16 जून 2020
लिखने को है बहुत कुछ,लेकिन चल ना पाती ये लेखनी। कहने को है बहुत कुछ,लेकिन कह ना पाती कोई कहानी।हवा तो बहती है बहुत गर्मी में,लेकिन होती नहीं इतनी सुहानी।चाहने वाले तो बहुत है,ले