shabd-logo

हिंदी भाषा

11 जनवरी 2023

9 बार देखा गया 9
मैं हूं तुम्हारी हिंदी भाषा,
इसको तुम पहचान लो।
अस्तित्व हूं तुम्हारा मैं,
मुझको तुम पहचान लो।।

कर्म हूं और कृति भी मैं,
अस्तित्व है यूं मुझसे जुड़ा।
मर्म हूं और व्यथा भी मैं,
अस्तित्व तुम्हारा मुझसे जुड़ा।।

शर्म हूं और झिझक भी मैं,
आज ये तुम पहचान लो।
नर्म हूं और कठोर भी मैं,
मुझको तुम पहचान लो।।

चर्म हूं और हाड़ भी मैं,
मुझसे अलग न हो पाओगे।
गर्म हूं और शीतल भी मैं,
छोड़ कहां तुम पाओगे।।

बिंदी मां भारती के माथे की,
आन बान और शान हूं मैं।
भाषा हिन्दी हूं भारत की,
संस्कृति और सभ्यता हूं मैं।।
🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️☀️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️
✍️✍️✍️✍️✍️
स्वरचित मौलिक
अनुपमा वर्मा
3
रचनाएँ
काव्य कुंज द्वितीय
0.0
मेरी स्वरचित कविताओं का संग्रह
1

बचपन

11 जनवरी 2023
3
1
4

अबोध मन सा बचपन,निश्छल चंचल चितवन।पुष्प अंकुरित सा कोमल,ओस की बूंदों सा मनभावन।।घर आंगन महकाता बचपन,नादान परिंदे जैसा बचपन।गुलशन गुंजाएमान बालमन,बिन बात मुस्काए बालमन।।सूरज सा दमके बालमन,निश्छल भोला भ

2

हिंदी भाषा

11 जनवरी 2023
0
0
0

मैं हूं तुम्हारी हिंदी भाषा,इसको तुम पहचान लो।अस्तित्व हूं तुम्हारा मैं,मुझको तुम पहचान लो।।कर्म हूं और कृति भी मैं,अस्तित्व है यूं मुझसे जुड़ा।मर्म हूं और व्यथा भी मैं,अस्तित्व तुम्हारा मुझसे जुड़ा।।

3

आज का युवा

12 जनवरी 2023
2
0
0

आज का यह युवा भारत,लोकतांत्रिक मुख्य आधार।राजनीति और विकास पर,युवा अग्रसर और है तैयार।।आज का यह युवा भारत,शक्ति से यह परिपूर्ण है।देश स्वाधीनता इसकी,योगदान बेहतरी सम्पूर्ण है।।आज का यह युवा भारत,मार्ग

---

किताब पढ़िए