कहते हैं कि एक अमरीकी रियासत में एक बूढ़े शख्स को रोटी चोरी के इलज़ाम में गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया !
उस बूढ़े ने यह स्वीकार किया कि वो बहुत भूखा था और उसने रोटी चोरी की है, न करता तो मर जाता !
जज ने कहा कि तुम स्वीकार कर रहे हो कि तुम चोर हो, मैं तुम्हे 10 $ डॉलर जुर्माने की सज़ा सुनाता हूँ, और मैं यह जानता हूँ कि तुम्हारे पास जुर्माने के यह 10 $ डॉलर नहीं हैं, इसी लिए तुमने चोरी की है, लिहाज़ा तुम्हारी तरफ से मैं यह जुर्माना अपनी जेब से अदा करता हूँ !
कोर्ट हाल में सन्नाटा छा गया, लोगों ने देखा कि जज ने अपनी जेब से 10 $ डॉलर निकाले और राजकोष में जमा करने का आदेश दिया !
उसके बाद जज खड़े होते हैं और कोर्ट रूम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर कहते हैं "मैं सभी उपस्थित लोगों को 10 - 10 $ डॉलर की सज़ा सुनाता हूँ, वो इसलिए कि तुम ऐसे मुल्क में रहते हो जहाँ एक गरीब को पेट भरने के लिए रोटी चोरी करना पड़ी. और अपने आस पास ऐसे भूख से तड़पते किसी गरीब से बे-खबर भी रहते हो !
उस समय वहां 480 $ डॉलर इकठ्ठे हुए और वो रकम जज ने बूढ़े मुजरिम को दे दी !
कहते हैं कि यह किस्सा वास्तविक घटना पर आधारित है, किसी भी देश के लिए यह शर्मनाक है कि उसका नागरिक भूख की वजह से रोटी चोरी करने पर मजबूर हो जाए !
कभी मैं सोचता हूँ कि हमारे दस रूपये हमारे लिए इतनी अहमियत नहीं रखते जितना कि ऐसे किसी लाचार के लिए रखते हैं जो कि भूख से बेहाल है !
कहीं भी किसी ज़रुरत मंद या भूख से बेहाल की मदद करने से हाथ न रोकिये......!!