इस पुस्तक में आप एक लड़की की एक तरफ़ा प्रेम में लिखी गयी कविताएँ पढ़ेंगे।
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क्यूँ तुम्हारा दीदार अच्छा लगता है, क्यूँ तुम्हारा अहसास अच्छा लगता है, थी ना मैं इतनी पागल सी कि नींद से पहले तुम्हारे अक्स से इकरार अच्छा लगता है ।
तुम्हारी हर अदा पर मरती हूँ मैं, तुम्हारी एक झलक को तरसती हूँ मैं, उदासी तुम्हारी नम होती ही मैं, मुस्कुरा दो तुम तो खिल उठती हूँ मैं ।