शुक्र का मिथुन में गोचरआज यानी 28 जून को 25:34(अर्द्धरात्र्योत्तर एक बजकर चौंतीस मिनट) के लगभग समस्त सांसारिक सुख, समृद्धि, विवाह, परिवार सुख, कला, शिल्प,सौन्दर्य, बौद्धिकता,राजनीति तथा समाज में मान प्रतिष्ठा में वृद्धि आदि काकारक शुक्र अपनी स्वयं की राशि से निकल कर अपने मित्र ग्रह बुध की मिथुन राश
मंगल का कर्क में गोचरआज आषाढ़ कृष्ण षष्ठीको रात्रि ग्यारह बजकर बाईस मिनट के लगभग मंगल अपने शत्रु गृह बुध की मिथुन राशिसे निकल कर राशि कर्क में प्रस्थान कर जाएगा – जहाँ कल ही बुध का भी गोचर हुआ है | इसप्रस्थान के समय गर करण और प्रीति योग होगा तथा मंगल इस समय पुनर्वसु नक्षत्र परहोगा | बुध वहाँ पहले ही
बुध का कर्क में गोचर कल यानी शुक्रवार, 21जून, आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी को बव करण और वैधृति योग में 26:27(अर्द्धरात्र्योत्तर दो बजकर सत्ताईस मिनट) के लगभग बुध अपनी स्वयं की राशि मिथुनको छोड़कर चन्द्रमा की कर्क राशि में प्रस्थान कर जाएँगे | इस प्रस्थान के समय बुध पुनर्वसुनक्षत्र पर होगा तथा गुरु की दृष्टि भी
सूर्य का मिथुन में गोचर आज सायं पाँच बजकर उन्तालीस मिनट केलगभग भगवान भास्कर अपने शत्रु गृह शुक्र की वृषभ राशि से निकल कर बुध की मिथुनराशि में प्रविष्ट हो जाएँगे, जहाँ उनके लिए विचित्र परिस्थिति बनी हुई है | एक ओरउनका मित्र ग्रह मंगल वहाँ गोचर कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर एक शत्रु ग्रह राहु कागोचर भी व
शुक्र का वृषभ में गोचरआज वट सावित्री सोमवती अमावस्याहै | कल यानी दो जून को सायं चार बजकरउनतालीस मिनट पर अमावस्या तिथि का आगमन हुआ है जो आज दोपहर तीन बजकर इकत्तीस मिनटतक अमावस्या रहेगी | अतः सामान्य रूप से व्रत के पारायण का समय भी इसी समय तक है |जो भी महिलाएँ इस व्रत का पालन करती हैं सर्वप्रथमउन सभी
बुध का मिथुन में गोचरकल शनिवार रविवारयानी ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्दशी अर्थात 1 जून को 24:17 (मध्यरात्रि में 12:17) केलगभग विष्टि करण और अतिगण्ड योग में बुध अपने मित्र शुक्र की वृषभ राशि से निकल करअपनी स्वयं की राशि मिथुन में प्रविष्ट होगा | मिथुन राशि में प्रवेश के समय बुध मृगशिरानक्षत्र में होगा तथा कुछ
बुध कावृषभ में गोचरशनिवार 18 मई यानी वैशाख शुक्लपूर्णिमा को रात्रि 11:35 के लगभग बव करण और परिघ योग में बुध मेष राशि से वृषभराशि में प्रस्थान कर जाएगा | कल ही भगवान बुद्ध का जन्म दिवस बुद्ध पूर्णिमा भीहै | साथ ही कल यानी वैशाख शुक्ल पूर्णिमा को ही महात्माबुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई और इसी तिथि को
सूर्यका वृषभ में गोचर 2019कल, यानी बुधवार 15 मई 2019 को प्रातःग्यारह बजकर एक मिनट के लगभग आत्मा के कारक भगवान भास्कर ने अपने मित्र मंगल कीराशि मेष से निकल कर अपने शत्रु ग्रह शुक्र की राशि वृषभ में प्रस्थान करेंगे | यद्यपि कल सूर्योदय के समय वैशाख शुक्ल एकादशी है,किन्तु सूर्य के वृषभ राशि में प्रस्था
मंगल का मिथुन राशि में गोचरमंगलवार सात मई यानीवैशाख शुक्ल तृतीया है – यानी अक्षय तृतीया | जिसे भगवान् विष्णु के छठेअवतार परशुराम के जन्मदिवस के रूप में भी मनाया जाता है | सर्वप्रथम सभी को अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएँ...कल प्रातः 6:53 केलगभग तैतिल करण और अतिगण्ड योग में मंगल वृषभ राशि से निकल क
बुध का मेषराशि में संक्रमण 2019शुक्रवार तीन मई वैशाख कृष्ण चतुर्दशी को सायं पाँच बजकर तीन मिनट के लगभगशकुनि करण और प्रीति योग में बुध मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र पर प्रस्थान करजाएगा | मेष राशि पर भ्रमण करते हुए बुध 11 मई को भरणी नक्षत्र तथा 17 मई कोकृत्तिका नक्षत्र पर भ्रमण करेगा, और अन्त मेंकृत्तिक
शुक्र का मीन राशि में गोचर आज चैत्र शुक्लएकादशी को अर्द्धरात्र्योत्तर एक बजकर चार मिनट के लगभग विष्टि करण और गण्ड योगमें समस्त सांसारिक सुख, समृद्धि, विवाह, परिवार सुख, कला, शिल्प,सौन्दर्य, बौद्धिकता, राजनीतितथा समाज में मान प्रतिष्ठा में वृद्धि आदि का कारक शुक्र अपने परम मित्र शनि कीराशि कुम्भ से न
सूर्य कामेष राशि में गोचर 2019सूर्य के मेष राशि में संचार अर्थात मेष संक्रान्ति केविषय में चर्चा आरम्भ करने से पूर्व - कल बैसाखी काउल्लासमय पर्व है, जिसके लिए सभी को हार्दिकशुभकामनाएँ...कल, रविवार 14 अप्रेल को अपराह्न दो बजकरनौ मिनट पर भगवान् भास्कर अपने एक मित्र गुरु की राशि मीन से निकल कर दूसरे मि
गुरु का धनु में गोचर ज्ञान, विज्ञान, बुद्धि, पिता, गुरु, धर्म और आध्यात्म के साथ-साथ भाग्य वृद्धि, विवाह तथा सन्तान सुख आदि के कारक बृहस्पति ने 11 अक्टूबर 2018 को वृश्चिक राशि में प्रस्थान कियाथा | गुरु एक ही राशि में लगभग एक वर्ष तो विश्राम करते ही हैं, किन्तु वक्री अथवा मार्गी होने के कारण इसअवधि
मंगल का वृषभ राशि में गोचरआज यानी चैत्रकृष्ण द्वितीया को दोपहर तीन बजकर पाँच मिनट के लगभग गर करण, ध्रुव योग और चित्रानक्षत्र में मंगल अपनी स्वयं की राशि मेष से निकल कर वृषभ राशि में प्रस्थान करजाएगा | इस प्रस्थान के समय मंगल कृत्तिका नक्षत्र पर होगा | अपने इस गोचर केदौरान छह अप्रेल को रोहिणी नक्षत्र
शुक्र का कुम्भ राशि में गोचर आज दिन में सभीने रंग और उत्साह का पर्व होली धूम धाम से मनाया | सभी को एक बार पुनः इस रंगपर्वकी रंगभरी उल्लासभरी हार्दिक शुभकामनाएँ |आज फाल्गुनकृष्ण प्रतिपदा है, और आज अर्द्धरात्र्योत्तर तथा कल 22 मार्च को सूर्योदय से पूर्व तीन बजकरपैंतालीस मिनट के लगभग कौलव करण और वृद्धि
कल यानी शुक्रवार 15 मार्च2019 को सूर्योदय से पूर्व पाँच बजकर चालीस मिनट के लगभग पूर्वा भाद्रपद नक्षत्रपर भ्रमण करते हुए ही भगवान् भास्कर अपने शत्रु ग्रह शनि की राशि मीन से निकल करमित्र ग्रह गुरु की राशि में भ्रमण करने के लिए प्रस्थान करेंगे, जहाँ एक माह तकविचरण करने के पश्चात रविवार 14 अप्रेल को दोप
बुधका मीन में गोचरआज सोमवार 25 फरवरी फाल्गुन कृष्णसप्तमी को प्रातः आठ बजकर 53 मिनट के लगभग विष्टि करण और ध्रुव योग में बुध ने मीनराशि में प्रवेश किया है | बुध इस समय पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र पर है | 28 फरवरी कोयह उत्तर भाद्रपद नक्षत्र पर चला जाएगा | उसके बाद 15 मार्च को वक्री होकर पुनःपूर्वा भाद्रपद न
शुक्र का मकर राशि में गोचर कल फाल्गुनकृष्ण षष्ठी को वणिज करण और ध्रुव योग में रात्रि 22:46 के लगभग समस्त सांसारिक सुख,समृद्धि, विवाह, परिवारसुख, कला, शिल्प, सौन्दर्य, बौद्धिकता, राजनीतितथा समाज में मान प्रतिष्ठा में वृद्धि आदि का कारक शुक्र धनु राशि से निकल कर अपने परममित्र ग्रह शनि की मकरराशि में प
सूर्य का कुम्भ राशि में संक्रमणबुधवार 13 फरवरी माघशुक्ल अष्टमी को प्रातः आठ बजकर 49 मिनट के लगभग बव करण और ब्रह्म योग में सूर्यदेवमकर राशि में अपना भ्रमण पूर्ण करके कुम्भ राशि में प्रस्थान कर जाएँगे | जहाँ वेशुक्रवार 15 मार्च को प्रातः 5:40 तक विचरण करने के बाद मीन राशि में प्रस्थान करजाएँगे | अपनी
बुधका कुम्भ में गोचरकल यानी गुरूवार सात फरवरी को प्रातःदस बजकर ग्यारह मिनट के लगभग माघ शुक्ल द्वितीया को तैतिल करण और परिघ योग में बुधका गोचर कुम्भ राशि में होने जा रहा है | बुध इस समय धनिष्ठा नक्षत्र पर है तथाअस्त है | कुम्भ राशि में निवास करते हुए बुध 11 फरवरी को शतभिषज नक्षत्र पर और 18फरवरी को पू