लूटने से बचो।मंदिरों को अक्सर लूटा गया, महलो में क़ब्जे किए।पूंजीपतियों को जमीदारी, गरीबों को गुलाम बनाया।मध्यमवर्ग जब उग्र हुआ तो उन्हें, फाँसी में लटकाया।जाति धर्म रंग भेद-भाव से, मानव मे दो फ़ाक कराया।ऊँच नीच जोड़ करनी संग, भाई भाई को भड़काया।कर ओछी-ओछी राजनीति देश को भृष्ट बनाया।कर बटवारे देश के चार
मोटापा एक ऐसी समस्या है। जिसमे बॉडी फैट और शरीर की मात्रा बढ़ जाती है। मोटापा दिखने में भी खराब दिखता है और साथ-साथ कई बीमारियों को भी बढ़ावा देता है, जैसे- हृदय रोग ,डायबिटिज, ब्लड प्रेशर, पित्त की बीमारी, साँस का चलना,बांझपन और पीरियड में गड़बड़ी। यह सारी बीमारियाँ मोटे लोगो को ज्यादा होती है।
वजन कम करना चाहती हैं तो ऐसे करें वौकिंगवजन कम करने के लिए लोग क्या क्या नहीं करते हैं. जिम, डाइटिंग, एक्सरसाइजेज और भी ना जाने क्या क्या.https://healthtoday7.blogspot.com/वजन कम करने के लिए लोग क्या क्या नहीं करते हैं. जिम, डाइटिंग, एक्सरसाइजेज और भी ना जाने क्या क्या. पर क्या आपको पता है कि केवल व
आज के समय में अधिकतर लोगों के पास इतना समय ही नहीं है कि वह अपनी सेहत का ध्यान रख सकें। सुबह की भागदौड़ और पूरा दिन काम करने की जद्दोजहद में उनकी सेहत की अनदेखी होती है और कब उनकी कमर का आकार बढ़ने लगता है, इसका उन्हें पता ही नहीं चलता। यह मोटापा अपने साथ अन्य भी कई समस्याएं लेकर आता है। यह सच है कि प
आज की भागदौड़ और तनाव भरी ज़िंदगी मे ज़्यादातर लोग मोटापे की समस्या से जूझ रहे है| जब एक व्यक्ति के शरीर मे बहुत अधिक वसा या फैट जमा हो जाता है तो इस स्थिति को मोटापा कहते है जिसका उस व्यक्ति के स्वास्थ्या पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकत
हर कैटेगरी में आरक्षण की देने की बात करने वाली सरकारों को चाहिए कि वह सभी तरह के आरक्षण समाप्त कर अनारक्षित वर्ग के लिए एक कैटेगरी बना दें. फिर जो सरकार के नुमाइंदों का विरोध करें, उनको उस कैटेगरी में डाल दें. हद है आरक्षण मांगने व देने वालों की. इतनी कैटेगरी बना दी है कि
काम कोई भी छोटा नहीं होताएक समय की बात है समुद्र के किनारे मछुआरों की बस्ती में हेमंत नाम का मलाह रहता था वह अपनी कश्ती से यात्रियों को एक किनारे से दुसरे किनारे लाने ले जाने का काम करता था इस काम से उसे ज्यादा पैसे तो मिलते नहीं थे पर दाल रोटी चलती जाती थी उसका परिवार खुश था उसका बड़ा बेटा राहुल भ
अपने प्रेमी के संग स्वच्छंद रंगरेलियां मनाने की हवस में अंधी, एक कलयुगी माँ द्वारा ,अपने मासूम बच्चों की तकिये से गला घोंट कर निर्मम हत्या करने की खबर से आहत होकर लिखी गयी और खरे कटु सत्य को उजागर करती कविता -*******************************************@@@@@@@ काश कमीना काम न होता @@@@@@@************
@@@@@ काम करो , कुछ नाम करो @@@@@ ********************************************************** काम करो ,कुछ नाम करो ,पर नहीं देश बदनाम करो | भय को दूर भगाओ तुम ,जमीर को जगाओ तुम | दुखियों का तुम दुःख हरो | काम करो ,कुछ नाम करो ,पर नहीं देश बदनाम करो || धन खूब कमाओ तुम ,पर पूरा कर चुकाओ तुम | ईमान से त
हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाबहम होंगे कामयाब एक दिन ओ हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास,हम होंगे कामयाब एक दिन॥हम चलेंगे साथ-साथ, डाल हाथों में हाथहम चलेंगे साथ-साथ एक दिनओ हो, मन में है विश्वास, पूरा है विश्वासहम चलेंगे साथ-साथ एक दिन॥होगी शांति चारों ओर, होगी शांति चारों ओरहोगी शांति चारों
जय श्री कृष्ण,,::::::::---||||••••|||||~__आर.के .श्री.मानवेंद्र जी मेरा आपको कोटि कोटि प्रणाम,,आप महान विचारक हैं,आपके। विचारों को में रोज पढ़ता हूँ,और अपने जीवन मे उतरता हूँ,लेकिन आपके एक विचार से मुझे तकरार हैं,क्योंकि मेरा भी व्यापार हैं,आज का मेरा यह लेख आप तक पहुँच