मेरा ख़्वाब माँगतेहैं ...इतने वेवश चेहरे, कि नकाब माँगते हैं,बंद करूँ आँखें , मेरा ख़्वाब माँगते हैं। बचपन की यादें ,जवानी के लुक –छिपे,ये चोरी –चोरी, मेरी किताब माँगते हैं । छुपा छुई –मुई में, हर –सिंगार में फँसा,इम्तहान लेते मेरा , ये गुलाब माँगते हैं । दर्द की झाइयाँ नर्म, पलकों की सिंहरन,मज़ाक
मेरा ख़्वाब माँगते हैं ...इतने वेवश चेहरे, कि नकाब माँगते हैं,बंद करूँ आँखें , मेरा ख़्वाब माँगते हैं । बचपन की यादें ,जवानी के लुक –छिपे,ये चोरी –चोरी, मेरी किताबमाँगते हैं । छुपा छुई –मुई में, हर –सिंगार में फँसा,इम्तहान लेते मेरा , ये गुलाब माँगते हैं । दर्द की झाइयाँ नर्म, पलकों की सिंहरन,मज़ा
अंधी ममता दिल की सुनती है दिमाग की नहीं डॉ शोभा भारद्वाज इंडोनेशिया एवं सिंगापुर की पृष्ट भूमि में लिखी कहानी यूनी 22 वर्षों से सिंगापुर में मेड का काम कर रही थी यहाँ इन्हें नैनी कहा जाता वह सिंगापूर की नागरिकता लेना चाहती है नहीं मिली वहाँ केवल पढ़े लिखे प्रतिभावान लोगों को नागरिकता दी जाती है
देखना चाहो अगर भगवान को अस्पतालों में मिलेंगे देख लो देखना चाहो अगर श्री राम को हर जगह तुम को मिलेंगे देख लो खाना-पीना त्याग कर रात दिन वो जाग कर पुरे सांग क लिरिक्स देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे Humne To Bhagwan Maana Hai Lyrics
प्याज पर हाय हाय क्यो ? डॉ शोभा भारद्वाज आजकल सेलिब्रिटी प्याज के टौप्स दिखा रहीं हैं पहनते हैं या नही पता नहीं हाँसोशल मीडिया में चर्चित होने का तरीका अवश्य है |हमारे यहाँ एक एनआरआई परिचितमहिला आईं उनका यूएस में अपना रेस्टोरेंट था जिसमें भारतीय व्यंजन बनाये जाते है
ख्याल होगा। प्याज के दाम दोबारा बढ़े थे। पांच रुपए में एक प्याज लेने पर आंखों से आंसू झरे थे। तभी निम्न लिखित रचना कल्पना में आयी थी। पढ़ें।एक कवि नेसम्पादक को अकेला पायाइधर-उधर देखाकिसी को ईर्द-गिर्द न पाझट कक्ष मेें घुस आयासम्पादक ने सर उठायाअवांछित तत्व को सामने देखबुरा सा मुंह बनायाकंधे से लटके
यह एक सर्वविदित तथ्य है कि भाभीजी घर पर है की कहानी में, विभूति हमेशा अनीता को किसी न किसी तरह प्रभावित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके लिए ऐसा करना संभव नहीं है। लेकिन किसी को यह स्वीकार करना होगा कि इस जोड़ी का रोमांस लोकप्रिय बॉलीवुड गीतों से पूरी तरह से अलग है। यह उन बहुत ही गीत हैं जो
यह एक सर्वविदित तथ्य है कि भाभीजी घर पर है की कहानी में, विभूति हमेशा अनीता को किसी न किसी तरह प्रभावित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके लिए ऐसा करना संभव नहीं है। लेक
वजन कम करना चाहती हैं तो ऐसे करें वौकिंगवजन कम करने के लिए लोग क्या क्या नहीं करते हैं. जिम, डाइटिंग, एक्सरसाइजेज और भी ना जाने क्या क्या.https://healthtoday7.blogspot.com/वजन कम करने के लिए लोग क्या क्या नहीं करते हैं. जिम, डाइटिंग, एक्सरसाइजेज और भी ना जाने क्या क्या. पर क्या आपको पता है कि केवल व
अक्सर समझ नहीं पाते हैं लोग मन से मन की बातों को,शब्दों के जज्बातों को, सोचती जागती रातों को, अक्सर समझ नहीं पाते हैं लोग.......संबंधों की गहराई को, समय की दुहाई को, अपनों की अच्छाई को,अक्सर समझ नहीं पाते हैं लोग....... नेह से
“मुक्तक”तर्क तौलते हैं सभी लिए तराजू हाथ। उचित नीति कहती सदा मिलों गले प्रिय साथ। माँ शारद कहती नहीं रख जिह्वा पर झूठ- ज्ञान-ध्यान गुरुदेव चित अर्चन दीनानाथ॥-१ प्रथम न्याय सम्मान घर दूजा सकल समाज। तीजा अपने आप का चौथा हर्षित आज। धन-निर्धन सूरज धरा हो सबका बहुमान- गाय भाय बेटी-बहन माँ- ममता अधिराज॥-२
लेख विद्यार्थियों में गिरते मूल्य कहते हैं जो विद्यार्थी शिक्षक का सम्मान नहीं करते उन्हें ज्ञान प्राप्त नहीं होता यह बात अब आई गई सी लगती है । आज विद्यार्थियों में गिरते मूल्यों का एक मुख्य कारण उनके स्वयं के अभिभावक है । ऐसा क्यों …?
वरखा बहार आई. .................. घुमड़-घुमड़ बदरा छाये, चम-चम चमकी बिजुरियां,छाई घनघोर काली घटाएं, घरड-घरड मेघा बरसे, लगी सावन की झड़ी,करती स्वागत सरसराती हवाएं........ लो,सुनो भई,बरखा बहार आई...... तपती धरती हुई लबालव, माटी की सौंधी खुश्बू,प्रफुल्लित बसुन्धरा से संदेश कहती, संगीत छे