रक्षा बन्धन का मुहूर्त भारत में पर्व-त्यौहारों का विशेष महत्व है । कोई न कोई त्यौहार साल भर लगा ही रहता है | किन्तु श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला रक्षा बन्धन का पर्व एक ऐसा पर्व ह
🌻🌺🌹💮🌸🌸🌸🌸💮🌹🌺🌻दुनिया की समस्त सरहदें मिट गर गुम हो जाती।मजहब-फीरकापरस्ती की दिवारें टूट ढ़ह जाती।।नफ़रत का फ़ितूर न होता, जंग का इल्म न होता।मुहब्बत का नजारा, इंसान इंसान का प्यारा होता।।इतिहास के पन्नों से खून रिस कर टप-टप पड़ता है।कहीं कंस कहीं रावण अट्टाहास कर ताण्डव करता है।।नित 'द्रो
येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल: |तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल ॥जिस रक्षासूत्र को महान शक्तिशाली राजा इन्द्र को बाँधा गया था और उन्हेंबलप्राप्त होकर वे युद्ध में विजयी हुए थे उसी रक्षासूत्र में हम आपको बाँधते हैं| आप अपने संकल्पों में अडिग रहते हुए कर्तव्य प