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केबीसी अल्टीमेट

10 नवम्बर 2021

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तो देवियों और सज्जनों.. आप देख रहे हैं केबीसी। मैं हूँ अबुतोभ बच्चन और मेरे सामने फास्टेस्ट एब्यूज फर्स्ट आये हुए भगेलू भगत हाॅट सीट पर बिराजमान हैं.. भाई साहब, सीट के नीचे कंडे सुलगाये थे हमने। सीट हाॅट हुई कि नहीं।

जी भिया.. सीट तो इतनी हाॅट हो रयी के जल्दी न जीते तो दोनों बम पिघल जायेंगे, लेकिन भिया हम तो सुने कि केबीसी को अमिताभ बच्चन जी होस्ट करते हैं।

औकात मे रह के बात कल्लेव भगत जी। ऊ पनामा वाले हैं.. विल्स और गोल्डफ्लेक से नीचे बात नहीं करते और तुम ठहरे बीड़ी पी कर सोशल मीडिया पर गरियाने वाले जंतु। अमिताभ के सामने बैठोगे बे।

अरे ठीक है ठीक है.. सवाल पूछ लो भिया, इनसल्ट कायको करना हमाई।

तो गेम के रूल पता हैं आपको या मुअद्दिबाना अर्ज कर देवें बतरन्नुम।

हां पता है पंद्रह सवाल होंगे, दो पड़ाव होंगे और चार लाईफलाईन हैंगी.. ऑडियंस पोल, फिफ्टी फिफ्टी, पार्टनर वाली और वो जो एक्सपर्ट होते हैं.. और उर्दू बोल के डराइये मत हमको।

बेटा.. वो सब रूल आउटडेटेड हो चुके थे तो एक्सपायर हो गये समझो। हमारे गेम का एक ही रूल है कि कोई रूल नहीं। कोई रूल नहीं और जब हम चाहें हम खेल बंद कर के आपको लतिया के भगा दें। भगाये जाने से पहले जो आप जीत गये वह आपका।

यह कैसा गेम है भिया

यह ऐसा ही गेम हैं भिया। खेलना है तो खेलिये वर्ना बाकी कंटेस्टेंट गालियां देने के लिये तैयार बैठे हैं।

अब इत्तिरवन आ ही गये हैं तो खेलेंगे तो है ही.. चलिये शुरू कीजिये सर जी।

ओके.. तो चलिये हम और आप शुरू करते हैं कौन बनेगा चंपा पति।

चंपा पति.. अब यह क्या है। नहीं मतलब कांसेप्ट तो करोड़पति का था न भिया।

हां था तो पर गरीबी भोत है भिया, करोड़ अरेंज ही न हो पाये तो हमने चंपा को राजी कर लिया है पति के लिये। आप जीत लो भिया.. भोत काम की बंदी है।

अरे लेकिन.. लेकिन जो घर में बैठी हैगी भिया। उसका क्या करेंगे भिया जी।

अरे उसकी चिंता न करिये.. बस मोदी जी को जिताते रहिये, जहर खा लेगी किसी दिन या अगले आठ नवंबर को नोटबंदी की तरह पत्नी बंदी पक्की समझिये.. बस तभी मौके का फायदा उठाते जमा करा दीजियेगा।

अरे पर वह पत्नी बंदी क्यों करेंगे

अबे जब अपनी न रखी तो तुम्हारी रहने देंगे क्या। ज्यादा सोच मत बांके बहादुर.. वहां सीमा पर सैनिक नाले में गैस ढूंढ रहे हैं और तुम यहां चंपा मिल रही है तो तुम नखरे दिखा रहे हो।

अच्छा भिया.. अब दे ही रहे हो तो भागते भूत की कैप्री ही सही।

मतलब भूत ने लंगोटी पहनना भी छोड़ दिया गरीबी में, चलिये शुरू करते हैं कौन बनेगा चंपा पति.. तो आपके लिये पहला सवाल यह रहा स्क्रीन पर.. गैंग्स ऑफ वासेपुर के एक गाने 'तेरी कह के लेंगे' में हीरो के कह कर लेने का क्या तात्पर्य है? ऑप्शन पूरब.. विलेन की प्रापर्टी छीनना चाहता है? ऑप्शन पश्चिम.. विलेन की खैरियत मने कुशलक्षेम लेना चाहता है? ऑप्शन उत्तर.. विलेन की खुले में शौच करती फोटो लेना चाहता है? ऑप्शन दक्षिण.. धारा 377 के खत्म होने की एडवांस सूचना देना चाह रहा है?

अति उत्तम भिया.. सवाल सरकार से संबंधित है और हम भगत लोग सरकार के गले तक ठुंसे हुए हैं तो हमको क्या है न, पता रहता है कि 377 खत्म कराने पे कितना जोर था। हमको भी तो आजादी चैये थी न भई.. तो जेई ठीक रहेगा जी।

मतलब दक्षिणपंथी ऑप्शन के साथ जाना चाहेंगे।

जी भिया.. हम लोग पैदायशी दक्षिणपंथी हैं जी। इसको लाॅक कर दिया जाये।

लाॅक कैसे करें.. हमारे पास लाॅक का ऑप्शन ही नहीं। हम तो ऑप्शन का नाड़ा खोल के उसको आजादी दे देते हैं।

तो इस ऑप्शन को आजादी दे दी जाये..

ठीक है.. तो यह हमने इस ऑप्शन का नाड़ा खोल दिया और पजामा नीचे गिर गया। मतलब सही जवाब.. और इस जवाब के साथ ही आपने जीत लिया है चंपा का बायां हांथ। मुबारक हो।

बस हांथ..

कतई नाली में घुरस देंगे अगर आपत्ति जताई तो। नहीं मतलब क्या चाहते हो कि एक सवाल में ही पूरी चंपा दे दें तुमको

अरे मगर भिया.. ठीक है आपके गेम में क्विट का ऑप्शन नहीं है लेकिन अगर हम अगले में हार गये तो क्या चंपा का एक हाथ ले के जायेंगे।

देखिये बंधू एसा है कि चुपचाप बैठ कर हमारे सवालों के जवाब देते रहिये और चंपा के हाथ पैर दिल गुर्दा कलेजी फेफड़ा जीतते रहिये.. पूरी जीतने से पहले अगर हार गये तो जुर्माने के तौर पर हम आपके हाथ पैर दिल गुर्दा वगैरह ले लेंगे।

पर यह तो चीटिंग है.. पेले बताना चैये था न..

हां तो फिर.. तुम्हारी सरकार भी तो करती कुछ है बताती कुछ है। देखो भगेलू भगत भिया.. जैसे एक बार हम वोट दे कर पांच साल के लिये फंस गये हैं वैसे ही तुम हाॅटसीट पर बैठ कर फंस गये हो। अब या तो चंपा को पूरी जीतो या फिर अपने अंग दान करने के लिये तैयार हो जाओ।

तो देवियों और सज्जनों, हमारे सामने हाॅटसीट पर बैठ कर भगेलू भगत ने पहले सवाल का सही जवाब दे कर चंपा का बांया हाथ जीत लिया है और अब पैर वगैरह जीतने को तत्पर हैं। भाई साहब.. सीट तो हाॅट है न?

क्या बताऊं भिया.. तशरीफ के पकोड़े बने जा रहे। आप बस जल्दी कल्लेव.. वर्ना जब नीचू कुछ बचेगा ही नहीं तो चंपा का करेंगे क्या। ठीक है?

जी बिलकुल ठीक है, तो आगे बढ़ते हैं चंपा के एक हाथ और दोनों पैरों के लिये अगला सवाल, यह रहा आपके कंप्यूटर स्क्रीन पर...

क्या भिया आया नहीं कुछ स्क्रीन पर।

आयेगा कैसे.. जब हमने दिया ही नहीं तो। यह लीजिये, कागज पर सवाल लिख दिया है हमने, स्क्रीन पर चिपका लीजिये। आ जायेगा कंप्यूटर स्क्रीन पर।

मतलब यह तो हदई हो गयी भिया जी.. और सवाल क्या है? प्रधानमंत्री के हर जगह से रिश्ता जोड़ने और बचपन से कुछ भी बनने की इच्छा जताने का मतलब क्या है? इसमें ऑप्शन कहां हैं

यह सवाल ऑप्शनलेस है। तुम क्या समझते हो इतने भारी भरकम सवाल का ऑप्शन हो सकता है बुड़बक

अरे मगर ऐसे कैसे.. फिर मैं कोई भी जवाब दूंगा और आप उसको गलत बता दोगे। मैं क्विट कर रहा हूं..

अच्छा.. अरे कुरैशी भाई, जरा बांका ले के आना तो।

अरे अरे.. आप भी कमाल करते भिया जी.. पर हमारे आईक्यू का तो पता है न, जब तक आईटी सेल से चिठ्ठी नहीं आती, हम आगे नहीं बढ़ पाते और आप बिना ऑप्शन के जवाब की उम्मीद कर रहे हो। थोड़ा घुटनों पे तरस खाइये हमाये

वहां सीमा पर जवान नाले में गैस ढूंढ रहे हैं और तुम यहां बिना ऑप्शन के एक जवाब नहीं दे पा रहे।

प्लीज

ओहो.. मत रो पुष्पा, आई हेट टियर्स। चलो इतनी जिद कर रहे हो तो ऑप्शन दे देते हैं। ऑप्शन पूर्व.. क्योंकि वे दिमाग से बच्चे हैं और जीवन को नाटक समझते हैं। ऑप्शन पश्चिम.. चतुर राजनेता हैं, वोट के लालच में हर जगह और हर किसी से रिश्ता जोड़ लेते हैं। ऑप्शन उत्तर.. दुग्गल साब की मल्टीपल पर्सनालिटी डिसआर्डर के शिकार हैं और कभी भी कुछ भी बन जाते हैं। ऑप्शन दक्षिण.. इच्छाधारी नाग के रूप में विष्णु के ग्यारहवें अवतार हैं, जरूरत के हिसाब से हर रूप में ढल जाते हैं।

अब जे का हरामीपना है भिया.. सही जवाब तो ऑप्शन में हइये नहीं

अबे जब दिशायें खत्म हो गयीं तो और ऑप्शन कहां से लायें

अरे आकाश की दिशा तो बाकी है, ऑप्शन आकाश भी तो दीजिये.. प्रभु तो आकाश में ही रहते हैं.. कण कण में विद्यमान हैं, हर जीवमात्र से प्रभु का रिश्ता है। यह तो परम सत्य है बच्चन साब.. आप तो श्रद्धेय को अंडर इस्टीमेट कर दिये।

देखो भई भगेलू भगत.. हम इतने ही ऑप्शन देंगे, जवाब देना है तो दो वर्ना कुरैशी भाई..

अरे भिया.. इतने में ही जवाब चैये तो कोई लाईफलाईन तो दे दो। कसम से, भम्मान भोत खुश रखेगा आपको.. आपके बच्चे जियेंगे.. आपके घर में सुख शांति धन धान्य की कमी न होगी.. आपको चारों धाम की यात्रा नसीब होगी भिया.. आप को अल्लाह ताला हज पे भेजेगा.. खुदा आपको काबे की जियारत का शर्फ बख्शेगा भिया

अबे झोले वाले फकीर के लोटे वाले चेले.. साले दुआओं में भी घालमेल कर रिया। या तो चार धाम ही भेज ले या फिर हज ही भेज ले..

दे दो भिया एक लाईफलाईन का सवाल है.. प्रभू यीशू आप पर होली वाटर का छिड़काव करें

मने कान से खून निकाल के मानेगा.. चल बेटा एक लाईफलाईन देते हैं जान बख्शीश।

यह काउन सी लाईफलाईन है

देखिये महोदय, इस लाईफलाईन में अगर आप गलत जवाब देते हैं तो सजा से बच जायेंगे और आपके लिये इतना भी काफी है, वर्ना करम तो आप लोगों के ऐसे हैं कि बिना ऑप्शन दिये आपके बम काट लिये जायें लेकिन खैर..

गलत जवाब हुआ तो भी क्या चंपा के हाथ पांव..

भोई के.. मतलब नोटबंदी कर के भी चाहते हो कि अर्थव्यवस्था सुधर जाये.. जवाब दो चुपचाप वर्ना कुरैशी भाई बांके पर धार लगा रहे हैं।

ठठ-ठीक है.. मेरी तरफ से फिर दक्षिणपंथी जवाब। दद्दा इच्छाधारी नाग हैं.. जब जो रूप चाहते हैं बन जाते हैं। हम तो खुदय परेशान हैं.. का सोच के जिताये थे कि हिंदू शेर हैं और कहीं दलित बन जाते हैं कहीं पठान का बच्चा बन जाते हैं

तो इस जवाब को खोल दिया जाये

जी भिया.. नाड़ा खोल के पजामा गिरा दीजिये।

अबे पजामा हम थोड़े गिरायेंगे.. वह तो जब जवाब सही होगा, तब गिरेगा न। ठीक है तो फाईनल जवाब.. इस जवाब को खोल दिया जाये। अरे वाह.. पजामा गिर गया। सही जवाब.. और इसके साथ ही आपने जीत लिया है चंपा के चारों हाथ पैर..

बधाई

हो।

बधाई

पर भी मुंह के कोने लटकते पेली दफे देख रये हैं भगत जी.. चारों हाथ पांव तो जीत लिये चंपा के।

जान कैसे बचेगी

जेई तो सात साल से हम सोच रिये हैं महोदय..

एक ठो बात बोलें भिया, सीट भोत हाॅट हो चुकी है.. कंडे तो हटवा लीजिये वर्ना मेरे बम रोस्ट हो जायेंगे

महोदय.. पेट्रोल डीजल के लिये हम भी अयसे ही कलप रहे हैं के एक्साइज घटा दो तो कुछ राहत मिले। हमारी तो सुनते नहीं.. हम आपकी क्यों सुनें.. चुपचाप खेल लेव, इसी में भलाई है।

अरे तो सवाल ही पूछ लो भिया

ठीक है ठीक है.. पूछ लेते हैं, जल्दी क्या है। तो देवियों और सज्जनों, हमारे सामने बैठे हैं आईटी सेल के ट्रोलर भगेलू भगत जी.. जो दो सही सवालों के जवाब दे कर चंपा के चारों हाथ पैर जीत चुके हैं और अब आगे बढ़ते हैं चंपा के दिल, गुर्दे, फेफड़े, भेजे के लिये तीसरे सवाल की तरफ और यह रहा तीसरा सवाल टीवी स्क्रीन पर।

टीवी स्क्रीन पर, लेकिन भिया सवाल तो कंप्यूटर स्क्रीन पर आते हैं न?

वो द्वापर युग में आते थे, अब कलियुग है.. हमारे सवाल टीवी अखबार रेडियो मोबाईल कहीं भी आ सकते हैं। तो टीवी को ऑन किया जाये और यह रहा आपका सवाल.. स्क्रीन पर जो आप बिगबाॅस रूपी तांडव में भजन सम्राट श्री अनुप जलोटा और उनकी नवासी.. ऊप्स साॅरी ब्रो.. उनकी प्रेयसी को देख रहे हैं.. खबर के मुताबिक यह जल्दी शादी करने वाले हैं।

अरे तो इसमें सवाल कहां है

अबे यह जोड़ी अपने आप में खुद एक सवाल है बुड़बक.. आपको यह बताना है श्रीमान कि यह चमत्कार कैसे हुआ?

कुछ ऑप्शन वाॅप्शन मिलेगा क्या भिया.. नहीं मल्लब कुछ तो दो कि अयसे ही बता दें।

यार कमाल हो.. वहां सीमा पर जवान नाले में गैस ढूंढ रहे हैं और यहां तुम्हारी गाड़ी बिना ऑप्शन के आगे ही नहीं बढ़ती।

प्रधान जी के चक्कर में हम वैसे ही ऑप्शनलेस हुए पड़े हैं.. आप तो ऑप्शन मत छीनो भिया। आपके बाल बच्चे जियेंगे.. खूब खाये पियेंगे, तरक्की करेंगे। भगवान हमेशा सुखी रखेगा।

फिर फकीरी शुरू..

क्या करें भिया.. फकीर के ही भगत हैं..

मतलब बिना ऑप्शन मानोगे नहीं?

भगवान आपको भी बुढ़ापे में अयसा ही ट्रांसफारमर देगा, जिसका लोड उठाने में आपके जर्जर तारों के गुर्दे चोक हो जायेंगे.. दुआ है फकीर की

अच्छा तो ले लो ऑप्शन भई.. हां तो ऑप्शन पूर्व.. भजन में बड़ा स्कोप है, नक्षत्र भी बौरा कर गिव अप कर सकते हैं। ऑप्शन पश्चिम.. प्रोफेसर मटुकनाथ की दिखाई राह ने चाह बनाई। ऑप्शन उत्तर.. भजन कीर्तन से सिद्धि, प्रसिद्धि के साथ जसलीन का भी योग बनता है। ऑप्शन दक्षिण.. इस तरह ईश्वर ने काफिरों को यकीन दिलाया है कि धार्मिक रहोगे तो जन्नत में बहत्तर तो देंगे ही देंगे, लोटे में समाने की उम्र में भी एक एडवांस धरती पर ही दी जा सकती है।

कोई लाईफलाईन भी मिलेगी क्या दद्दा.. पिलीच।

इस बार हम नहीं पिघलेंगे वत्स, चाहे हाॅटसीट फर तुम्हारे बम ही रोस्ट हो जायें।

अच्छा.. ठीक है, अयसे ही देते हैं। देखिये भिया हमको लगता है कि इस चमत्कार के बहाने ईश्वर ने नास्तिकों को संदेश दिया है कि हमाई शरण में आओगे तो बुढ़ापे में भी ऐसे ही ऐश रहेंगे। तो हमाई कैलकुलेशन के हिसाब से ऑप्शन दक्षिण ही बनता है।

मतलब आप दक्षिण की ही तरफ जायेंगे।

क्या करें भिया.. दक्षिणपंथी ठहरे। इस जवाब का नाड़ा खोल दिया जाये।

फाईनल उत्तर है आपका?

……...

ठीक है चलिये हम ऑप्शन दक्षिण का नाड़ा खोलते हैं.. और यह देखिये.. पजामा टखनों में पंहुच गया। मुबारक हो.. इस सही जवाब के साथ ही आपने जीत लिये हैं चंपा के सारे अंदरूनी अंग। तो कैसा लग रहा है आपको।

क्या बतायें भिया.. बस ऐसा लग रहा है जैसे अपन कुरैशी भिया की दुकान पे खड़े हो कर मटन खरीद रहे हैं.. अब लगे हाथ जल्दी से अगला सवाल भी पूछ लीजिये।

जी बिलकुल पूछ लेते हैं.. तो देवियों सज्जनों, जल्दी से पेश है अगला सवाल चंपा के दो सींग, चार थन और एक पूछ के लिये.. यह रहा आपके अखबार में..

सींग.. थन.. पूंछ

नरभसा गये क्या श्रीमान.. आंखें औकात से बाहर हो रहीं..

…………..

हां तो इसमें इतनी हैरानी की क्या बात है.. सभी गायों के होती है।

गाय.. पर अपन तो चंपा के लिये खेल रहे थे न।

हां तो उस गाय का नाम ही तो चंपा है।

अरे लेकिन आप तो बोले हम चंपा पति के लिये खेल रहे हैं। गाय का पति होता है क्या

तो मतलब करोड़ पति के लिये खेलते हो तब करोड़ से शादी करके उसके पति बनते हो क्या.. सेनापति सेना से शादी करके पति बनता था क्या? यहां पति से तात्पर्य स्वामित्व से है वत्स

लेकिन आपने बंदी बोला था

हां तो बंदी ही है.. शी इज फीमेल टू।

लेकिन आपने बोला करोड़ अरेंज नहीं हुए तो चंपा को राजी कर लिया है पति के लिये

हमारी जिब्हा पकड़ता है नालायक.. जब तुम्हारे सरदार ने छः सौ करोड़ वोटर बता दिये तब तुम कहां थे, जब तुम्हारे सरदार ने पचास करोड़ परिवारों की सब्सिडी छुड़वा दी, तब तुम कहां थे, हमारी जुबान पकड़ते हो देशद्रोही।

अरे मगर गाय तो माता होती है

इट्स डिपेंड ऑन यू ब्रो.. तुम उसे जीतने के बाद माता, बहन, बेटी जो चाहे बना लो

अरे मगर भला गाय के लिये कोई खेलता है क्या

क्यों नहीं.. गाय के लिये लिंचिंग लिंचिंग खेल सकते हो तो इस खेल में क्या बुराई।

हमको नहीं खेलना भिया.. जरा सा गाय के लिये सौ पचास जानें क्या ले ली हमने.. सब हम भगतों के गले में गाय बांधने चल दिये।

कुरैशी भाई.. अरे अरे भाग के कहां जाता है कम्बख्त.. गाय तो तुझे लेनी पड़ेगी। खेल खतम.. गाय तुम्हारी.. पकड़ो.. भागने न पाये.. पकड़ो.. पकड़ो..

sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

बहुत बढ़िया

10 नवम्बर 2021

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रचनाएँ
केबीसी अल्टीमेट
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हास्य का एक रूप यह भी है कि फिल्म या प्रोग्राम की पैरोडी बने जाये, जो अपने तौर पर मूल फिल्म या प्रोग्राम से अलग मनोरंजन करे... तो प्रस्तुत किताब इसी तरह की है जिसमे सिर्फ मनोरंजन के उद्देश्य से कई अलग तरह के प्रसंग लिए गये हैं.. कृपया इसे मनोरंजन के तौर पर ही लें..
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केबीसी अल्टीमेट

10 नवम्बर 2021
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<p>तो देवियों और सज्जनों.. आप देख रहे हैं केबीसी। मैं हूँ अबुतोभ बच्चन और मेरे सामने फास्टेस्ट एब्यू

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डिज़िटल महाभारत

28 नवम्बर 2021
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<p>क्या बात है पुत्र दुर्योधन.. यह बाहर कोलाहल कैसा दिखाई दे रहा है?</p> <p>दिखाई दे रहा है, कुछ ज्य

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मैच कमेंट्री

28 नवम्बर 2021
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<p>(भारत पाकिस्तान मैच..)<br> <br> समय विध्वंसक है और दो देशों की सेनायें मैदान पर भाले बल्लम ले कर

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कलियुग में यमराज

28 नवम्बर 2021
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<p>यह तुंदियल अर्धनग्न शरीर, यह लुंगी, यह सींग वाला मुकुट... नौटंकी से लौट रहे हो का? <br> हद में रह

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दीवाने ग़ालिब

28 नवम्बर 2021
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<p>चैतू उन दिनों हरा ताजा जवान हुआ था कि मुहल्ले के एक शाखा प्रमुख की बिटिया गुड्डी के लिये इश्क की

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