खून खराबे का मंजर था । क्या महिला , क्य