तुम्हारी हर अदा पर मरती हूँ मैं,
तुम्हारी एक झलक को तरसती हूँ मैं,
उदासी तुम्हारी नम होती ही मैं,
मुस्कुरा दो तुम तो खिल उठती हूँ मैं ।
13 अगस्त 2022
तुम्हारी हर अदा पर मरती हूँ मैं,
तुम्हारी एक झलक को तरसती हूँ मैं,
उदासी तुम्हारी नम होती ही मैं,
मुस्कुरा दो तुम तो खिल उठती हूँ मैं ।