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डिज़िटल महाभारत

28 नवम्बर 2021

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क्या बात है पुत्र दुर्योधन.. यह बाहर कोलाहल कैसा दिखाई दे रहा है?

दिखाई दे रहा है, कुछ ज्यादा ही आपको दिखाई देने नहीं लगा महाराज? मतलब मैं इसे क्या समझूं?

समझा करो पुत्र.. अपने ठंडे पड़े अरमानों को यूँ सहला लिया करते हैं कि बस शब्दों के सहारे जी को बहला लिया करते हैं।

इरशाद इरशाद

इरशाद को छोड़ो, वे मुगलों तुर्कों के साथ हमाये आर्यावृत में लकड़ी करने आयेंगे फ्यूचर में। तुम कोलाहल का कारण बताओ पुत्र।

महाराज पाण्डु के पुत्र हस्तिनापुर पधारे हैं.. जनता उन्हीं के पीछे 'भारत माता की जय' का उदघोष करते हुए 'तिरंगा यात्रा' निकाल रही है।

ओह! अतिउत्तम.. वे हमारे अनुज के पुत्र और तुम्हारे ही भांति इस राज्य के उत्तराधिकारी हैं। अब से वे हमारे ही साथ रहेंगे और तुम लोगों के साथ एमआरएफ पेस अकेडमी में गुरू द्रोण से शिक्षा लेंगे।

यह ठीक नहीं है महाराज.. वे पता नहीं किसके पुत्र हैं। आप उन्हें हमारे बराबर में खड़ा करके गलत कर रहे हैं। पूरी दुनिया जानती है कि मृगआखेट के चक्कर में महाराज पाण्डू ने एक ऋषि का विकेट उखाड़ फेंका था और ऋषि ने क्रोध में आ कर उनके पेन ड्राइव में श्राप के वायरस इंस्टाल कर दिये थे.. फिर महारानी कुंती यह एप्स लाई कहां से?

समझने का प्रयत्न करो बेटा.. त्रिपुरा वाले विप्लव देब यह रहस्योद्घाटन कर चुके हैं कि महाभारत काल में इंटरनेट था। अब छुपाने से कोई लाभ नहीं। महारानी कुंती ने पांडवों को इंटरनेट से डाऊनलोड किया है।

लेकिन महाराज.. इस तरह तो वे कुरूवंशी रहे ही नहीं,  फिर भला..

जस्ट शटअप किड.. मत भूलो कि हमारे पिता विचित्रवीर्य हमारे पैदा होने से काफी पहले टेकऑफ कर चुके थे और मुझे और पाण्डु को हमारी माताओं अंबिका और अंबालिका ने डब्लू डब्लू डब्लू डॉट वेद व्यास डॉट कॉम से डाउनलोड किया था। तो उस तरह तो हम भी कुरुवंशी नहीं हुए फिर..

लेकिन महाराज..

नो इफ नो बट.. ओनली जट। द सभा इज एडजर्न्ड।

**

आओ पुत्रों.. एमआरएफ पेस एकेडमी में गुरू ग्रेग आपका खैरमकदम करता है

नाम में कन्फ्यूज नहीं हो रहे गुरूजी

वो बात नहीं। भविष्य में ग्रैग चैपल ने हमारे नाम की उपाधि ली थी तो हम इस तरह कभी कभार बदला चुका लेते हैं।

लाईक लागू गुरूजी।

शाबाश.. लाईक्स कमेंट और शेयर के सिवा इस दुनिया में रखा ही क्या है पुत्र। आज हम तुम्हें सिंगल स्टम्प पे थ्रो करना सिखायेंगे। वह सामने देखो, पेड़ पर बैठी लड़की दिख रही है तुम्हें.. इसकी आंख पे बॉल मारनी है। सबसे पहले तुम आओ युधिष्ठिर। क्या दिख रहा है तुम्हें?

पूरा ग्राउंड.. स्टम्प की जगह लगा हुआ पेड़ और गिल्ली की जगह रखी हुई लड़की..

जस्ट शटअप पुत्र। तुम नल्ले हो.. भीम तुम बताओ, तुम्हें क्या दिख रहा है?

शक्ल से तो मर्द जैसी लग रही है.. फिगर भी छप्पन चालीस छप्पन की लग रही गुरुजी

भक्क बुढ़बक.. तुम बताओ अर्जुन।

कैमरे पे ले के जूम कर लिया है गुरूजी, बस आंख ही आंख दिख रही है।

शाबाश माई सन.. तुम बड़े हो के मोदी बनोगे। शूट हर।

खटाक!

ओह.. आह.. मार डाला रे..

अरे पितामह आप.. लड़की के भेस में

अपने कुल के नाबालिग नौनिहालों की सोशल एक्टिविटीज पर नजर रखने के लिये एंजेल प्रिया बने हुए थे और तुमने हमाई ही आंख फुड़वा दी। वो तो कहो कि इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त है वर्ना तुमने तो हमारे लगवा ही दिये थे।

क्षमा करें सर.. मुझे लगा कोई वामपंथी स्टिंग ऑपरेशन करने घुसा है एकेडमी में। सॉरी अगेन ब्रो।

**

महाराज.. हम स्टेडियम में पंहुच चुके हैं। चारों तरफ हर्षनाद हो रहा है.. आज सभी युवराज एमआरएफ अकेडमी से पूरी चौंसठ काम कलायें सीख कर अपने टैलेंट का डेमो पूरी हस्तिनापुर की जनता को देंगे।

ओह.. यह शोर क्यों दिखाई दे रहा है हमें..

दिखाई.. जरूरत से ज्यादा नहीं दिखाई देता है आपको।

अरे संजय दत्त.. तुम भावना पे कंसन्ट्रेट किया करो, भावना का ब्रूटल रेप मत किया करो। शोर क्यों मच रहा है.. कोई हमारे खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव ले आया है क्या?

महाराज.. अधीरथ पुत्र कर्ण भी इस आयोजन में हिस्सा लेना चाहता है, लेकिन सभी कमेंट्रेटर और बीसीसीआई वाले कह रहे हैं कि यह नियम विरुद्ध है.. क्योंकि यह राजसी आयोजन है और इसमें सिर्फ कुमार ही हिस्सा ले सकते हैं।

ओह.. वह तो दुर्यू का चड्डी फ्रेंड है.. अब?

अब युवराज दुर्योधन ने कर्ण को 'मोदी- द रजनीकांत्स अब्बा' पेज का एडमिन बना दिया है और अब वह प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकता है।

ओह वैरी गुड.. अब आगे की कमेंट्री सुनाओ।

आगे गड्ढा है महाराज जिसमें पूरे राईट विंग की लुटिया ही डूब जानी है। खैर.. युधिष्ठिर ने डांस इंडियां डांस के सेट पर ऐसी परफार्मेंस दी है कि वन थाउजेंड लाईक मिले हैं। भीम ने अपने बल्ले से दस गेंदों पे सेंचुरी बना दी है.. कुछ छक्के इतने बड़े थे कि देवताओं तक पंहुची गेंद देवताओं ने ही रख ली और बारह रन का आशिर्वाद दिया है। भीम को भी थाउजेंड लाईक मिले हैं। नकुल और सहदेव ने हबीब पेंटर की स्मृति ईरानी में कव्वालियां सुना कर पांच-पांच सौ लाईक बटोर लिये हैं.. और कमाल तो किया है अर्जुन ने, ऐसी रैली की है गांधी फैमिली के खिलाफ के पूरे दस लाख श्रोताओं ने सुनने का रिकार्ड बनाया है.. इतनी पब्लिक तो थी नहीं हस्तिनापुर में, इसलिये दस लाख में बांस, बल्ली, कुर्सी सब काउंट कर लिये हैं। पूरे पांच हजार लाईक्स मिले हैं।

और हमारे पुत्र, वे क्या मात्र दर्शक हैं?

वे भी कुछ कर रहे हैं महाराज.. दुशासन ने तो खुद को कट्टर हिंदू शेर घोषित किया था, जिस पर पब्लिक ने डिमांड रखी कि पिछवाड़े से आखरोट तोड़ के दिखाये। तीन घंटे से इसी कोशिश में लगा है। दुर्योधन ने जरूर जज साहब की हत्या को प्राकृतिक मौत साबित करने का पराक्रम दिखाया है, जिस पर उसे पांच सौ लाईक्स मिले हैं। आपके बाकी पुत्र तो बस कमेंट में या तो गालियां लिख रहे हैं या पचपन लिख कर जादू के इंतजार में हैं। हां कर्ण जरूर प्रयास में है कि अर्जुन के लाईक्स से बराबरी कर सके.. वह भविष्य के भगवान नरेन्द्र की तरह नदी में घुस कर मगरमच्छों से टक्कर ले रहा है और उसके लाईक्स लगातार बढ़ रहे हैं।

हे भगवान.. इतनी इंसल्ट देखना लिखा था। उठा ले रे बाबा उठा ले।

किसे उठाना है महाराज?

मुझे और किसे.. और उठा कर मेरे बैडरूम तक पंहुचाना है। आज हम गुस्से में कच्ची पियेंगे। यह लो मेरा अंगूठा तुम ही रख लो और मेरे बच्चों को लगातार मेरी तरफ से लाईक्स दो..

......

और बताओ संजय सिंह.. क्या चल रहा है?

फॉग चल रहा है महाराज

अच्छा.. चार बोतल उड़ेल दो हम पे, पानी बचाओ अभियान के तहत तीन महीने से नहाये नहीं हैं.. अब तो दुर्गंध से गंधारी भी बार बार बेहोश हो जाती है। वह वार्णावृत वाले केस का क्या हुआ?

सीबीआई इन्क्वायरी कंपलीट हो चुकी है और कोर्ट में केस का यही फैसला लिखा गया है लाक्षागृह में आग स्वंय लगी थी और युवराज दुर्योधन पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। सीजेआई भीष्म पितामह के रहते इतना तो हक बनता है हमारा महाराज।

वह तो है संजय.. पर दिखने में आ रहा है कि पाण्डु पुत्रों की आईडी परमानेंट नहीं सस्पेंड हुई थी, बल्कि उन्होंने टेंपरेरी डिएक्टिवेशन कर रखा था।

जी.. डबल ओ सेवन अजीत डोभाल  ने आशंका जताई है कि हमारे बीच भी कोई यशवंत शत्रुघन टाईप सिन्हा मौजूद है जिसने पांडवों को पहले ही सचेत कर दिया था और वे बच निकले। जी न्यूज ने पंचाल की खबर दिखाई है जहां राजा ध्रूपद की पुत्री एंजेल प्रिया सॉरी द्रौपदी का स्वंयवर था, जिसमें राल टपकाते युवराज दुर्योधन भी गये थे.. वहां एक बामन ने स्वयंवर की असंभव सी शर्त पूरी करते हुए द्रौपदी का वरण किया है, वह अर्जुन हो सकता है।

महाराज महाराज.. महाराज की जय कृपलानी हो।

क्या बात है मुदिर.. इतने एक्साइटेड क्यों दिख रहे हो?

अब जब दिखने ही लगा है तो यह भी देख लीजिये.. युवराज युधिष्ठिर ने ट्वीट किया है कि बहुत हुई कौरव की मार, अब की बार पांडव सरकार। उनके ट्वीट को धड़ाधड़ लाईक्स और आरटी मिल रहे हैं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पिक भी अपलोड की है जिसमें पांचों भाई और उनकी संयुक्त भार्या ध्रूपद कुमारी वैवाहिक बंधन में बंध रहे हैं और कैप्शन दिया है 'गुड डेज विल कम'.. यह पिक वायरल हो रही है। समस्त हस्तिनापुर उनके फेवर में लामबंद हो रहा है।

ओह.. यह तो बड़ी चिंताजनक स्थिति है। आप लोग मार्गदर्शक मंडल में इसीलिये हैं कि मुझे कोई राह दिखा सकें

जरूर जरूर.. देखिये हस्तिनापुर में उनका पैतृक अधिकार तो है ही, उससे वंचित रखना जनता को विद्रोह पर उकसा देगा। बेहतर है कि उन्हें एक अलग टैरिट्री इंद्रप्रस्थ दे दी जाये जिससे वे भी संतुष्ट रहें और किसी तरह का डिस्प्यूट भी न रहे।

ठीक है.. ऐसा ही होगा। डील डन..

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@#/^##...  $#@%@...

पुत्र दुर्योधन.. बेटा डैडी को इस तरह मुंह पे गालियां नहीं देते। कुछ तो लिहाज करो हमारी आंखों का..

आपको नहीं दे रहा पिताजी.. उस जेएनयू वाली गद्दार वामी द्रौपदी को दे रहा हूं..

शेम शेम पुत्र.. महिला को गाली, महिला विरोधी कमेंट है पुत्र.. तत्काल डिलीट करो, अन्यथा महिला आयोग वाले गले पड़ जायेंगे। पता नहीं कब कौन अन्ना की तरह अनशन पे बैठ जाये..

किंतु उसने मेरी घोर इंसल्ट की है पिताजी। पांडवों ने जो हवा महल बनवा कर हमें इनवाईट किया था, वहां गलती से पानी को फर्श समझ के मैं गिर पड़ा था तो इसने मेरी हंसी उड़ाते हुए 'अ ब्लाइंड सन ऑफ ए ब्लाइंड मैन' का कमेंट पास किया था.. इतनी इंसल्ट कम थी क्या जो अब उसने फेसबुक पर वह वीडियो अपलोड कर दिया है और पूरा आर्यावृत मेरा मजाक उड़ा रहा है। घर घर 'मेक जोक ऑफ' की तरह मेरा वीडियो देखा जा रहा है..

ओह नो.. वैरी बैड। इन्नल्लाहा माअस्साबरीन बेटा.. ईश्वर यकीनन धैर्य रखने वालों के साथ है। सब्र करो।

घंटा पिताजी.. मैं इसकी @#@/*₩₹

शेम शेम पुत्र शेम.. तत्काल डिलीट करो। हम हस्तिनापुर पेज के एडमिन इस तरह महिला और वो भी हमारी ही कुलवधू के खिलाफ अपशब्द अलाऊ नहीं कर सकते..

गो टू हेल.. (मिडिल फिंगर)

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अरे द्रौपदी.. यह चेहरा इतना तमतमाया हुआ क्यों है? क्या बात है आखिर?

देखो न केशव भैया.. मैंने दुर्योधन वाली जो वीडियो डाली थी.. हजारों लोगों ने शेयर किया था उसे। इन सारे भाइयों ने उस वीडियो की ऐसी मास रिपोर्टिंग करी कि फेसबुक ने मेरा वीडियो ही डिलीट कर दिया..

तो उसमें परेशान क्यों होना। सब देख ही चुके तो समझो कि वीडियो अपना काम कर गया.. फिर भी तसल्ली के लिये चाहो तो व्हाट्सएप के सारे ग्रुप्स में डाल दो और वीडियो ट्वीट भी कर दो।

जी भैया.. मैं ऐसा ही करूँगी अब इस दुष्ट को सबक सिखाने के लिये।

भैया युधिष्ठिर.. कहां गुम हैं?

कुछ नहीं केशव.. सोच रहे थे कि अच्छे दिन कब आयेंगे।

आ जायेंगे.. चिंतित न हों। यह आपकी नोटिफिकेशन में इंडियन आर्मी की प्रोफाईल पिक लगी आईडी किसकी है, जिस पे वंदे मातरम लिखा है।

कौन.. यह! गंधारी आंटी के भाई और गंधार नरेश  शकुनि हैंडसम हैं। मामा जी हुए रिश्ते में.. रोज दिन में पांच बार एट बाल पूल का चैलेंज भेजते रहते हैं।

होशियार रहियेगा.. चैलेंज भेज रहे हैं तो खिलाड़ी हो सकते हैं।

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माधव माधव

क्या बात है पाषाणकालीन अरुण जेटली.. इतने नरभसाये हुए क्यों हो?

गजब हो गया माधव.. अनर्थ हो गया।

ऐसा क्या अनर्थ हो गया.. विदेश दौरे से मोदी जी ने वापस आने से मना कर दिया या अमित सिंह जी ने सुसाइड कर ली।

अरे उससे भी बुरा हुआ है केशव.. शकुनि दुष्ट ने युधिष्ठिर को एट बॉल पूल खेलने पर राजी कर लिया था और खेलते खेलते युधिष्ठिर को इतना भान भी न रहा कि वे अपना सबकुछ हारने के बाद स्वयं को, अपने भाइयों को और द्रौपदी तक को दांव पर लगा कर हार बैठे..

क्या..। उफ यह एट बॉल पूल.. मैंने दादा को होशियार किया भी था।

वहां शाही ऑडिटोरियम में महाराज धृतराष्ट्र, पितामह, द्रोणाचार्य और कृपाचार्य जैसे महारथी भी मूकदर्शक बने बैठे हैं और दुशासन द्रौपदी को भरी सभा में अनड्रेस करने की कोशिश में लगा है। अब आप ही बचा सकते हैं.. मैं फरारी ले के आया हूँ, हम फौरन निकलें तो वक्त रहते पंहुच सकते हैं।

लेट्स गो डूड।

(इन राज्यसभा)

वाट द हेल इज गोईंग ऑन हियर..

वाऊ.. वाऊ माधव, थोड़ा बायीं साईड का होंठ और दबा के, मने एकदम सिल्वेस्टर स्टालिन लग रहे..

...........

ओके सॉरी.. देखिये, वह मुख्य चेयर पर सभापति महाराज दुर्योधन बैठे तसबीह पढ़ने की नौटंकी कर रहे हैं.. वह निंदा मंत्री की कुर्सी पर बैठे आचार्य कृपाचार्य जी निदा फाजली की गजलें पढ़ने में रत् हैं.. वह एचआरडी मिनिस्टर की कुर्सी पर बिराजे द्रोणाचार्य जी मोबाईल पर पोकेमोन पकड़ रहे हैं.. वह सीजेआई पितामह 'रामायण के बाद ऐसी हंसी सुनी' वाला डायलाग बोलने की प्रतीक्षा में हैं.. जब प्रधान चेयर पे चिपका दुर्योधन चुप होगा, तब बोलेंगे.. रक्षा मंत्री की कुर्सी पे फिट कर्ण ब्यूटी प्लस से अपनी फोटो एडिट कर रहा है.. अमित शाह ऊप्स, सॉरी, शकुनि हैंडसम अपनी दाढ़ी से जुए निकाल रहा है.. दुशासन पंचाली की साड़ी उतारने की कोशिश में है और दुःशल फेसबुक पर लाईव हो कर इस नजारे को पूरे आर्यावृत को दिखा रहा है। बाकी सारे दुर्योधन ब्रोज चियरलीडर्स की भूमिका में हैं।

वह मैं भी देख रहा हूँ.. मेरे कहने का मतलब है, यह क्या हाल बना रखा है। कुछ लेते क्यों नहीं? महाराज.. आपकी "आंखों" के सामने यह अनर्थ हो रहा है। आपकी कुलवधू को इस तरह अपमानित किया जा रहा है.. कोई एक्शन क्यों नहीं लेते।

मम.. मैं तो मना कर रहा था लेकिन मेरी सुनता कौन है..

सीजेआई पितामह.. आप भी कुछ नहीं कहेंगे।

मैं क्या कहूँ, यह तो युधिष्ठिर को एट बाल पूल खेलने से पहले सोचना चाहिये था। अब धर्म तो यही कहता है कि दुर्योधन ने द्रौपदी को गेम में जीता है तो वह उसकी संपत्ति हुई.. और वह उसके साथ कैसा भी व्यवहार करे, हम कैसे रोक सकते हैं उसे..

धर्म कहता है न पितामह.. तो धर्म तो यह भी कहता है, कि एट बाल पूल अधर्म है, गुनाह है, गुनाहे कबीरा है, गुनाहे सगीरा है।

झूठ.. कहां लिखा है..

दुर्योधन पढ़ो, सूरह बकरा आयत नंबर दो सौ उन्नीस.. यसअलोनका अनिलखमरू वलएटबालपूल कुल फीहिमा इसमुन कबीरुन वमनाफिअ लिन्नासी... ए नबी, वे तुमसे शराब और एट बाल पूल के विषय में पूछते हैं तो कहो कि उन दोनों चीजों में बड़ा गुनाह है।

हें..कब.. कहां.. वह तो शराब और जुए के बारे में लिखा है..

तो एट बाल पूल जुआ नहीं तो और क्या है?

................

ब्रो दुर्योधन.. यह साड़ी कितनी लंबी पहन के सीन देने आई है यार.. आयम सो टायर्ड।

ठीक है दुशासन.. यह आइटम कैंसिल। इसे मेरी जंघा पे बिठाओ।

दुर्योधन.. मैं तेरे पिज्जा की डिलीवरी रोक दूंगा..

चुप कर वामपंथी भीम.. वर्ना ढोलकपुर पंहुचा दूंगा राहुल गाँधी के पास।

पितामह.. मेरे रहते यह अधर्म नहीं हो सकता। जल्दी ही कोई स्वीकार्य डिसीजन लीजिये, अन्यथा मेरी सुदर्शन चक्र वाली डिवाइस लोड हो चुकी है।

ओके.. देखो दुर्योधन पहली बात तो यह कि जब युधिष्ठिर खुद को ही हार गया तो बाद में भाई और पत्नी को दांव पर लगाना युक्तिसंगत नहीं इसलिये टेक्निकली तुम्हारा कब्जा गलत है.. दूसरे कृष्ण ने सिद्ध कर दिया कि जिस खेल से तुमने युधिष्ठिर का सबकुछ जीता है, वह हराम है तो युधिष्ठिर की प्रापर्टी तुम भले टेंपरेरी रख लो लेकिन इन लोगों को तुम्हें आजाद करना होगा.. और चूँकि युधिष्ठिर ने एट बाल पूल खेल के अपनी मूर्खता का परिचय दिया तो सजा उसे भी मिलनी चाहिये।

कैसी सजा पितामह.. क्या फेसबुक छोड़ना पड़ेगा?

कतई.. बारह साल सश्रम वनवास और तेरहवॉं साल अज्ञातवास। यदि वे इसमें सफल रहते हैं तो उनकी प्रापर्टी दुर्योधन को लौटानी होगी। आगे सभापति जो कहें।

क्या मुझे अब सभा इज एडजर्न्ड भी कहना होगा। पांडूपुत्रों.. आपका समय शुरू होता है अब।

**

आओ आओ.. क्या खबर लाये हो ढोलिया.. मेरी 'आंखें' तरस रही हैं सुनने के लिये।

महाराज.. जी न्यूज, इंडिया टीवी, रिपब्लिक टीवी और सारे औरेंज फ्लेवर वेब पोर्टल्स का रायता ले कर आपकी सेवा में उपस्थित हुआ हूँ।

इरशाद इरशाद..

पांडवों ने बारह वर्ष का वनवास पूरा करने के बाद अज्ञातवास के लिये मतस्य प्रदेश विराट नगर में विराट नरेश के यहां शरण ली थी, जिसका पता चलते ही दुर्योधन सीजेआई पितामह के तत्वाधान में सीबीआई रेड डलवाने गये थे.. लेकिन वहां पंहुच कर पता चला कि अज्ञातवास का टाईम ओवर हो चुका है और अर्जुन ने लतिया कर भगा दिया। उन्होंने मैसेंजर के हाथ संदेश भेजा था कि उन्होंने शर्त पूरी कर दी है और अब उनकी प्रापर्टी वापस लौटाई जाये, जिसे दुर्योधन ने नंगा करके वापस भेज दिया.. उसके बम पे रिजेक्टेड का ठप्पा लगा के।

ओह.. अति दुर्भाग्यपूर्ण! इसका साईड इफेक्ट?

उन्होंने जंग की घोषणा कर दी है.. वासुदेव ने तय किया है कि उनकी टीम कौरवों की तरफ से खेलेगी और वे स्वयं पांडवों की तरफ से बैटिंग करेंगे.. मैच कुरुक्षेत्र के स्टेडियम में होगा।

क्या मैच के सिवा कोई विकल्प नहीं।

वाकओवर का विकल्प है.. वे अपनी काउंटी इंद्रप्रस्थ को वापस कब्जा लेंगे, लेकिन यह दुर्योधन को मंजूर नहीं तो मैच निश्चित है और नासा के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह प्लेनेट अर्थ का सबसे बड़ा मैच होगा जिसमे लाखों आईडी के विकेट गिरेंगे और इतना विध्वंस होगा कि चीन की दीवार की तरह अंतरिक्ष से देखा जा सकेगा।

.....................

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क्या बात है भ्राता युधिष्ठिर.. निरूपा राय मोड में क्यों एक्टिव हैं।

वह भी क्या वक्त था माधव.. जब सत्तर साल हमारा शासन रहा आर्यावृत पे। जनता हमारे एक एक ठुमके पे जान छिड़कती थी और आज भारत की ज्यादातर राज पार्टियां कौरवों के साथ अलायंस कर रही हैं। ऐसे क्या कांटे उग आये हममें?

इसके दोषी तो आप स्वयं है भ्राता.. डोंट माइंड। पर आप धर्मराज होने के बावजूद अधर्म के रास्ते पे चले और टू जी, कोल स्कैम, सीएजी, आदर्श जैसे कांड अपनी टैरिट्री में होने दिये.. स्वंय एट बाल पूल जैसे गुनाहे कबीरा में मुलव्विस हो कर प्रापर्टी तो छोड़िये, खुद को, भाइयों और पत्नी तक को हार गये। जब ऐसी लीचड़ई करेंगे तो जनता का मोहभंग तो होगा ही.. माफ कीजिये भ्राता.. लेकिन सम्पूर्ण आर्यावृत में आपकी इमेज गंधा चुकी है।

लेकिन दुर्योधन एंड अदर ब्रोज भी तो अधर्मी हैं.. उनके गुनाह क्यों नहीं दिखते लोगों को।

देखो भ्राता.. दैनिक जीवन के संघर्षों में फंसी जनता हमेशा सपनों की आदी होती है, उनकी पसंद इसपे डिपेंड होती है कि कौन उन्हें बेहतर सपने दिखा पाये और दुर्योधन ने उन्हें अच्छे सपने दिखाये हैं कि सबके अच्छे दिन आयेंगे। सबके अकाउंट में पंद्रह लाख स्वर्ण मुद्रायें आयेंगी। उनकी तरफ से जितने महारथी लड़ने आयेंगे उन्हें संसाधनों की लूट में भागीदारी दी जायेगी। सरकारी संस्थानों का निजीकरण करके उनके हवाले किया जायेगा। एफडीआई के थ्रो उन्हें हर क्षेत्र में घुसने की छूट दी जायेगी। गोद लेने के नाम पर उन्हें लालकिला, ताजमहल, कुतुबमीनार आदि पर होल्ड दिया जायेगा। अब बताओ.. भला कैसे कोई लालच में न आये।

क्या हम जीत पायेंगे माधव...

अवश्य.. मुझे पूर्ण विश्वास है कि हम लोगों को यह बता पायेंगे कि मेलोडी इतनी चाकलेटी क्यों है और तब वे हमारे साथ होंगे और हमारे समर्थन में जस्टिस फाॅर पांडव का हैशटैग चला कर क्रांति करेंगे और एक दिन के लिये अपनी आईडी डिएक्टिवेट करके आप्रेशन ब्लैकआउट को सफल बनायेंगे।

आमीन.. सुम्मा आमीन..

क्या बात है संजय.. यह तुम मुझे कहां ले आये हो??

महाराज.. कुरुक्षेत्र में मैच की पूरी तैयारी हो चुकी है और हमारे आईटी सेल ने लाईव प्रसारण के लिये यह कंट्रोल रूम बनाया है। पूरे कुरुक्षेत्र को सीसीटीवी से कवर किया गया है, जिसे यहां हम इन स्क्रीन्स पर देख सकते हैं। इसके सिवा सभी पार्टिसिपेंट की सोशल एक्टिविटीज भी हम यहां से देख सकते हैं।

क्या मैं भी देख सकता हूँ संजय..

हां क्यों नहीं.. कल्पना की आंखों से देखिये।

कल्पना.. लेकिन कल्पना मुझे अपनी आंखें क्यों देगी भला!

अरे योर हाइनेस.. अपने मन की शक्ति से देखिये।

ओके ओके.. तो क्या हो रहा है ग्राउंड जीरो पर।

दोनों सेनायें अपने अपने मोर्चों पर डट चुकी हैं.. सेना की कैप्टेंसी दुर्योधन ने पितामह को दी है। कर्ण मुंह फुला के पेड़ के पीछे जा छिपा है कैप्टेंसी न मिलने के विरोध में। आपके सभी पुत्र लाठियां ले के सेना की सुरक्षा में पद्दी करने को तैयार हैं। सामने सभी पांडुपुत्रों ने अपने अपने मोर्चे पकड़ लिये हैं.. वासुदेव अर्जुन के साथ तैयार कुछ चिटचैट कर रहे हैं.. आइये, डायरेक्ट ग्राउंड जीरो से इनकी कनवर्सेशन सुनते हैं.. कैमरामैन घंटेलाल के साथ मैं संजय चौरसिया.. आज तक।

**

क्या बात है माधव.. आप किसका वेट कर रहे हैं?

स्क्रिप्ट नहीं पढ़े क्या पार्थ.. मुझे यहां पे उपदेश देने हैं जिसपे पूरी एक स्क्रिप्ट लिखी जानी है।

तो दीजिये.. आयम रेडी फार दैट।

समझे नहीं पार्थ.. न तो यहां कोई टाईप राईटर ले के खड़ा है, न रिकार्ड करने के लिये कोई पत्रकार ही है। मलब कलियुग में नासपीटे नास्तिक सवाल न उठायेंगे कि मैंने बोला और तुमने सुना.. तो तीसरा यहां कौन था जिसने सब सुन के लिखा?

नो प्राब्लम माधव.. आप उवाचिये, मैं व्हाट्सएप कर देता हूं वेद व्यास जी को। आगे वे देख लेंगे।

ओके.. तो लिखो.. आईडी अमर है, अजर है.. न उसे पानी डुबा सकता है, न आग जला सकती है.. कोई भी रीजन दिखा कर डिएक्टिवेट करो लेकिन दस साल बाद भी खोलोगे तो कमबखत मारी खुल जायेगी। तुम क्या ले कर फेसबुक पर आये थे, तुम क्या लेकर फेसबुक से जाओगे.. यह लाईक्स कमेंट्स सब मोहमाया है पार्थ.. यही छूट जाना है। सुबह का पापी अगर शाम को भाजपा में आ जाये तो उसे पापी नहीं राष्ट्रवादी कहते हैं। पत्नी अगर पत्नी हो कर भी तुम्हें लौकी टिंडे न खिलाये तो वह देवी है.. उसकी पूजा करनी चाहिये। यदि शत्रु चाइना की तरह शक्तिशाली है तो चीनी लड़ियों झालरों का बहिष्कार करके उसकी कमर तोड़ देनी चाहिये। यदि वर्तमान में कोई समस्या तुम्हारे सामने आये तो उसका दोषारोपण नेहरू पर..

क्या हुआ माधव.. रुक क्यों गये?

तनिक रुको यार.. यह कौन टिंडे की तरह लुढ़कता पुढ़कता चला आ रहा है। ओ हलो.. इधर.. आपय कौन?

दद्दा नमन.. माईसेल्फ बर्बरिक।

बर्बरिक वल्गरिस.. पथरी गलाने वाले होम्योपैथिक आइटम..

नो दद्दा.. नाट एट ऑल। सन ऑफ श्री घटोत्कच, ग्रैंडसन ऑफ भीमसेन गदा वाले।

ओके.. किन्तु इधर कैसे पधारे?

मैच में हिस्सा लेने आये हैं हमहूं.. दद्दा देखो, हम साइंस के स्टूडेंट ठहरे, तो हमने यह डिवाईस बनाई है। इससे एक ठो तीर चलेगा तो सबको चिन्हित कर देगा और फिर दूसरे से सबको छेद देगा.. पूरा मैच एक बार में खतम।

अच्छा.. तनिक ट्रायल दिखाओ।

ई लो दद्दा.. यह पीपल के जितने पत्ते देख रहे हैं, सब टार्गेट कर लिये हैं और यह देखिये सबको छेदे दे रहे हैं.. दद्दा एक पत्ता आपके पांव के नीचे है, पांव हटा लीजिये, वर्ना लंगड़ा त्यागी के रूप में अच्छे न लगेंगे।

यार आदमी तो तुम बड़े डेंजर हो.. और खेलोगे किसकी तरफ से? कुछ सोचे हो?

हां दद्दा.. माम को वचन दिये थे कि कमजोर की तरफ से खेलेंगे।

तब तो बनबै न करी.. पूछो कैसे.. तुम जिसकी तरफ खड़े हो गये, दूसरी तरफ वाला तो ऑटोमेटिक कमजोर हो जायेगा तो तुमको उधर जाना पड़ेगा और उधर गये तो इधर वाला कमजोर हो जायेगा.. फिर?

उड़ी बाबा.. ई पैराडाक्स है क्या?

हां जी.. हल करो।

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पार्थ.. तुम तनिक भाट्सप पर ग्यारह लोगों को भेजने वाला मैसेज बनाओ.. हम इनकी समस्या हल करके आते हैं।

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हमें बताओ संजय कपूर.. क्या किया वासुदेव ने ऐसे वीर योद्धा का।

पता नहीं कौन सी पट्टी पढ़ाई या शायद मन की बात सुना दी है कि छोटे उस्ताद ने स्वंय अपना शीश काट के अर्पण कर दिया है और केशव ने शीश को पास की पहाड़ी पे ऐसा टिका दिया है कि अपनी इच्छानुसार वे महाभारत का मैच अंतिम बाल तक देख सकें।

उफ यह वासुदेव.. यह दुश्मन है हमारे पुत्रों का.. डिबिलियर्स जैसा बल्लेबाज हमसे छीन लिया। क्या मैच शुरू हुआ..

अभी कहां महाराज.. अभी तो ग्राउंड में विज्ञापन ही चल रहे हैं। ओ तेरी.. यह लोग कौन हैं..

क्या बात है संजय.. क्या कोई चमत्कार हुआ है।

घनघोर चमत्कार.. चारों दिशाओं से चार अलग सेनायें चली आ रही हैं। पूर्व की ओर से खाकी हाफपैंट पहने लाठीधारियों की फौज है जिसका अगुआ एक सफेद दाढ़ी वाला है और 'मित्रों' का उदघोष कर रहा है। पश्चिम से एक अंग्रेज युवक की सेना चली आ रही है जिसकी सेना में शामिल सभी सैनिक अलग अलग दिशाओं में देख रहे हैं और युवक कह रहा है कि मैं बोलूंगा तो भूकम्प आ जायेगा.. शायद भूकम्प ला कर मैच कैंसिल करना चाहता है।

यह क्या हो रहा है..

दक्षिण से लाल टोपी वाली सेना साइकिल चलाती हुई प्रवेश कर रही है और सेना में शामिल युवा 'जवानी तेरे नाम कुर्बान' के नारे लगा रहे हैं और उत्तर से एक ब्लू आर्मी 'जय भीम' का उदघोष करती प्रविष्ट हो रही है। इस सेना का नेतृत्व एक हाथी पे सवार महिला कर रही है।

यह जय भीम कौन हैं संजय.. क्या मार्केट में कोई नये भगवान आये हैं...

अरे नहीं योर हाइनेस.. एक महापुरुष हैं जिन्होंने शूद्रों में चेतना जाग्रत की, संविधान लिखा और इन्हीं की वजह से वंचितों को अधिकार मिले और उनकी सुरक्षा के लिये एससी एसटी एक्ट बना। यह वही हैं जिन्होंने एकलव्य अंगूठा केस में गुरू द्रोण को ऐसा फंसाया था कि पंचालराज ध्रूपद से हासिल आधा राज्य वे कोर्ट कचेहरी में हार गये और अब दिहाड़ी पर हमारी तरफ से खेल रहे हैं।

........

माधव.. यह कुर्ता और जींस पहने अंग्रेज सा नवयुवक कौन है? इसे देख कर चित्त अस्थिर हो रहा है..

कंट्रोल पार्थ कंट्रोल.. तुम पार्थ हो, पठान नहीं। यह सारे भकचुन्हर कलियुग से आये प्रतीत होते हैं लेकिन आने का ध्येय नहीं समझ आ रहा।

अरे.. अब यह झाड़ू वाली सेना लिये कौन चला आ रहा है खांसता हुआ।

सब मिले हुए हैं जी..

ओह! यह तो युगपुरुष हैं। हरिश्चन्द्र के अपडेटेड वर्शन हैं किन्तु यह सब दुरात्मायें हमारी महाभारत में क्यों मुसल्लत की गयी हैं?

देवराज से हाटलाईन पर बात कीजिये.. उन्हें अवश्य ज्ञात होगा।

करता हूँ पार्थ.. यह क्या, प्रिया प्रकाश का गाना लगा रखे हैं महाराज..

हलो.. देवराज इन्द्र स्पीकिंग।

मान्यवर.. कृष्ण बोल रहा हूँ कुरुक्षेत्र से। इस उम्र में आपको यह प्रिया प्रकाश का गाना सूट करता है क्या?

प्रिया.. क्या नैन मटकाती है यार। वह इन्द्रलोक की अप्सरा इन वेटिंग है, कैसे याद किया वासुदेव?

यह द्वापर की महाभारत में कलियुग के भकचुन्हर कैरेक्टर क्या कर रहे हैं आखिर?

ओह.. ऐसा करता हूँ कि आपके फोन में नारद जी को इंस्टाल कर देता हूं। उन्हें एक्टिवेट करने के लिये बस "ओके गूगल" का की-श्लोक बोलियेगा और वे आपकी मनचाही इनफार्मेशन उपलब्ध करा देंगे। लीजिये हो गया..

ओके गूगल।

बंदा आपकी खिदमत में आदाब बजा लाता है प्रभु.. नारायण नारायण। बताइये क्या सेवा कर सकता हूँ मैं आप एवेंजर्स की।

एवेंजर.. अरे भई मुनिवर, यह कलियुगी नमूने हमारी महाभारत में क्यों घुस आये हैं?

वस्तुतः आठ सौ साल बाद जम्बूद्वीप में ऐसी सरकार आई है जो आर्यावृत को आगे नहीं पीछे अतीत में ले जाने पर तुली है.. यह सब उसी का प्रताप है प्रभु।

कौन हैं यह दुरात्मायें और यहां किस ध्येय से आई हैं।

देखिये.. वह जो वाईट बियर्डेड मुंहबली है, जम्बूद्वीप पर उसी का शासन है और वह भी कौरवों की तरह विशाल सेना के सहारे सम्पूर्ण भारतवर्ष पर अपना नियंत्रण स्थापित कर चुका है.. यहां अपनी चड्डी गैंग को लेकर उन कमियों का अवलोकन करने आया है, जिनके कारण इतनी भारी सेना और लगभग सारे महारथी अपनी तरफ होते हुए भी कौरव हार गये थे.. ताकि आगे के चुनावी रण में उन गलतियों से बचा जा सके।

और वह जो चमकते दमकते श्रीमुख वाला अंग्रेज युवक है वह नेहरू कुल का युवराज कुंवर राहुल है जो उसी ध्येय से पार्टिसिपेट करने आया है कि उन रणनीतियों को सीख सके जिनसे संख्या में कम होते हुए भी पांडव मैच जीत सके थे और इसकी सेना में अजायबघर के नमूने हैं जो अलग दिशाओं में मुंह करके लड़ते हैं और एक दूसरे की टांग खींचने में एक्सपर्ट हैं।

यह जो साईकिल मंडली है लाल टोपी वाली, यह जिस युवक पर जवानी कुर्बान कर रही है वह टीपू सुल्तान है। पापा चाचा से लड़कर एक्सपर्ट हो चला है पारिवारिक लड़ाई में और चूँकि यहां भी पारिवारिक लड़ाई है तो अपना हक मान कर चला आया है। महाराज धृतराष्ट्र में उसे अपने पिता मुलायम और पितामह में चचा शिवपाल की छवि दिखती है.. फिर इसलिये भी आया है कि किसी बहाने ब्लू आर्मी की हेल्प करके गठबंधन के लिये बहन जी को राजी कर ले।

यह हाथी वाली बहन जी हैं जो हमेशा दलित के खिलाफ हुए अत्याचार के खिलाफ जंग के मूड में रहती हैं और गुरू द्रोण को दलितों का सबसे बड़ा शत्रु मानती हैं जिनने एकलव्य का अंगूठा ले कर उसे कलम पकड़ने से महरूम कर दिया था.. वे गुरु द्रोण के खिलाफ आपकी तरफ से लड़ेंगी।

और वह धूल उड़ाता हुआ युवक कौन है जो धान काटने वाली मशीन लिये आ रहा है मुनिवर।

अर्जुन.. वह आदमी काटने वाला रथ है और उस पर सवार भल्लालदेव है जो यहां अमरेन्द्र बाहुबली से लड़ कर इस बात का फैसला करने आया है कि कटप्पा किसकी टांगे दबायेगा।

बाहुबली..

जय माहिष्मति..

का क्लास में अटेंडेंस लगा रहे हो प्यारेलाल.. जाओ, उधर सीट ग्रहण करो। और यह युगपुरुष आखिर किस वजह से पधारे हैं मुनिवर?

कौन यह झाड़ू वाले.. यह एलजी काम नहीं करने दे रहा की शिकायत पर यहां धरना देने आया है कि इस बहाने चर्चा मिल जायेगी। इनका कहना है कि त्रेता द्वापर कलियुग कुछ बाकी न रखेगा अपने फैलाये रायते से।

ओह.. यह धरती क्यों कांप रही मुनिवर.. क्या भूकम्प आ रहा है। ओ माई गॉड.. यह डबल एक्सेल साईज का आइटम कौन है।

यह थानोस है प्रभु.. इसने देवलोक में सबके उंगली कर रखी थी तो विष्णु जी महाराज ने इसे मणियां इकट्ठी करने पृथ्वी पर भेज दिया है और यह युग युग में मणि ढूंढता फिर रहा है।

अरे यार लेकिन इससे कौन लड़ेगा.. यह तो दुई चार मिनट में सबको डिएक्टिवेट कर देगा।

इससे जीतना तो नामुमकिन है प्रभु पर फिर भी इससे लड़ने और इसे रोकने के लिये आपको एवेंजेर्स को बुलाना पड़ेगा।

और वे कैसे आयेंगे..

मंत्रोच्चारण करना पड़ेगा.. आप ठहरिये। मैं कर देता हूं.. ओऽम कैप्टन अमेरिकाय नमः ओऽम टोनी स्टार्काय नमः ओऽम हल्काय नमः ओऽम स्पाइडराय नमः ओऽम थोराय नमः ओऽम डाक्टर स्ट्रेंजाय नमः... यह लीजिये प्रभु, सब आ गये हैं। मैच का शंखनाद कर दीजिये।

**

संजय दत्त.. यह क्या हो रहा है, यह कैसी महाभारत है।

योर हाइनेस, डिजिटल भारत में डिजिटल महाभारत तो होगी ही।

क्या मैच शुरू हो गया।

हां महाराज.. केशव ने शंखनाद कर दिया है। कुरुक्षेत्र का पूरा स्टेडियम ललकारों जयकारों से गूँज रहा है। कहीं 'जय माहिष्मति' कहीं 'भारत माता की जय' कहीं 'जय भीम' कहीं 'इंकलाब जिंदाबाद' के उदघोष से धरती हिली जा रही है.. सब एक दूसरे पर टूटे पड़ रहे हैं। सफेद दाढ़ी वाले मुंहबली ने अंग्रेज कुंवर का कुर्ता फाड़ दिया है और अंग्रेज युवक ने मुंहबली का चूड़ीदार फाड़ दिया है। हाथी वाली महिला गुरू ग्रेग को ढूंढती फिर रही है और साइकिल वाला कुंवर पितामह की धोती खींचने में जुटा है। वह भीमकाय दानव और अजीब ड्रेस वाले अमरीकी लफंदड़ आपस में रेसलिंग कर रहे हैं।

और हमारे कुलदीपक.. वे क्या कर रहे हैं।

वे डगआउट में बैठ कर मैच का मजा ले रहे हैं। आइये.. उनका कनवर्सेशन सुनते हैं।

**

का हो दुर्योधन.. लड़बै न करी।

पहले इन नल्लों को लड़ लेने दो अर्जुन.. फिर हम लड़ेंगे।

ओके.. लो माउंटेन ड्यू पिओ।

इससे का होता है माधव..

यह पता चलता है कि डर के आगे जीत है।

यू मीन टू से कि सनी शाहरुख वाली डर के आगे सनी सलमान वाली जीत है..

यौ यौ..

माधव माधव.. उठिये ब्रो, स्थितियां बदल रही हैं।

क्या हो गया..

मुनिवर से पूछिये।

ओके गूगल।

क्या हुक्म है मेरे आका।

अमा यार आप नारदमुनि हैं अरेबियन नाइट्स वाले जिन्न नहीं। यह लोग पतली पतली गली पकड़ कर किधर खिसक रहे हैं।

कौन.. कुंवर राहुल को थाइलैंड में की गयी स्पेशल मसाजिंग की बुकिंग का कनफर्मेशन कॉल आ गया है तो वह चिंतन के बहाने बैंकाक भाग रहा है। मुंहबली के जीवन का एकमात्र उद्देश्य विश्व पर्यटन है और अभी अभी खबर मिली है कि प्रशांत महासागर में एक नये देश की खोज हुई है.. प्लेन तैयार हो चुका है और अब यह व्यापारिक समझौते का झुनझुना हिलाता टिक्कुल हो जायेगा। लाल टोपी वाले टीपू को पिता के समर्थन की सूचना मिल चुकी है और अब यहां रुकने का मतलब नहीं। बहन जी जिस डायरी के नोट्स पढ़ कर भाषण देती थीं, गुरू द्रोण ने अपने तीर से वह डायरी उड़ा दी है और बिना बोले रुकने का मतलब नहीं, इसलिये वह भी जा रही हैं।

और यह युगपुरुष.. 

इसका ही एक आदमी इसके खिलाफ भ्रष्टाचार का इल्जाम लगा कर इसी के घर के आगे धरने पर बैठ गया है.. यह अब यहां रुक के क्या करेगा। और थानोस को पता चल गया है कि स्मृति मणि द्वापर में नहीं, त्रेता में रावण के पास थी तो वह उधर चला गया है और एवेंजर्स भी धनिया पुदीना लेने उधर ही चले गये हैं।

तो यह जो अपने टिड्डी दल यहां छोड़े जा रहे हैं, इनका क्या करना है।

यह वे चैतु हैं जिनकी अकलें घुटनों में हैं.. अफवाह फैला दीजिये कि चीन ने हमें लाल आंखें दिखाई हैं और हमें चीनी सामान का बहिष्कार करके अपनी राष्ट्रभक्ति दिखानी है। यह सब सस्ते के चक्कर में चायनीज हथियार लिये हैं.. रख देंगे। तब नकुल को कहिये कि एंजेल प्रिया का रूप धर कर बाहुबली को पटाये। ठरकी है.. लड़की देख लार बह चलेगी। उसे स्टेडियम से बाहर ले जा कर भल्लाल देव के रथ से इन मूर्खों की कटान करा दो.. फिर कटप्पा से पांव दबवाने का आशीष दे के उसे भी वापस भेज देना।

लेट्स डू इट।

**

क्या हो रहा है रणक्षेत्र में संजय बारू.. हमें बताओ।

जैसा नारद जी ने कहा था वैसा ही हुआ.. सारे मुख्य हीरोज कुरुक्षेत्र से खिसक चुके हैं और अब भल्लालदेव कटाई कर रहा है अपने बुचर रथ से।

क्या इससे हमारे पुत्रों की शक्ति पर असर पड़ेगा संजय?

क्या कहा जा सकता है.. शुरू तो होने दीजिये। जब तक सारा रायता समेट कर अपनी टीमें फील्डिंग सेट करेंगी, आइये महाराज.. जब तक ब्रेक ले लेते हैं।

ब्रेक में है क्या संजय?

बेक्ड समोसे हैं महाराज और लाल चटनी खास निर्मल बाबा के दरबार से मंगाई हुई.. इसे लेने के बाद कृपा बरसने के पूरे आसार हैं।

लाओ संजय.. समोसे तुम खा लो, सारी चटनी हमारे मुंह में भकोस दो.. कृपा आनी चाहिये किसी भी तरह।

एक्सक्यूज मी.. मे आई हैव योर अटेंशन प्लीज।

कौन है संजय.. कृपा में बाधा बन रहा है।

मेरा आदमी है महाराज..

तुम्हारा आदमी.. तुमने शादी भी कर ली और हमें मिठाई भी नहीं खिलाई।

अरे महाराज, मेरे लिये काम करने वाला आदमी है.. हरीराम नाई। गोड़ पड़ो महाराज के।

चरण छुई जिल्लेइलाही।

जीते रहो हरीराम.. कृपा में व्यधान डालने का कोई खास कारण?

जी महाराज.. जो एवेंजर्स की टीम आई थी उसमें एक जो डिजाइनर दाढ़ी वाला था, जो आग की जलेबियां बनाता था.. उस एक्सेल साईज के महामानव से लड़ते वक्त उसको हाजत महसूस हुई थी तो हमारी टीम के लोगों ने उसे अपना रिजर्व बायो टायलेट और धोने के लिये मिनरल वाटर उपलब्ध कराया था।

हां तो.. नेकी करके दरिया में डाल देना चाहिये। उसमें क्या खास बात।

वह डाक्टर अजीब, भविष्य में देखने की क्षमता रखता था और उसने हमारे अहसान के बदले महाभारत युद्ध के एक करोड़ चालीस लाख संभावित नतीजे भविष्य में जा कर देखे थे।

ओह, अति उत्तम! और हम कितनी बार जीते।

एक बार भी नहीं महाराज.. उसका कहना था कि हर बार हमारी संभावनाओं पर वासुदेव मिट्टी डाल देते हैं और वे मैच में बॉल टेंपरिंग जैसी सभी चीटिंग का सहारा लेने वाले हैं.. हमें उनसे खास अलर्ट रहना चाहिये।

आइपीएल ट्यून बज चुकी है महाराज.. इसका मतलब हमारी टीमों के बीच मैच शुरु हो चुका है योर हाइनेस.. आइये मैच का मजा लेते हैं लाइव।

.................

जय श्रीराम! भारत माता की जय हो।

कौन है संजय? यह आवाज पहले तो कभी नहीं सुनी और हमारी जयकार करने के बजाय किसी भारत की माता जी की जय कर रहा है मूर्ख।

लो कर लो बात.. अरे महाराज। अपने देश में भारत माता की जय नहीं करेंगे तो क्या पाकिस्तान आंटी की जय करेंगे। वामपंथियों की भाषा मत बोलिये महाराज। हम लंबित पात्रा हैं और सीधे इंद्रप्रस्थ यानि के दिल्ली से आ रहे हैं।

लेकिन आ किसलिये रहे हो दुष्ट?

और लो.. क्या मोदी जी के राज में हिंदुओं को कहीं जाने की पर्मीशन लेनी पड़ेगी। अरे अधिकृत प्रवक्ता हैं अपनी पार्टी के। एक साधारण सी महाभारत थी आपके पास.. वह तो अहसान मानिये हमारे आदमी का, कि उसने महाभारत को डिजिटल बना दिया और आज आप इतने सारे मानीटर्स पर यह लाईव एक्शन देख पा रहे हैं।

महाराज.. यह नारद जी के अपडेटेड वर्शन लगते हैं। बैठिये महोदय.. और अपने आने का औचित्य बताइये।

अरे भई डिबेट के रोगी हैं.. बिना डिबेट के पेट की गैस नहीं छूटती। कोई न मिले तो आइने के सामने बैठ कर खुद से डिबेट कर लेते हैं जबकि यहां तो आप जैसे दो सज्जन पुरुष मौजूद हैं।

लेकिन किस विषय पे डिबेट करेंगे..

महाभारत पर और किस विषय पर.. कमाल करते हैं संजय जी। मैदान सज चुका है, दोनों टीमें भिड़ने को तैयार हैं और अब दो ही बातें होंगी। या तो आप के लौंडे लपेटे जायेंगे या पांडू के और आपके लपेटे गये तो दो बातें होंगी। या तो..

अरे चुप कर भाई.. संजय तुम युद्ध की कमेंट्री स्टार्ट करो।

महाराज.. जंग छिड़ चुकी है, पूरा स्टेडियम 'महाभारत तेरे टुकड़े होंगे' के नारों से गूंज रहा है, लेकिन समझना मुश्किल है कि महाभारत के टुकड़े कैसे होंगे। भीम उधर वाट लगाये दे रहा है और अर्जुन अलग.. युधिष्ठिर निंदास्त्र नाम का नयी टेक्नालॉजी वाला हथियार चला रहा है और नकुल सहदेव ईवीएम टेंपरिंग में लगे हैं। हमारी टीम के भी सभी योद्धा लंका लगा रहे हैं, पितामह भी, द्रोण, कृपा और दुर्योधनादि के साथ मिल कर आग मूत रहे हैं लेकिन गरीब बीपीएल कार्डधारक सैनिकों के विकेट पर विकेट गिरे जा रहे हैं..

यहां एक बात मैं कहना चाहूँगा कि बीपीएल कार्डधारकों के लिये टसुए मत बहाइये.. इन्हीं लोगों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाये थे। वह तो अहसान मनाइये हमारी दरियादिली का कि फिर भी उन्हें हम स्वर्ग में सैकड़ों अप्सरायें दिला रहे हैं.. बस आधार कार्ड रहना चाहिये साथ।

लीजिये कृपाचार्य का विकेट गिर गया..

..............

देखिये महामहिम.. इसपे आंसू बहाने की जरूरत नहीं। यह आदमी ठीक नहीं था.. पटेल को प्रधानमंत्री बनाने की जब बात उठी थी तब इन्होंने ही नेहरू के पक्ष में मतदान किया था। इनकी तो हूरों पर भी अट्ठाइस पर्सेंट जीएसटी लगेगी।

ओह महाराज.. हमारी टीम ने चक्रव्यूह बना कर अर्जुन के पुत्र अभिमन्यू का वध कर दिया।

..............

अरे क्या बात कर रहे.. चक्रव्यूह तो हमारे नमित शाह जी रचते हैं कि आदमी उठता नहीं, बंसल और लोया की तरह उठ जाता है। बहरहाल कैप्टन अभिमन्यु की शहादत व्यर्थ नहीं जायेगी.. पाकिस्तान से पूरा बदला लिया जायेगा।

अरे आप हो किसकी तरफ आखिर...

मतलब क्या इस देश में हिंदुओं को इतना अधिकार भी नहीं कि वह दोनों तरफ रह लें। अजी हम तो हमेशा उधर हैं जिधर से मारा जाये। चौरासी के दंगों में 'उधर' से मारने का सुख ले लेते हैं, दो हजार दो के दंगों में 'इधर' से ले लेते हैं.. लेने के लिये मिलनी चाहिये..

क्या!

आप उसकी चिंता न कीजिये, वह हमारी हेडएक है। आप उधर की चिंता कीजिये.. वह देखिये कर्ण ने घटोत्कच को, अर्जुन ने कर्ण को और धृष्टद्युम्न ने द्रोण को भी निपटा दिया है।

तो हमारे शूरवीर योद्धा क्या एक बाल भी नहीं उखाड़ पा रहे...

कैसे उखाड़ें महाराज.. जैसे ही हमारा कोई योद्धा हावी होता है, केशव शंख बजा कर स्ट्रेटेजिक टाईम आउट ले लेते हैं।

उफ यह केशव..

और लो.. मलब अपने ही देश में अब हिंदू टाईम आउट भी नहीं ले सकता। उसके लिये यूएन से पर्मीशन लेनी पड़ेगी।

ओह.. क्या होगा मेरे पुत्रों का..

वे अभी भी लाठी भांज रहे हैं जेड सिक्योरिटी में.. लेकिन भीम ने जेड सिक्योरिटी का घेरा तोड़ के दुशासन की ऐसा बोल्ड किया है कि अब द्रौपदी उसके खून से शैम्पू कर सकती है।

मेरा बच्चा..

यह गलत बात है वैसे.. और मैं इसकी कड़ी एवं कठोर निंदा करता हूँ। बताइये, शैम्पू करने के लिये ब्लड! कहां की सभ्यता है यह.. यह तुर्कों अरबों की खूनी परंपराओं से बचने की जरूरत थी हम हिंदुओं को.. लेकिन भाभी जी ने इसे शान समझ लिया। अरे मोदी से कह देतीं.. हमारे पास थोड़े टेढ़े फर्मे का योगी है एक, जो मन्दंजलि के नाम पे देसी रायता फैलाता है.. वह शुद्ध स्वदेशी शैम्पू बना देता लेकिन बताइये भला.. खून।

महाराज.. पितामह ने पांडवों के कई सैनिकों को निपटा दिया है लेकिन वासुदेव ने छल से शिखंडी को आगे करके अर्जुन से पितामह को ठुंकवा दिया है और अर्जुन ने पितामह के शरीर को ही तीरों का बेड बना दिया है और अब जमीन से मिनरल वाटर निकाल के पिला रहा है।

आहा.. मेरे भीष्म जी..

अहहहह.. यह देखिये, बिरयानी खिलाई जा रही है कसाब को। मलब इस देश में हिंदु सदा से सहिष्णु रहा है.. देख लीजिये, आदमी मार दिया है लेकिन फिर भी उसके हलक में पानी टपका कर उसे जिंदा रखने की कोशिश की जा रही है। इसी सहिष्णुता की वजह से मुगलों और अंग्रेजों ने आठ सौ साल हमपे राज किया है..

अब मेरे पुत्रों का क्या होगा?

महाराज.. बड़े ही खेद के साथ बताना पड़ रहा है कि भीम ने सिक्योरिटी घेरा तोड़ दिया है और अब आपके पुत्रों को दौड़ा दौड़ा कर मार रहा है।

RIP...

अहा.. जरा यह आंसू देखिये महोदय.. मैं पूछता हूँ कि क्या इस देश में हिंदू हमेशा मार खायेगा। अगर मारेगा तो क्या इस तरह आंसू बहाये जायेंगे? अरे तब कहां थे यह आंसू जब कश्मीर से हमारे हिंदू भाइयों को मार मार के भगाया गया था, उनके घरों की बर्निंग ट्रेन बनाई गयी थी और बहु बेटियों की आबरू को अरबी कदमों तले रौंदा गया था और आज रोना आ रहा है।

तो आप क्या चाहते हैं कि मैं अपने पुत्रों के विकेट गिरने पे आंसू भी न बहाऊं।

बहाइये.. लेकिन साथ ही आपको चौरासी के सिखों के लिये और दो हजार दो के गोधरा के शहीदों के लिये भी आंसू बहाने चाहिये वर्ना तुष्टीकरण के यह आंसू आपकी आंखों की रोशनी ही छीन लेंगे।

.............

लीजिये महाराज.. भीम ने दुर्योधन का भी शिकार कर लिया। दुर्योधन ने आखिरी अपडेट डाली है.. आयम डाईंग विद दुशासन एंड नाइंटी एट अदर ब्रोज.. साथ ही मरते वक्त की सेल्फी भी है।

मेरा लाल.. मेरा बच्चा। है कोई.. है कोई माई का लाल जो मेरे मरते हुए बेटे को लाईक कमेंट दे के उसे मोक्ष दिला सके..

आपका लाल तो अब लास्ट स्टेज पे पीला पड़ चुका है.. वैसे भी लाल तो वामपंथी होते हैं और वामपंथी तो लोल होते हैं।

बचा ही कौन है महाराज.. एक मैं नौकरी का हक अदा करते हुए सैड रियेक्ट कर चुका हूँ, एक आप और महारानी गंधारी कर दीजिये।

चाकू दो चाकू.. यह लो मेरा अंगूठा, तब तक इससे रियेक्ट करते रहो मेरे बच्चे को, जब तक स्वंय ब्रह्म जुकरबर्ग आकर यह न कह दें कि बस कर पगले, रुलायेगा क्या.. मुझसे अब और नहीं 'देखा' जाता। मैं जा रहा हूँ महारानी के पास.. उनसे भविष्य के मार्गदर्शक मंडल के विषय में विचार विमर्श करना है।

जय श्रीराम.. वंदे मातरम।

अबे भाग यहां से.. संजय अगर यह फौरन यहां से न जाये तो बचे खुचे सैनिकों को बुलवा कर इसे 'पठानों' के बीच कैद करवा दो।

अरे जा रहे हैं भई.. नाराज क्यों होते हैं। वैसे भी अब खेल खतम हो चुका तो हमारा यहां क्या काम.. जा के किसी और डिबेट में कुल्ले टिकायेंगे.. हमारा तो काम ही है हिंदुओं का पक्ष रखना। जय मोदिष्मति।

नोट: सिर्फ हास्य के उद्देश्य से रचित.. किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाना मकसद नहीं... कृपया विवेक से काम लें।                 
 

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रचनाएँ
केबीसी अल्टीमेट
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हास्य का एक रूप यह भी है कि फिल्म या प्रोग्राम की पैरोडी बने जाये, जो अपने तौर पर मूल फिल्म या प्रोग्राम से अलग मनोरंजन करे... तो प्रस्तुत किताब इसी तरह की है जिसमे सिर्फ मनोरंजन के उद्देश्य से कई अलग तरह के प्रसंग लिए गये हैं.. कृपया इसे मनोरंजन के तौर पर ही लें..
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केबीसी अल्टीमेट

10 नवम्बर 2021
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<p>तो देवियों और सज्जनों.. आप देख रहे हैं केबीसी। मैं हूँ अबुतोभ बच्चन और मेरे सामने फास्टेस्ट एब्यू

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डिज़िटल महाभारत

28 नवम्बर 2021
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<p>क्या बात है पुत्र दुर्योधन.. यह बाहर कोलाहल कैसा दिखाई दे रहा है?</p> <p>दिखाई दे रहा है, कुछ ज्य

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मैच कमेंट्री

28 नवम्बर 2021
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<p>(भारत पाकिस्तान मैच..)<br> <br> समय विध्वंसक है और दो देशों की सेनायें मैदान पर भाले बल्लम ले कर

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कलियुग में यमराज

28 नवम्बर 2021
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<p>यह तुंदियल अर्धनग्न शरीर, यह लुंगी, यह सींग वाला मुकुट... नौटंकी से लौट रहे हो का? <br> हद में रह

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दीवाने ग़ालिब

28 नवम्बर 2021
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<p>चैतू उन दिनों हरा ताजा जवान हुआ था कि मुहल्ले के एक शाखा प्रमुख की बिटिया गुड्डी के लिये इश्क की

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