ये कहानी है 'यश' की, और उस अंजान लड़की 'शिवानी' की, जो बदल गई, एक खौफ़नाक दास्ताँ में| यश उस रात अकेला सफर कर रहा था, सुनसान सड़क थी, और अचानक बाइक खराब हो गई| इन सबके बीच उसके साथ जो अच्छा हुआ, वो था उस लड़की का उससे इत्तेफाक़न मिलना| दोनों ने वो रात सा
एक शैतान जो सन्नाटे से जा रहा था पर लोग उसे बीच बीच बाधक बन रहे थे,
हॉरर थीम एक रहस्यमई कहानी है जिसका पात्र एक छोटी लड़की है जो अपनी उत्सुकता वश दूसरी दुनिया में पहुंच जाती हैं और दूसरी दुनिया का रास्ता एक रहस्यमई हवेली से होकर गुजरता है दूसरी दुनिया में पहुंचकर उसे भिन्न भिन्न प्रकार के निशाचरो से उसका सामना होता ह
एक अमर प्रेम, वो खुद फना होकर भी अपने प्यार के साथ साथ हैं।
*भूत बंगला*- प्रेत कि कहानियाँ जब हम बचपन मे सुनते थे तब एक अलग ही मज़ा होता था।ज्यादातर टीवी पर रात मे एक आपबीती और कुछ शो आते थे टीवी पर भूतो वाले।उसे हम जरूर देखते थे। लेकिन अब माहौल अलग है,दौर अलग है।अब भूत प्रेत की कहानियाँ सिर्फ किस्से-कहानिया
नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको बेताल के जन्म से जुड़ी हुई कहानी के विषय में बताने जा रहा हूं " कहते हैं कि बेताल का जन्म भगवान शिव के कुपित होने से हुआ था " "आप लोग विक्रम बेताल की कहानी में यह सुन सकते हैं कि बेताल एक तांत्रिक था जिसकी मृत्यु होने के
एक रहस्य से भरपूर किताब जिसमें वास करती हैं शैतानी ताकतें। उस किताब का कैसे होता है अंत इस कहानी में अवश्य पढ़े।
एक झरने में जो भी जाता है तो वह जिंदा नही लौटता है
मै हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी में ऑपरेटर का काम करता हु। मेरा घर कंपनी से 10 किमी दूर है। मेरे पास एक बाइक जिससे मै अपना घर से कम्पनी और कम्पनी से घर का सफर पूरा करता हु। एक दिन ऑफिस से घर जा रहा था तो रास्ते में मुझे मेरे कॉलेज [जिसमें मैंने अपनी ग्
एक अनसुलझी.... अनसुनी.... बेहद ही रोचक.... लेकिन डरावनी कहानी....।।।।
‘उफ़्फ़ कोलकाता’ हिंदी भाषा की पहली हॉरर कॉमेडी कही जा सकती है। इस लिहाज़ से यह एक पहल भी है। कोलकाता के बाहरी भाग में फैले एक विश्वविद्यालय का हॉस्टल, उपन्यास के मुख्य किरदारों की ग़लती से अभिशप्त हो जाता है। एक आत्मा जो अब हॉस्टल में है, बच्चों को परे
एक ऐसा खूबसूरत शैतानी शीशा, जो तबाही मचा देगा और फिर जन्म देगा चुड़ैल के बच्चे को
घर हर किसी का एक घर होता है। चाहे वो घोंसला हो या किसी शेर की गुफा या किसी इंसान का मकान । हर किसी को अपने घर से लगाव हो ही जाता है कई बार इस हद तक की अपने इसी लगाव के कारन वो आपने घर को नहीं छोड़ पाते। पर अगर मर कर भी अपना घर न छूटे तो वहां छा
साहित्य में ‘मंज़रनामा’ एक मुकम्मिल फ़ार्म है। यह एक ऐसी विधा है जिसे पाठक बिना किसी रुकावट के रचना का मूल आस्वाद लेते हुए पढ़ सकें। लेकिन मंज़रनामा का अन्दाज़े-बयाँ अमूमन मूल रचना से अलग हो जाता है या यूँ कहें कि वह मूल रचना का इंटरप्रेटेशन हो जाता ह
एक लड़की फ्लाइट लेट होने की वजह रात को खजुराहो उतरती है ,और वह एक टैक्सी पकड़ती है जो की सुनसान इलाके से होकर जाती है जहां लोग कहते है भूतो और प्रेतों का ठिकाना है ,
दोस्तों section B का पार्ट 1 ई बुक में पहले से ही प्रकाशित है आप चाहें तो ई बुक के द्वारा उसे पड़ सकते हैं यह एक हाॅरर मिस्ट्री, सस्पेंस थ्रिलर स्टोरी है जो आपको पसंद आयेगी | यह कहानी एक शापित स्कूल के बारे में है जहाँ के सभी बच्चे एक एक कर श्राप के
हाल ही में रमन का ट्रांसवर दिल्ली शहर के मुंसीबल ऑफिस में हुआ था! रमन भोपाल का रहने वाला था! दिल्ली में ना तो कोई उसका सगा संबंधी रहता था! और नाहीं कोई यार दोस्त रहता था! रमन एक २५ साल का नावजवाँन युवक था! जिसकी शादी की बात चल रही थी! रमन के घर वाले
कहते हैं, हर पुरानी इमारत की एक कहानी होती है, उसकी भी थी। दुनिया से लड़कर एक हुए अमन और परी की नई दुनिया इतनी भयानक होगी, किसी ने सोचा भी नहीं था। ब्रिटिश काल के बंगले में आती खटक, निर्माण दोष की वजह से थी या किसी समस्या की आहट...? अच्छा होता अगर व
ये ऐसी प्रेमी की कहानी है जो एक दूसरे से प्यार तो करते हैं पर कभी मिल नही सकते हैं।कभी एक दूसरे के हो नही सकते हैं, कुछ ऐसी ही इनकी कहानी है, जो एक दूसरे के लिये बने तो है पर उनका मुकद्दर उन्हें एक दूसरे का होने नही दे रहा है,,,,,,