जब कोई रास्ता दिखाई ना दे तो एक रास्ता तुम बना देना
जब चलते चलते थक जाऊँ तो फूल कहीं बिछा देना
जब साथ ना दे कोई भी मेरा तो हाथ पकड़ कर चल लेना
बस इतना करम कर देना,भोले इतना करम कर देना
ये दुनिया रँग बिरँगी है,यहाँ कोई नही किसी का है
जब हर कोई सोचे मैं मर जाऊँ तो थोड़ी सी उम्र बढ़ा देना
इतनी उम्र मुझे दे देना,बस कुछ सपने पूरे हो जाए
अपने सपनों की जगह नही बस बच्चों के पूरे हो जाएं।
तेरे जैसी तेरी बेटी ये बस क्रोध की भाषा ही मुझे आए
दिखावा मेरे दिल को ना भाए,चाहे कोई रूठता जाए
दिखावे से भरी दुनिया मे तुम,मुझे सच्चाई दिखा देना
जब चलते चलते थक जाऊँ तो गोद मे अपनी सुला लेना।
ॐ नमःशिवाय
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