आजादी के परवानों ने कुछ काम ऐसा कर दिया
भारत माता की गोद को अपने लहू से भर दिया
गुलामी की जंजीरों में जकड़ी हुई थी "आजादी"
कैसे कोई देख सकता था अपने मुल्क की बरबादी
हंसते हंसते शीश जब फांसी के फंदे पे धर दिया
भारत माता की गोद को अपने लहू से भर दिया
ये दुनिया एक रंगमंच है किरदार सभी निभाते हैं
कुछ अहिंसा का रंग भरते हैं कुछ जान दे जाते हैं
"आजाद" सा किसी ने जन जन में जोश भर दिया
भारत माता की गोद को अपने लहू से भर दिया
धरती पे आए हो "हरि" तो काम ऐसा कर जाओ
विश्व रंगमंच पे अपना किरदार अमर कर जाओ
वंदनीय है जिसने जीवन देश की खातिर जिया
भारत माता की गोद को अपने लहू से भर दिया
श्री हरि
5.11.22